अंग्रेजी शासन के बाद अब ओडिशा पर साउथ इंडियन कंपनी का राज, मांझी ने CM पटनायक के निजी सचिव पर साधा निशाना
बीजेपी विधायक दल के मुख्य सचेतक मोहन चरण मांझी ने मुख्यमंत्री और मुख्यमंत्री के निजी सचिव (5-टी) वीके पांडियन पर निशाना साधते हुए कहा है कि ईस्ट इंडिया कंपनी ने दो सौ वर्षों तक देश पर शासन किया लेकिन अब दक्षिण भारत कंपनी ओडिशा पर शासन कर रही है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक कार्यक्रमों में सीएम के निजी सचिव का आना उचित नहीं है।
By Jagran NewsEdited By: Arijita SenUpdated: Thu, 29 Jun 2023 10:34 AM (IST)
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। ऐसा सुना जा रहा है कि मुख्यमंत्री के निजी सचिव वी के पांडियन विभिन्न जिलों का दौरा कर रहे हैं क्योंकि मुख्यमंत्री शारीरिक रूप से स्वस्थ हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री को चाहिए कि वह पांडियन को पावर ऑफ अटॉर्नी दे दें, कुछ ऐसा कहते हुए बीजेपी विधायक दल के मुख्य सचेतक मोहन चरण मांझी ने मुख्यमंत्री और मुख्यमंत्री के निजी सचिव (5-टी) वीके पांडियन पर निशाना साधा है।
ओडिशा में साउथ इंडियन कंपनी का शासन: मांझी
उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ईस्ट इंडिया कंपनी ने दो सौ वर्षों तक शासन किया, लेकिन अब दक्षिण भारत कंपनी ओडिशा पर शासन कर रही है। यहां बता दें कि सीएम के निजी सचिव तमिलनाडु से हैं। इसी तरह से श्री माझी ने कहा कि मुख्यमंत्री और मंत्रियों जैसे फाइव टी सचिव का भी मिनट-टू-मिनट कार्यक्रम रह रहा है।केंदुझर में वी. के पांडियन की बैठक का मिनट-टू-मिनट कार्यक्रम सामने आ रहा है। वह एक जनसभा में दस हजार लोगों को संबोधित कर रहे हैं। हालांकि, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक अधिकारी असंवैधानिक तरीके से भाषण दे रहा है। अगर वह राजनीति करना चाहते हैं तो उन्हें अपनी नौकरी से इस्तीफा दे देना चाहिए और मंत्री या मुख्यमंत्री बनकर सभा करनी चाहिए।
ओडिशा में लोकतंत्र की हत्या: मांझी
उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री कहीं नहीं जा पा रहे हैं तो वह कैबिनेट मंत्री को भेज सकते हैं, लेकिन एक लोक सेवक को भेजना और उसका भाषण देना, किस लोकतांत्रिक प्रक्रिया में आता है, यह लोकतंत्र की हत्या है।गौरतलब है कि बीते 22-23 जून को पांडियन ने बालासोर का दौरा किया था। इससे पहले मलकानगिरी का दौरा किया था। इसे लेकर कालाहांडी में रैली करने आए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा था कि मुझे समझ नहीं आ रहा कि ओडिशा को कौन चला रहा है, अधिकारी या नेता? मैं यह जानना चाहता हूं क्योंकि किसी ने मुझसे कहा है कि हकीकत में अधिकारी ही राज्य चला रहे हैं।
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