Odisha Politics : शपथ समारोह की डेट फाइनल! ओडिशा के लिए 10 जून सबसे खास, नए CM को लेकर क्या है दिल्ली का मिजाज
ओडिशा में सीएम नवीन पटनायक की करारी हार हुई है। भाजपा अब ओडिशा में सरकार बनाएगी। बताया जा रहा है कि 10 जून को भाजपा सरकार का शपथ विधि समारोह होगा। हालांकि अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि ओडिशा का सीएम कौन होगा। इसको लेकर चर्चा का बाजार गर्म है। सबकी निगाहें दिल्ली पर टिकी हुईं हैं।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। Odisha New CM ओडिशा में सरकार बनाने के लिए भाजपा को पूर्ण बहुमत प्राप्त है। सरकार बनाने के लिए 74 सीट की जरूरत होती है और भाजपा से 78 विधायक चुनाव जीते हैं।
वहीं, धर्मशाला विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव जीतने वाले हिमांशु शेखर साहू भाजपा में शामिल हो गए हैं।ऐसे में भाजपा में अब विधायकों की संख्या 79 हो गई है।जानकारी के मुताबिक, सरकार बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पहले ही 10 जून की तिथि निर्धारित कर दी है। ओडिशा में पहली भार भाजपा सरकार बनाने जा रही है। ऐसे में शपथ ग्रहण उत्सव को प्रभावी ढंग से करने के लिए पार्टी की तरफ से तैयारी की जा रही है। कलिंग स्टेडियम या फिर जनता मैदान में यह आयोजन हो सकता है।
सीएम की रेस में ये नेता
हालांकि, मुख्यमंत्री कौन होगा, इसे लेकर अब चर्चा शुरू हो गई है। चुनाव से पहले भाजपा ने किसी को मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं बनाया था। इसके बाद भी ओडिशा के अगले मुख्यमंत्री के तौर धर्मेन्द्र प्रधान का नाम सबसे ज्यादा चर्चा में है। इसके पीछे भी बड़ा कारण है कि भाजपा में मोदी-शाह के युग में वह दो बार केन्द्र में मंत्री रह चुके हैं।वह 2014 से लगातार केन्द्र सरकार में मंत्री हैं। पेट्रोलियम एवं शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण विभाग के मंत्री का दायित्व वह निभा चुके हैं।इसके साथ ही 2014 से वह ओडिशा भाजपा में अघोषित चेहरा बने हुए हैं।उन्हीं के इशारे पर ओडिशा भाजपा में बड़े बड़े निर्णय लिया जाता है।
कोई भी नेता इस बारे में बात करने को तैयार नहीं
Odisha News इसके साथ ही वह मोदी एवं शाह के विश्वसनीय मंत्री में से एक हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि उन्हें ओडिशा के मुख्यमंत्री का दायित्व मिल सकता है। इसे लेकर पार्टी के अंदर चर्चा भी खूब हो रही है, मगर कोई अपना मुंह खोलने को तैयार नहीं है।भाजपा नेताओं का कहना है कि हमारी पार्टी राष्ट्रीय दल है ऐसे में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ही इस पर निर्णय लेंगे। यदि धर्मेन्द्र को मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो वह लोकसभा से इस्तीफा देकर विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे।
वहीं कुछ लोगों का कहना है कि पार्टी किसी वरिष्ठ नेता को यह जिम्मेदारी दे सकती है।इस चर्चा में गिरीश चन्द्र मुर्मु का नाम भी सामने आ रहा है जो वर्तमान में भारत के सीएजी हैं। इससे पहले वह जम्मु कश्मीर के गवर्नर रह चुके हैं। वह गुजरात सीएम के पीएस भी रह चुके हैं। गिरीश चन्द्र मुर्मु मयूरभंज जिले के रहने वाले हैं।यह भी पढ़ें-Odisha Politics : खत्म हुआ ढाई दशक का राज... नवीन पटनायक ने राजभवन जाकर दिया इस्तीफा, अब कौन होगा ओडिशा का अगला CM
'मीटिंग-मीटिंग खेलने में...', सियासी अटकलों के बीच Vijay Sinha का 'पंचायत-2' वाला अंदाज, बिहार में गरमाई राजनीति
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।