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Odisha: नवरंगपुर उप जिलाधीश को सरकार ने थमाया सेवानिवृति पत्र, आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का है आरोप

ओडिशा में सरकारी बाबू को आय से अधिक संपत्ति अर्जित करना महंगा पड़ गया है। नवरंगपुर के अतिरिक्त उप-कलेक्टर और करोड़पति ओएएस ( Odisha Administrative Service) अधिकारी प्रशांत कुमार राउत को नौकरी से छुट्टी दे दी गई है। राज्य सरकार ने प्रशांत को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी है। गौरतलब है कि प्रशांत को आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

By Jagran NewsEdited By: Yashodhan SharmaUpdated: Tue, 27 Jun 2023 07:35 PM (IST)
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नवरंगपुर उप जिलाधीश को सरकार ने थमाया सेवानिवृति पत्र, आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का है आरोप
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। ओडिशा में सरकारी बाबू को आय से अधिक संपत्ति अर्जित करना महंगा पड़ गया है। नवरंगपुर के अतिरिक्त उप-कलेक्टर और करोड़पति ओएएस ( Odisha Administrative Service) अधिकारी प्रशांत कुमार राउत को नौकरी से छुट्टी दे दी गई है। राज्य सरकार ने प्रशांत को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी है।

गौरतलब है कि विजिलेंस विभाग ने प्रशांत को आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप में गिरफ्तार किया हुआ है।

506 प्रतिशत अधिक संपत्ति की अर्जित

सतर्कता विभाग के अनुसार, प्रशांत ने अपनी आय से 506 प्रतिशत अधिक संपत्ति अर्जित की। उनकी आय से अधिक संपत्ति 5 करोड़ 21 लाख 9 हजार 659 रुपये है।

23 मई को प्रशांत के घर पर छापेमारी के दौरान विजिलेंस ने उसके घर से 3 करोड़ 2 लाख 30 हजार 800 रुपये नकद जब्त किए थे। यह राज्य सतर्कता के इतिहास में जब्त की गई नकदी की दूसरी सबसे बड़ी राशि है।

कहां कितनी कार्रवाई

प्रशांत राउत का भुवनेश्वर के कानन विहार इलाके में दो मंजिला इमारत, कटक और भुवनेश्वर के प्रमुख स्थानों में चार बेशकीमती भूखंड और उमरकोट में एक बेनामी भूखंड है।

प्रशांत ने अपने दो बच्चों की शिक्षा पर कुल 87 लाख रुपये खर्च किए हैं और उनके पास दो चार पहिया वाहन और एक दोपहिया वाहन है।

तीनों वाहनों की कीमत 37 लाख रुपये है। उनके कब्जे से 27.27 लाख रुपये के सोने-चांदी के आभूषण और घरेलू उपकरण जब्त किए गए हैं।

इसी तरह उनके पास बैंक और बीमा जमा के रूप में 92.34 लाख रुपये हैं। इसमें से 38.64 लाख रुपये दो बेनामी खातों में हैं।

2018 में भी हुई थी गिरफ्तारी

सतर्कता सूत्रों के अनुसार, प्रशांत को 2018 में बिश्रा ब्लॉक के बीडीओ रहते हुए एक लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

प्रशांत को 6 नवंबर, 2018 को सेवा से निलंबित करना पड़ा था। हालांकि, 18 जनवरी, 2020 को निलंबन हटा लिया गया और उन्हें नवरंगपुर के अतिरिक्त उप-कलेक्टर के रूप में बहाल कर दिया गया।

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