ओडिशा की राजनीति में महिलाओं का वंदन: मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की पार्टी में नारी शक्ति का बोलबाला
नारी शक्ति वंदन विधेयक लोकसभा में पास हो गया है। इसके कानून बनने के साथ ही लोकसभा और राज्य विधानसभाओं की एक तिहाई सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हो जाएंगी। ओडिशा यह बहुत पहले ही कर चुका है। साल 2019 में लोकसभा में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने वाली पहली पार्टी बीजद है। बीजद में महिलाओं का वंदन लंबे समय से होता रहा है।
जासं, भुवनेश्वर। केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार की तरफ से लाया गया नारी शक्ति वंदन विधेयक 20 सितंबर को लोकसभा में 454 मतों से पास हो गया। इस बिल के जरिए अब लोकसभा और राज्यों की विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 फीसदी रिजर्वेशन लागू किया जाएगा। यानी कि इससे महिलाओं के लिए 33 फीसदी सीटें आरक्षित हो जाएगी।
ओडिशा की राजनीति में महिलाओं का वंदन
नारी शक्ति वंदन विधेयक से न केवल महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा मिलेगी, बल्कि राजनीति के क्षेत्र में इनकी सक्रिय भागीदारी भी बढ़ेगी।
यह एक ऐतिहासिक कानून है, जिसका महिलाओं ने दिल खोलकर स्वागत किया और एक-दूसरे को बधाई भी दी। हालांकि, अगर बात ओडिशा की करें, तो यहां की बीजद सरकार राजनीति के क्षेत्र में महिलाओं का वंदन हमेशा से ही करती रही है।
संसद में ओडिशा की महिला सांसदों का बोलबाला
बीजद में महिला सांसदों की संख्या सबसे अधिक है। 17वीं लोकसभा में कुल 78 महिला सांसद चुनकर आई हैं। इनमें से सात महिला सांसद ओडिशा से हैं। ऐसे में ओडिशा एकमात्र ऐसा राज्य है, जहां इसकी कुल 21 सीटों में से 42 फीसदी महिलाओं की हिस्सेदारी है।
बता दें कि ओडिशा में लोकसभा सीटों की संख्या 21 है। इनमें से बीजद की 12 सीटों पर पांच महिला और सात पुरुष सांसद हैं। भाजपा की कुल आठ सीटें हैं, जिनमें से दो पर महिलाएं आसीन हैं और छह पर पुरुष।
कांग्रेस की सिर्फ एक ही सीट है, जिस पर पुरुष सांसद है। इसी के साथ संसद में महिलाओं का सर्वाधिक प्रतिनिधित्व वाला राज्य ओडिशा बन गया है।
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ओडिशा की राजनीति में महिलाओं की भागीदारी
साल 2019 में लोकसभा में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने वाली पहली पार्टी भी बीजद ही है। बीजद अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने स्थानीय निर्वाचित निकायों में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण की घोषणा की है और ऐसा करने वाली यह पहली पार्टी है।
70 प्रतिशत से अधिक महिलाओं को जिला परिषद अध्यक्ष बनाने वाली पहली पार्टी भी बीजद है। श्रीमती प्रमिला बिशोई बीजद की सबसे उम्रदराज महिला सांसद हैं और साल 2019 में ओडिशा के क्योंझर (सुरक्षित) लोकसभा सीट से निर्वाचित हुईंं चंद्रानी मुर्मू 25 साल की उम्र में पार्टी की सबसे कम उम्र की सांसद बनीं।
ओडिशा में महिला सांसद
ओडिशा की महिला सांसदों में बीजेडी के क्योंझर से चंद्राणी मुर्मू, आस्का से प्रमिला बिसोयी, जाजपुर से सर्मिष्ठा सेठी, जगतसिंहपुर से डॉ. राजश्री मलिक और भद्रक से मंजुलता मंडल। भाजपा के भुवनेश्वर से अपराजिता सारंगी और बलांगीर से संगीता कुमारी सिंह देव।
विधानसभा अध्यक्ष भी हैं एक महिला
इसी बीच, आज ओडिशा विधानसभा की पहली महिला अध्यक्ष के रूप में प्रमिला मलिक ने अपना कार्यभार संभाला है।
बुधवार को राजस्व मंत्री प्रमिला मलिक को बीजद ने अपना उम्मीदवार बनाया था, जिसके बाद गुरुवार को उन्होंने मंत्री पद से अपना इस्तीफा देकर विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया और निर्विरोध चुनी गईं।
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