Odisha News: भिखारी मुक्त बनने जा रहा राजधानी भुवनेश्वर, सड़क पर दिखने मात्र से उठाकर ले जाएगी BMC
भुवनेश्वर बीएमसी ने भिखारी मुक्त राजधानी बनाने का फैसला लिया है ताकि दुर्गा पूजा के मौके पर राहगीरों को कोई परेशानी न हो। सड़क किनारे या मंदिरों के सामने भीख मांगने वालों को पकड़कर पुनर्वास केंद्र ले जाया जाएगा। इसके लिए तीन विशेष दस्ता बनाया गया है जो राजधानी के तीन जोन का दौरा करेंगे और भिखारियों पर नजर रखेंगे।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। भुवनेश्वर भिखारियों से मुक्त होगा। भिखारी अब सड़क किनारे या मंदिरों के सामने भीख नहीं मांग सकते क्योंकि बीएमसी ने भुवनेश्वर में रहने वाले भिखारियों को पकड़कर पुनर्वास केंद्र में रखने का निर्णय लिया है। बीएमसी आयुक्त की अध्यक्षता में हुई बैठक में बीएमसी ने यह फैसला किया।
पुनर्वास केंद्रों में रखे जाएंगे भिखारी
बीएमसी ने भिखारियों को सड़क या मंदिर के आसपास देखते ही उन्हें पकड़ कर पुनर्वास केंद्र में रखने का फैसला किया है।
इसके लिए तीन विशेष दस्ता बनाया गया है, जो राजधानी के तीन जोन का दौरा करेंगे और भिखारियों पर नजर रखेंगे।
उन्हें बीएमसी के तहत आने वाले पांच भिखारी पुनर्वास केंद्रों में रखा जाएगा। बीएमसी ने यह फैसला इसलिए लिया है ताकि पूजा से पहले आगंतुकों को मुश्किलों का सामना न करना पड़े।
Today, a decisive meeting chaired by BMC Commissioner emphasized zero tolerance to beggars on our roads in presence of line depts & SUH/Beggar home managing agencies. The plan is to establish three Zonal squads responsible for conducting surveys and promptly taking action. pic.twitter.com/KYINKtRso5— BMC (@bmcbbsr) October 16, 2023
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कई भिखारियों के परिवार से भी किया गया संपर्क
मिली जानकारी के मुताबिक, रंग बाजार, अंधारुआ, नीलाद्री विहार, पीडब्ल्यूडी कॉलोनी जैसे इलाकों में भिखारी पुनर्वास केंद्र बनाए गए हैं। प्रत्येक केंद्र में 100 भिखारियों को रखने की क्षमता है।
कुछ भिखारियों के परिवारों से संपर्क किया गया है और उन्हें उनके घर पर छोड़ दिया गया है। बीएमसी ने कहा कि अगर कोई परिवार घर पर छोड़े गए भिखारी को फिर से भीख मांगने के लिए भेजता है, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।