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Odisha: नवरंगपुर पूर्व उप जिलाधीश प्रशांत राउत रिमांड पर, आय से अधिक संपत्ति मामले में 5 दिन तक चलेगी पूछताछ

नवरंगपुर के पूर्व अतिरिक्त उप-कलेक्टर प्रशांत राउत को सतर्कता विभाग ने पांच दिन की रिमांड पर लिया है। सतर्कता विभाग की टीम प्रशांत से आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मुद्दे पर पूछताछ करेगी। प्रशांत को एक दिन पहले मंगलवार को राज्य सरकार ने अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी थी। केंद्र सरकार की मंजूरी के बाद राज्य सरकार ने यह कार्रवाई की है।

By Jagran NewsEdited By: Yashodhan SharmaUpdated: Wed, 28 Jun 2023 06:54 PM (IST)
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नवरंगपुर पूर्व उप जिलाधीश प्रशांत राउत रिमांड पर, आय से अधिक संपत्ति मामले में 5 दिन तक चलेगी पूछताछ
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। ओडिशा में नवरंगपुर के पूर्व अतिरिक्त उप-कलेक्टर प्रशांत राउत को सतर्कता विभाग ने पांच दिन की रिमांड पर लिया है। सतर्कता विभाग की टीम प्रशांत से आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मुद्दे पर पूछताछ करेगी।

3 दिन पहले हुई थी गिरफ्तारी

प्रशांत को एक दिन पहले मंगलवार को राज्य सरकार ने अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी थी। केंद्र सरकार की मंजूरी के बाद राज्य सरकार ने यह कार्रवाई की है। तीन दिन पहले विजिलेंस ने प्रशांत को आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप में गिरफ्तार किया था।

5 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त

सतर्कता विभाग के अनुसार, प्रशांत ने अपनी आय से 506 प्रतिशत अधिक संपत्ति अर्जित की। उनकी आय से अधिक संपत्ति 5 करोड़ 21 लाख 09 हजार 659 रुपये है।

गौरतलब है कि 23 मई को प्रशांत के घर पर छापेमारी के दौरान विजिलेंस ने उसके घर से केवल 3 करोड़ 2 लाख 30 हजार 800 रुपये नकद जब्त किए थे। यह राज्य सतर्कता के इतिहास में जब्त की गई नकदी की दूसरी सबसे बड़ी राशि है।

इसलिए होनी है पूछताछ

राउत के पास भुवनेश्वर के कानन विहार इलाके में दो मंजिला इमारत, कटक और भुवनेश्वर के प्रमुख स्थानों में चार बेशकीमती भूखंड और उमरकोट में एक बेनामी भूखंड है। प्रशांत ने अपने दो बच्चों की शिक्षा पर कुल 87 लाख रुपये खर्च किए हैं और उनके पास दो चार पहिया वाहन और एक दोपहिया वाहन है।

तीनों वाहनों की कीमत 37 लाख रुपये है। उसके कब्जे से 27.27 लाख रुपये के सोने-चांदी के आभूषण और घरेलू उपकरण जब्त किए गए हैं। इसी तरह उनके पास बैंक और बीमा जमा के रूप में 92.34 लाख रुपये हैं। इसमें से 38.64 लाख रुपये दो बेनामी खातों में हैं।

2018 में हुए थे निलंबित

गौरतलब है कि प्रशांत को 2018 में विशरा ब्लॉक के बीडीओ रहते हुए कथित तौर पर एक लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। प्रशांत को 6 नवंबर, 2018 को सेवा से निलंबित करना पड़ा था।

हालांकि, 18 जनवरी, 2020 को निलंबन हटा लिया गया और उन्हें नबरंगपुर के अतिरिक्त उप-कलेक्टर के रूप में बहाल कर दिया गया।

Odisha: नवरंगपुर उप जिलाधीश को सरकार ने थमाया सेवानिवृति पत्र, आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का है आरोप

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