ओडिशा के नए मुख्यमंत्री Mohan Majhi के लिए घर की तलाश, CM के लिए नहीं है कोई आधिकारिक आवास
भाजपा नेता मोहन चरण मांझी ने ओडिशा के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले ली है। हालांकि कोई आधिकारिक मुख्यमंत्री आवास नहीं होने की वजह से अधिकी उनके लिए आवास की तलाश में जुट गए हैं। दरअसल पिछले ढाई दशक तक सीएम रहे नवीन पटनायक कभी भी सीएम आवास में नहीं रहे थे। ऐसे में अभी सीएम का कोई आधिकारिक आवास नहीं हैं।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। ओडिशा की राजनीति में ऐतिहासिक फेरबदल हुआ है। नवीन पटनायक के करीब ढाई दशक के शासनकाल के बाद राज्य में भाजपा की सरकार बन चुकी है। राज्य में भारतीय जनता जनता पार्टी की सरकार बनने के साथ ही यहां के नए मुख्यमंत्री के लिए घर भी ढूंढा जा रहा है।
ओडिशा में इस समय कोई आधिकारिक 'मुख्यमंत्री आवास' नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक 25 सालों से अपने निजी घर 'नवीन निवास' में ही आवासीय कार्यालय चला रहे थे।
निजी आवास में ही रहते थे पूर्व सीएम नवीन पटनायक
पिछले 24 वर्षों से 'नवीन निवास' ही मुख्यमंत्री आवास के रूप में जाना जाता रहा है, लेकिन अब सत्ता परिवर्तन के साथ ही नए सीएम के लिए 'मुख्यमंत्री आवास' की खोज शुरू हो गई है। हालांकि, नए सीएम को मुख्यमंत्री आवास में शिफ्ट होने में कुछ समय लग सकता है।
रिनोवेशन के बाद आवास में शिफ्ट होंगे सीएम माझी
मुख्यमंत्री आवास फाइनल होने के बाद इसका रिनोवेशन किया जाएगा, जिसमें कुछ समय लग सकता है। एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट ने 'सीएम शिकायत कक्ष' सहित कुछ खाली क्वॉर्टरों को सीएम आवास के रूप में शार्टलिस्ट कर लिया है।
क्या कहते हैं अधिकारी ?
राज्य के एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि पूर्व सीएम जेबी पटनायक और गिरिधर गमांग भुवनेश्वर में राजभवन और एजी स्क्वॉयर के बीच स्थित एक सरकारी क्वॉर्टर में रहते थे। इस घर को बाद में नवीन द्वारा मुख्यमंत्री शिकायत कक्ष बदल दिया गया।
फिलहाल, सरकार उपयुक्त घर मिलने तक मुख्यमंत्री के अस्थायी आवास के लिए स्टेट गेस्ट हाउस में एक सुइट तैयार करने की योजना बना रही है।