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VLSRSAM Test: धरती से हवा में अटैक करेगी ये मिसाइल, भारत ने कर लिया सफल परीक्षण

भारत ने गुरुवार (12 सितंबर) को ओडिशा में बालेश्वर के चांदीपुर में जमीन से हवा में प्रहार करने वाली अत्याधुनिक मिसाइल (वर्टिकल लॉन्च शॉर्ट रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल) का सफल परीक्षण किया। दोपहर 3 बजकर 18 मिनट पर परीक्षण को पूरा किया गया। उल्लेखनीय है कि 6 सितंबर को भी भारत ने ओडिशा में मिसाइल का परीक्षण किया था। इस मिसाइल का नाम अग्नि-चार है।

By Jagran News Edited By: Rajat Mourya Updated: Thu, 12 Sep 2024 09:06 PM (IST)
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वर्टिकल लॉन्च शॉर्ट रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल।

लावा पांडे, बालेश्वर। भारत में डीआरडीओ ने आज गुरुवार 12 सितंबर को दोपहर 3:18 बजे कम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाले प्रक्षेपास्त्र वीएलएसआरएसएएम (VLSRSAM Test) का सफल परीक्षण किया है।

यह परीक्षण बंगाल की खाड़ी के तट पर स्थित ओडिशा में बालेश्वर के अंतर्गत चांदीपुर नामक स्थान के आईटीआर परिसर में स्थित लॉन्चिंग कंपलेक्स तीन में किया गया है।

इस मिसाइल की खासियत यह है कि यह मिसाइल दुश्मन की रडार के पकड़ में नहीं आती है तथा यह पलक झपकते ही दुश्मन के किसी भी हवाई खतरे को तहस-नहस करने में कामयाब रहती है।

क्या है मिसाइल की खासियत

इस मिसाइल की मारक क्षमता 30 किलोमीटर तक है तथा 12 किलोमीटर की ऊंचाई तक जा सकती है। रक्षा मंत्रालय की ओर से भारतीय डीआरडीओ को इसके लिए बधाई दी गई है।

डीआरडीओ ने वर्टिकली लॉन्च शॉर्ट रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल का सफल परीक्षण कर अपने स्वदेशी ज्ञान कौशल का उत्तम नमूना पेश किया है।

यह मिसाइल संपूर्ण रूप से स्वदेशी ज्ञान कौशल से निर्मित है। नौसेना के जंगी जहाज में इसे वर्टिकल लॉन्च सिस्टम में लगाया जाता है, इसलिए इसे वर्टिकल लॉन्च शॉर्ट रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल भी कहते हैं। इसका इस्तेमाल जमीन से भी किया जा सकता है।

डीआरडीओ देश की तीनों सेनाओं जल, थल और वायु को ताकतवर बनाने की दिशा में कार्य कर रहा है। नई और पुरानी मिसाइल का आधुनिकरण कर इनके प्रायोगिक परीक्षण किए जाते हैं।

ग्रामीणों को कैंप में रखा गया

आज के परीक्षण को देखते हुए चांदीपुर लॉन्चिंग कंपलेक्स तीन के नजदीक ढाई किलोमीटर के करीब 6 गांव से 3100 लोगों को सुबह 6 बजे से शाम 5 बजे तक अस्थायी शिवरों में रखा गया था।

आज के परीक्षण को देखते हुए भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तथा डीआरडीओ के अध्यक्ष समीर वी कामत ने डीआरडीओ की पूरी टीम को बधाई दी है।

कल भी होगा दूसरी मिसाइल का परीक्षण

उल्लेखनीय है कि कल यानी शुक्रवार 13 सितंबर को भी डीआरडीओ फिर से चांदीपुर के एलसी 3 से एक अत्याधुनिक मिसाइल का परीक्षण करेगा।

इसके लिए भी एलसी 3 परिसर के ढाई किलोमीटर के इलाके में आने वाले 6 गांव के 3100 लोगों को सुबह से शाम 5 बजे तक अस्थायी शिविर में लाकर रखा जाएगा।

अस्थायी शिविर में सभी व्यवस्थाएं

बता दें कि जिला प्रशासन की ओर से लोगों को अस्थायी शिवरों में लाने के लिए सभी व्यवस्थाएं की गई हैं। इनमें आने वाले लोगों की सुविधा के लिए 100 से ज्यादा अधिकारी और कर्मचारियों को नियुक्त भी किया गया है। भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात है।

लोगों को मिसाइल का परीक्षण पूरा होने तक इन शिविरों में रखा जाएगा। यहां उन्हें पीने का पानी, दोपहर का भोजन, एक दिन का मुआवजा आदि भी दिया जाएगा।

जानकारी के अनुसार, मुआवजा राशि वयस्कों के लिए अधिक, उससे कम बच्चों के लिए तथा पशुओं के लिए भी चारा इत्यादि और खाने-पीने की व्यवस्था की जाती है।

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