ओडिशा के बौद्ध में नक्सलियों के बाद गांजा माफियों ने बिछाया लैंडमाइन, विस्फोट में बाल-बाल बचे 50 वन कर्मचारी
बौद्ध जिले के लकड़पाजु जंगल में गांजा माफियों ने लैंड माइन बिछाकर विस्फोट कर दिया। हालांकि 50 वनकर्मी इसकी चपेट में आने से बच गए ये लोग जंगल में गांजे की खेती को नष्ट कर जा रहे थे। इनका प्लान वन विभाग की गाड़ी को विस्फोट से उड़ाने का था।
By Jagran NewsEdited By: Babita KashyapUpdated: Mon, 28 Nov 2022 11:54 AM (IST)
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। गांजा की खेती को नष्ट करने जा रहे 50 वन कर्मचारी लैंडमाइन विस्फोट की चपेट में आने से बाल-बाल बच गए हैं। यह घटना बौद्ध जिले के लकड़पाजू जंगल में हुई है। गांजा माफियों की इस हरकत ने पूरे प्रशासन को झकझोर कर रख दिया है।
आमतौर पर नक्सली, सुरक्षा कर्मचारियों से बचने के लिए या सुरक्षा बल को निशाना बनाने के लिए लैंडमाइन बिछाकर हमले किया करते थे, मगर शायद पहली बार गांजा माफिया लैंडमाइन बिछाकर सुरक्षा कर्मी एवं वन कर्मचारियों को उड़ाने का प्रयास किया है।
सात राउंड लैंडमाइन विस्फोट
जानकारी के मुताबिक वन विभाग को विशेष सूत्र से सूचना मिली थी कि लकडपाजू जंगल में गांजा की खेती की गई है। ऐसे में सुरक्षा बल के साथ वन विभाग की टीम लकड़पाजु जंगल में गांजा की खेती को नष्ट करने के लिए वन विभाग की 50 सदस्यीय टीम जा रही थी।घाटी के मार्ग में गाड़ी को रखकर वन विभाग टीम जंगल में जा रही थी कि तभी एक के बाद एक कर सात राउंड लैंडमाइन विस्फोट हुआ। हालांकि गनीमत रही कि किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ और सभी बाल-बाल बच गए। गांजा माफियों ने वन अधिकारियों को उड़ाने के लिए जंगल के रास्ते में लैंडमाइन बिछा दिए थे।
बड़ा हादसा टला
इसी रास्ते से जब वन विभाग के कर्मचारी गुजर रहे थे तभी लैंडमाइन विस्फोट हो गया। हालांकि 50 वन कर्मचारी बाल- बाल बच गए और एक बड़ा हादसा टल गया। वन कर्मचारियों के साथ केवल चार सुरक्षा कर्मचारी थे, ऐसे में सुरक्षा दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए वन कर्मचारी वहीं से वापस लौट आए।इस घटना के बाद उक्त इलाके के लोगों में भय का माहौल बन गया है। लगड़पाजू से कंधमाल की सीमा मात्र सात किमी. दूरी पर हुए इस विस्फोट को गांजा माफिया किए हैं या नक्सलियों ने किया है, वह जांच के बाद स्पष्ट होगा।
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