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बौध जंगल में कॉम्बिंग ऑपरेशन के दौरान नक्सलियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़, खुफिया सूचना पर हुई थी कार्रवाई

ओडिशा के बौध के मनामुंडा में राबनेश्वर जंगल में तलाशी अभियान के दौरान सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच भीषण गोलीबारी हुई। 16 नवंबर को खुफिया विभाग ने एसपी को जंगल में करीब 40 माओवादियों की मौजूदगी की सूचना दी थी जिसके बाद 19 नवंबर को डीवीएफ और एसओजी की संयुक्त टीम ने पूरी तैयारी के साथ कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया।

By Jagran NewsEdited By: Arijita SenUpdated: Wed, 22 Nov 2023 10:15 AM (IST)
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बौध जंगल में कॉम्बिंग ऑपरेशन के दौरान नक्सलियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़।

संतोष कुमार पांडेय, अनुगुल। ओडिशा के बौध के मनामुंडा में राबनेश्वर जंगल में तलाशी अभियान के दौरान सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच भारी गोलीबारी हुई।

जवानों को देखते ही माओवादियों ने की गोलीबारी

जंगल में नक्सलियों की मौजूदगी के बारे में एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए विशेष अभियान समूह (एसओजी) और जिला स्वैच्छिक बल (डीवीएफ) जवान पुलिस ने मनामुंडा तहसील के अंतर्गत सगाड़ा में राबनेश्वर जंगल में तलाशी और तलाशी अभियान के बीच माओवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की और इस दौरान करीब 50 मिनट तक गोलीबारी हुई।

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सुरक्षाबल के जवानों ने भी की जवाबी कार्रवाई

हालांकि, सुरक्षा बलों को खुद पर भारी पड़ता देख नक्सली मौके से घने जंगल में भागने में कामयाब रहे। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस को मौके से कैंप का कुछ सामान बरामद हुआ है।

बौध एसपी राज प्रसाद ने बताया कि एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए सुरक्षा बलों ने एक अभियान चलाया था इसी बीच विद्रोहियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने भी गोलीबारी करते हुए जवाबी कार्रवाई की।

शिविर से बरामद कंडोम, गर्भनिरोधक गोलियां

एसपी ने बताया कि सुरक्षा बलों ने एक माओवादी शिविर को ध्वस्त करते हुए वहां से हथियार और गोला-बारूद जब्त किया है।

उन्होंने बताया कि हमें नक्सलियों के बीच महिला उग्रवादियों की मौजूदगी का संदेह है क्योंकि सुरक्षा बलों ने शिविर से महिलाओं के कपड़े, कंडोम, गर्भनिरोधक गोलियां और गर्भ परीक्षण किट बरामद की है।

रिपोर्ट के अनुसार 16 नवंबर को खुफिया विभाग ने एसपी को जंगल में करीब 40 माओवादियों की मौजूदगी की सूचना दी थी, जिसके बाद 19 नवंबर को डीवीएफ और एसओजी की संयुक्त टीम ने पूरी तैयारी के साथ कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया। इस गोलीबारी में किसी के घायल होने या मारे जाने की पुष्टि नही की गई है।

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