Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर ओडिशा में भव्य तैयारी, हनुमान मंदिर में जलेगा 5 फीट ऊंचा दीपक; जलेगा 7 हजार लीटर घी

अयोध्या के राम मंदिर में 22 जनवरी को होने वाले प्राण-प्रतिष्ठा समारोह को लेकर ओडिशा में भी खास तैयारियां चल रही है। राउरकेला स्थित हनुमान वाटिका मंदिर में इस समारोह को यादगार बनाने को लेकर खास आयोजन किया जा रहा है। इस दिन पांच फीट ऊंचा और 15 फीट व्यास वाला दीपक जलाया जाएगा। इस दीपक में 14 दिनों तक सात हजार लीटर घी जलेगा।

By Jagran News Edited By: Shashank ShekharUpdated: Sun, 07 Jan 2024 09:37 PM (IST)
Hero Image
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर ओडिशा में भव्य तैयारी, हनुमान मंदिर में जलेगा 5 फीट ऊंचा दीपक;

जागरण संवाददाता, राउरकेला। अयोध्या के राम मंदिर में 22 जनवरी को होने वाले प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के दिन ओडिशा के राउरकेला में स्थित हनुमान वाटिका मंदिर में भी इस अवसर को यादगार बनाने की तैयारी चल रही है। इस दिन मंदिर में पांच फीट ऊंचा और 15 फीट व्यास वाला दीपक जलाया जाएगा। इस दीपक में 14 दिनों तक सात हजार लीटर घी जलेगा।

इसके लिए 15 मीटर लंबी बाती कटक से मंगाई जा रही है। वाटिका में 22 जनवरी से 14 दिनों तक विशाल दीपक अनवरत जलता रहेगा। इस दौरान यहां पूजा-पाठ के विशेष आयोजन होंगे। हनुमान वाटिका परिसर में इस विशेष अवसर के लिए प्रभु श्रीराम की 11 फीट ऊंची प्रतिमा का भी निर्माण किया जा रहा है। इसे बनाने में 10 दिनों से नौ कारीगर जुटे हैं।

मूर्तिकारों के अनुसार, निर्माण कार्य 15 जनवरी तक पूरा कर लिया जाएगा। स्वयंसेवी संस्था स्माइल फार एवर फाउंडेशन की अगुवाई में यह पूरा काम हो रहा है।

17 जनवरी को होगी नगर परिक्रमा

संस्था के पदाधिकारियों के अनुसार, मिट्टी के विशाल दीपक को लेकर 17 जनवरी को पूरे नगर की परिक्रमा की जाएगी। विभिन्न शैक्षिक संस्थानों से लेकर बस्ती क्षेत्रों व अन्य प्रमुख स्थलों में प्रतिमा व दीपक के साथ श्रद्धा जुलूस पहुंचेगा। इसका उद्देश्य शहर वासियों को अयोध्या के श्रीराम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा उत्सव के संबंध में जागरूक करना तथा महादीप प्रज्जवलन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित करना है।

दीये पर लिखा होगा जय श्री राम

दीपक एवं मूर्ति के निर्माण में कोलकाता के प्रसिद्ध शिल्पकार शंभू प्रजापति और उनके आठ सहयोगी जुटे हैं। कारीगरों ने बताया कि इस तरह का दीपक बनाने का आर्डर उन्हें पहली बार मिला है। दीपक ज्यादा वजनी ना हो इसे ध्यान में रखते हुए हल्की सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है।

बांस में रस्सी और पुआल बांधकर उससे बड़े आकार के दीपक का ढांचा बनाया गया है। वहीं दीपक को मजबूत व खूबसूरत बनाने तथा घी को लीकेज से बचाने के लिए प्लास्टर आफ पेरिस का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। दीपक को अंतिम रूप देने के बाद दीपक के बाहरी हिस्से में जय श्री राम लिखकर सजाया जाएगा।

ये भी पढ़ें: ओडिशा में कल नहीं चलेंगे वाहन, ट्रांसपोर्ट वर्कर्स संघ ने किया बंद का एलान; बढ़ेगी लोगों की मुश्किलें

ये भी पढ़ें: '... तो पत्नी को बनाया जा सकता है झारखंड का मुख्यमंत्री', हेमंत सोरेन की बहन ने तोड़ी चुप्पी; कह दी ये बड़ी बात