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कोरापुट इंस्‍पेक्‍टर के क्वाॅर्टर से मिले नकद 29 लाख से अधि‍क, मशीन लगाकर की गई पैसों की गिनती; अब तक नकद 37 लाख 27 हजार रुपये बरामद

कोरापुट बैपारीगुड़ा थाना अधिकारी के कटक स्थित क्वाॅर्टर से नकद 29 लाख 77 हजार रुपये की बरामदगी हुई है। मशीन लगाकर पैसों की गिनती की गई। अब तक नकद 37 लाख 27 हजार रुपये की बरामदगी हो चुकी है। 1998 में सिपाही से पदोन्नति पाकर 2023 में बैपारीगुड़ा थाना के इंस्पेक्टर बने थे। एक दिन पहले विजिलेंस की छापेमारी में इंस्पेक्टर के पास से नकद 7.50 लाख रुपया मिला था।

By Jagran NewsEdited By: Arijita SenUpdated: Tue, 28 Nov 2023 01:12 PM (IST)
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विजिलेंस के हत्थे चढ़े कोरापुट जिला बैपारीगुड़ा थाना के अधिकारी इंस्पेक्टर सुशांत कुमार शत्‍पथी।

संवाद सहयोगी, कटक। कोरापुट बैपारीगुड़ा थाना अधिकारी सुशांत शत्‍पथी के घर से सतर्कता विभाग ने मंगलवार को 29 लाख 77 हजार रुपये जब्त किया है। इससे पहले सोमवार को थाना अधिकारी के पास से 7.50 लाख रुपया जब्त किया गया था। सतर्कता विभाग की छापामारी जारी है। माना जा रहा है अभी और पैसे मिलने की उम्मीद है। तीन महीने थाना अधिकारी बनने वाले शत्‍पथी ने इतनी नकदी कहां से कमाई, इसके पीछे का राज क्या है, उन तमाम विषयों पर विजिलेंस विभाग की जांच जारी है।

इंस्‍पेक्‍टर के घर से बरामद हुए 29 लाख नकद से अधिक

जानकारी के मुताबिक, राज्य विजिलेंस की टीम ने मंगलवार सुबह कटक बक्शी बाजार में मौजूद उनके पुलिस क्वाॅर्टर पर छापेमारी की। महिला थाना के पीछे मौजूद क्वाॅर्टर नंबर ई/2 में रहने वाले कोरापुट बैपारीगुड़ा थाना के अधिकारी सुशांत कुमार शतपथी के घर पर यह छापेमारी की गई।

मंगलवार को 6 सदस्यों वाली विजिलेंस की टीम ने वहां पर अचानक से छापेमारी की और इस दौरान सुशांत कुमार शत्‍पथी के घर से भारी मात्रा में नकदी बरामद हुई। इसमें सर्वाधिक 500 की नोट थी।

इसके अलावा 200 रुपये वाली नोट एवं 100 रुपये वाली नोट भी उनके पास से बरामद की गई है और उसकी गिनती के बाद यह पता चला कि यह पूरी रकम लगभग 29 लाख 77 हजार रुपये की है।

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अन्‍य कागजातों को खंगाल रही विजिलेंस की टीम

विजिलेंस की टीम उनके सरकारी आवास पर अन्य कागजातों को खंगाल रही है। इंस्पेक्टर सुशांत कुमार शत्‍पथी विजिलेंस के हत्थे चढ़ने के बाद उन्हें विजिलेंस ने हिरासत में ले रखा है। ऐसे में विजिलेंस की टीम ने उनके सरकारी आवास पर छापेमारी को अंजाम दिया है।

इंस्पेक्टर सुशांत कुमार शत्‍पथी कोरापुट में रहते थे, लेकिन उनका परिवार कटक बक्शी बाजार रिजर्व पुलिस मैदान के पास मौजूद सरकारी क्वाॅर्टर में रहता था। विजिलेंस टीम द्वारा सोमवार को कोरापुट में की गई छापेमारी में उनके पास से काफी रकम मिलने के पश्चात इस छापेमारी को अंजाम दिया गया है।

सोमवार को बस रोककर ली गई थी उनकी तलाशी

विजिलेंस से मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार को विजिलेंस की टीम विशेष सूत्रों से खबर प्राप्त करने के पश्चात बैपारीगुड़ा से कटक आने वाली एक बस में अचानक छापेमारी की। इस छापेमारी के दौरान जयपुर के पास बस को रोका गया था और बस में सवार बैपारीगुड़ा आईईसी सुशांत कुमार शत्‍पथी की तलाशी ली गई।

इस दौरान उनके पास से 2 लाख 70 हजार रुपये बरामद किया गया था। इसके बारे में उनसे पूछताछ की गई। वह रुपये कहां से लाए हैं उसके बारे में वह कुछ संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाए। इसके बाद वहां से बैपारीगुड़ा में मौजूद उनके दफ्तर में टीम उन्‍हें साथ ले पहुंची।

उनके दफ्तर के चेंबर से फिर 1 लाख 80 हजार रुपये विजिलेंस की टीम ने बरामद किया। कुल 4 लाख 50 हज़ार रुपये उनके पास से बरामद करने के पश्चात विजिलेंस की टीम उन्हें अनजान जगह पर ले जाकर पूछताछ शुरू किया, लेकिन वह विजिलेंस टीम को सही तरह से उन रुपये के बारे में जानकारी नहीं दे पाए।

फिर बैपारीगुड़ा में मौजूद उनके सरकारी क्वाॅर्टर पर भी सोमवार को विजिलेंस की टीम की ओर से छापेमारी की गई थी, जहां से विजिलेंस की टीम को और 3 लाख रुपये मिले। सोमवार को कुल 7 लाख 50 हज़ार रुपये उनके पास से बरामद किए जाने के बाद उन्हें हिरासत में लेकर अधिक पूछताछ की गई। 

1998 में बतौर सिपाही की थी करियर की शुरुआत

मंगलवार भोर के समय सुशांत कुमार शत्‍पथी के कटक बक्सी बाजार में मौजूद सरकारी आवास पर इस छापेमारी को अंजाम दिया गया। यहां से लगभग 29 लाख 77 हजार रुपये नकद बरामद किया गया है। समाचार लिखे जाने तक अधिक छानबीन जारी रहने के बारे में विजिलेंस की ओर से मीडिया को सूचित किया गया है।

गौरतलब है कि 1998 में सिपाही के तौर पर कटक आठगड़ से नौकरी शुरू करने वाले सुशांत शत्‍पथी 2008 में सब इंस्पेक्टर बने फिर चार महीने पहले 2023 में वह इंस्पेक्टर बने और बैपारीगुड़ा थाना उनकी पोस्टिंग हुई थी। ऐसे में थाना अधिकारी बनने के मात्र तीन महीने के अंदर उनके पास इतनी बड़ी रकम कहां से आयी, सतर्कता विभाग की टीम जानने का प्रयास कर रही है।

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