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ओडिशा में कम हो रही गरीबी, 62 लाख से अधिक हुए दायरे से बाहर, मलकानगिरी की हालत सबसे खराब

उत्तर प्रदेश बिहार मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्‍यों के साथ ओडिशा भी गरीबी को आहिस्‍ता-आहिस्‍ता मात दे रहा है। वित्त वर्ष 2015-16 से 2019-20 के बीच ओडिशा में 62 लाख 62 हजार 852 लोगों को गरीबी से बाहर निकाला गया है। नीति आयोग की एक रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। ओडिशा गरीबी उन्‍मूलन की दिशा में धीरे-धीरे सफलता हासिल कर रहा है।

By Jagran NewsEdited By: Arijita SenUpdated: Tue, 18 Jul 2023 12:22 PM (IST)
ओडिशा में कम हो रही गरीबी, 62 लाख से अधिक हुए दायरे से बाहर, मलकानगिरी की हालत सबसे खराब
गरीबी के चंगुल से निकल रहा है ओडिशा।

जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। पिछले पांच सालों में देश में गरीबी उन्मूलन में बड़ी सफलता मिली है। देश भर में रिकॉर्ड 13.5 करोड़ लोगों को गरीबी के चंगुल से बचाया गया है। वहीं, नीति आयोग द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, ओडिशा में 62 लाख 62 हजार 852 लोगों को गरीबी से बाहर निकाला गया है।

राज्‍य में मलकानगिरी सबसे अधिक गरीब

ओडिशा को यह सफलता वित्त वर्ष 2015-16 से 2019-20 के बीच मिली है। इसी अवधि के दौरान ओडिशा में गरीबी दर 29.34 प्रतिशत से घटकर 15.86 प्रतिशत हो गई है। ग्रामीण गरीबी दर 32.64 प्रतिशत से घटकर 17.72 प्रतिशत हो गई है, जबकि शहरी क्षेत्रों में यह 12.32 प्रतिशत से घटकर 5.42 प्रतिशत हो गई है। जिलों में मलकानगिरी में राज्य में सबसे अधिक गरीबी दर 45.01 प्रतिशत है, जबकि पुरी में सबसे कम 3.29 प्रतिशत है।

गरीबी को मात देने में कामयाब हो रहा ओडिशा

नीति आयोग द्वारा जारी 'राष्ट्रीय बहुआयामी गरीबी सूचकांक: एक प्रगति समीक्षा 2023' रिपोर्ट के अनुसार, रायगढ़ में गरीबी दर 34.03 प्रतिशत, कोरापुट में 33.54 प्रतिशत, नवरंगपुर में 33.45 प्रतिशत और मयूरभंज में 30.57 प्रतिशत है।

गरीबी के चंंगुल से निकल रहे लोग

रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया है कि 2015-16 की तुलना में 2029-20 में राज्य के सभी जिलों में गरीबी में रहने वाले लोगों की संख्या में कमी आई है। पुरी, जगतसिंहपुर, खुर्दा, कटक, गंजाम, नयागढ़, झारसुगुडा, सोनपुर, केंद्रापड़ा, बलांगीर और संबलपुर में गरीबी दर 10 प्रतिशत से कम है। अन्य जिलों में, यह दर दोहरे अंकों की संख्या में है।

देश के इन राज्‍यों में भी तेजी से घटी है गरीबी

अखिल भारतीय स्तर पर ओडिशा समेत उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश और राजस्थान में गरीबी तेजी से घटी है।नीति आयोग की उपाध्यक्ष सुमन बेरी ने यह रिपोर्ट जारी की। नीति आयोग ने स्वास्थ्य, शिक्षा, जीवन स्तर जैसे 12 अहम मानकों के आधार पर यह रिपोर्ट तैयार की है।