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'... तो पत्नी को बनाया जा सकता है झारखंड का मुख्यमंत्री', हेमंत सोरेन की बहन ने तोड़ी चुप्पी; कह दी ये बड़ी बात

हेमंत सोरेन को ईडी द्वारा समन भेजे जाने पर मुख्यमंत्री की बहन अंजलि सोरेन ने रविवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा। इस दौरान केंद्र पर हेमंत सोरेन को परेशान करने का आरोप लगाया। अंजलि सोरेन ने कहा कि केंद्र सरकार एक तरफ तो आदिवासियों के उत्थान की बात करती है द्रौपदी मुर्मु को राष्ट्रपति बनाती और दूसरी ओर हमें परेशान किया जा रहा है।

By Sheshnath Rai Edited By: Shashank ShekharUpdated: Sun, 07 Jan 2024 06:54 PM (IST)
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'... तो पत्नी को बनाया जा सकता है झारखंड का मुख्यमंत्री', हेमंत सोरेन की बहन ने तोड़ी चुप्पी
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी द्वारा समन भेजे जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए उनकी बहन अंजलि सोरेन ने रविवार को केंद्र सरकार पर उनके भाई हेमंत सोरेन को परेशान करने का आरोप लगाया है।

उन्होंने कहा कि एक तरफ केंद्र सरकार आदिवासियों के उत्थान की बात करती है और द्रौपदी मुर्मु को राष्ट्रपति बनाती है, वहीं दूसरी तरफ हमें परेशान किया जा रहा है। झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार आदिवासी सरकार है। इसलिए, उन्हें परेशान किया जा रहा है।

हेमंत सोरेन की बहन ने आगे यह भी कहा कि केंद्र को डर है कि अगर हेमंत सोरेन सरकार जारी रही तो भाजपा को आदिवासी वोट नहीं मिलेंगे। इसलिए, किसी भी तरह से उन्हें बदनाम करना चाहते हैं।

अगर जरूरत पड़ी तो वह CM बन सकती- अंजली सोरेन

यह पूछे जाने पर कि ईडी ने झारखंड के सीएम को सात समन भेजने के मामले पर मुख्यमंत्री की बहन अंजलि सोरेन ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। मैं सिर्फ इतना कहना चाहती हूं कि केंद्र सरकार हेमंत सोरेन को परेशान कर रही है।

इस बीच झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के खिलाफ ईडी की कार्रवाई की स्थिति में उनकी पत्नी कल्पना सोरेन राज्य की अगली सीएम हो सकती हैं, इन अटकलों के बारे में पूछे जाने पर उनकी बहन ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वह मुख्यमंत्री बन सकती हैं।

हमारी पार्टी के अन्य सदस्य भी हैं, यह विधायक दल की बैठक में तय किया जाएगा। मैं आपको पुष्टि के साथ नहीं बता सकती, लेकिन अगर जरूरत पड़ी तो वह ऐसा करेंगी।

ED ने झारखंड CM को पिछले हफ्ते जारी किया था 7वां समन

इससे पहले पिछले हफ्ते ईडी ने झारखंड सीएम को सातवां समन जारी किया था, जिसमें उन्हें अपना बयान दर्ज करने के लिए कहा गया था। चूंकि वह ईडी के सात समन के लिए उपस्थित नहीं हुए थे, इस बार एजेंसी ने कहा कि यह बयान दर्ज करने का उनका आखिरी अवसर है।

पत्र में कहा गया है कि जारी किए समन का पालन नहीं किया गया है। कार्यालय नहीं आए, इसलिए हम आपको धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 की धारा 50 के तहत आपके साथ-साथ अधोहस्ताक्षरी (ईडी) के लिए पारस्परिक रूप से सुविधाजनक स्थान, तारीख और समय पर अपना बयान दर्ज कराने का यह अंतिम अवसर दे रहे हैं। यह नोटिस या समन प्राप्त होने के 7 दिनों के भीतर होना चाहिए।

दो दिन में स्थान, तारीख और समय बताने को कहा था

एजेंसी ने उनसे यह पत्र मिलने के दो दिन के भीतर स्थान, तारीख और समय बताने को कहा है। पत्र में कहा गया है, 'छह समन जारी किए जाने के बाद भी हेमंत सोरेन निराधार कारणों का हवाला देते हुए इस कार्यालय के समक्ष पेश नहीं हुए। यह गैर-उपस्थिति वर्तमान मामले में जांच की प्रगति को बाधित और बाधित कर रही है।

इससे पहले ईडी ने पूछताछ के लिए 12 दिसंबर को छठा समन जारी किया था। मुख्यमंत्री सोरेन को ईडी ने अगस्त में भूमि घोटाले में तलब किया था। हालांकि, सीएम ने समन को नजरअंदाज कर दिया और दावा किया कि वह राज्य के स्वतंत्रता दिवस समारोह में व्यस्त थे।

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