Odisha Politics: BJD को लग रहा झटके पे झटका! पिछले 15 दिन में चार चर्चित अभिनेताओं का इस्तीफा, दो ने BJP की ज्वॉइन
ओडिशा में लोकसभा एवं विधानसभा के लिए चुनावी बिगुल बजते ही टिकट आवंटन भी जारी है। लेकिन इस बीच राज्य की सत्ताधारी पार्टी बीजू जनता दल को बड़ झटका लगा है। पार्टी में स्टार प्रचारकों के रूप में शामिल हुए अभिनेताओं से नेता बने एक दो नहीं बल्कि चार अभिनेताओं ने पार्टी को छोड़ दिया है। इसमें से दो तो भाजपा में चले गए हैं।
शेषनाथ राय, भुवनेश्वर। ओडिशा में लोकसभा एवं विधानसभा के लिए चुनावी बिगुल बज गया है। टिकट आवंटन भी चल रहा हैं। हालांकि इस बीच राज्य की सत्ताधारी पार्टी बीजू जनता दल को बड़ झटका लगा है।
पार्टी में स्टार प्रचारक के रूप में शामिल अभिनेता से नेता बने एक दो नहीं बल्कि चार अभिनेताओं ने पार्टी छोड़ दी है। इसमें से दो तो भाजपा में शामिल हो गए हैं, जबकि अन्य आज ही पार्टी से इस्तीफा दिया है और उन्हें भी भाजपा में जाने की चर्चा हो रही है।
इन्होंने छोड़ी बीजद
बीजद छोड़ने वाले चार अभिनेताओं में से सिद्धांत महापात्र, अनुभव महांति, आकाश दास नायक और अरिंदम रॉय हैं। जानकारी के मुताबिक अरिंदम रॉय ने सबसे पहले पार्टी छोड़ी और 15 मार्च को भाजपा में शामिल हो गए।उन्होंने बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक को भेजे अपने इस्तीफे में नाराजगी जाहिर की थी।उन्होंने कहा कि मैं 2009 से आपकी टीम में काम कर रहा हूं। मैं 2014 से आपकी पार्टी का स्टार प्रचारक हूं। मैंने विभिन्न चुनावों में पर्यवेक्षकों के रूप में कटक, तिर्तोल और कोरापुट में जमीनी स्तर पर काम किया है। लेकिन दुख की बात है कि मेरे काम को अभी तक आपके द्वारा या आपके द्वारा नियुक्त सदस्यों द्वारा मान्यता नहीं दी गई है।
मैंने आपसे मिलने की कोशिश की, लेकिन दुर्भाग्य से मुझे आपसे मिलने का मौका नहीं मिला। इसलिए मुझे लगा कि मैं आपसे मिलने के मानदंडों को पूरा नहीं कर सकता।मुझे नहीं लगता कि आपकी टीम में मेरी जगह कुछ भी है।इसलिए मैं महासचिव पद और बीजद की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।
सिद्धांत महापात्रा बीजद छोड़कर भाजपा में हुए थे शामिल
अभिनेता सह नेता सिद्धांत महापात्रा दो दिन पहले बीजद छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। महापात्र बीजद के टिकट पर दो बार लोकसभा के लिए निर्वाचित हो चुके हैं। वह 2009 और 2014 में बरहमपुर से लोकसभा के लिए चुने गए थे। 2019 में पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया।पार्टी ने उनकी जगह चंद्रशेखर साहू को टिकट दिया था।
वह कांग्रेस छोड़कर बीजद में आए थे।वह 2004 में कांग्रेस के टिकट पर बरहमपुर सीट से लोकसभा के लिए चुने गए थे। 2009 और 2014 में चंद्रशेखर साहू सिद्धांत महापात्र से हार गए थे। 2019 से ही सिद्धांत को पार्टी में नजरअंदाज किया जा रहा है।बीजद ने 2024 के चुनावों के लिए बरहमपुर लोकसभा सीट के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है।पार्टी ने 21 लोकसभा सीटों में से 15 के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है लेकिन बरहमपुर उनमें शामिल नहीं है।
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