3 लाख रुपये में 1KG: ओडिशा में उग रहा दुनिया का सबसे महंगा आम, कैंसर सहित कई गंभीर बीमारियों में कारगर
मियाजाकी आम में कई रासायनिक घटक पाए जाते हैं जैसे कि पोटेशियम विटामिन C बीटा-कैरोटीन फोलिक एसिड एंटीऑक्सीडेंट वगैरह। यह शरीर को कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से भी बचाता है। इसमें जिंक विटामिन सी ई ए और के कैल्शियम के अलावा कॉपर व मैगनीशियम जैसे तत्व पाए जाते हैं इसीलिए प्रति किलो इसकी कीमत ढाई से तीन लाख रुपये है।
By Jagran NewsEdited By: Arijita SenUpdated: Thu, 27 Jul 2023 02:31 PM (IST)
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। ओडिशा के कालाहांडी जिले में एक किसान सह शिक्षक रक्षक भोई ने दावा किया है कि उन्होंने अपने बगीचे में दुनिया की सबसे महंगी आम की किस्म 'मियाज़ाकी' उगाई है। अपने अनूठे स्वाद और कीमत के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजार में मियाज़ाकी आम की कीमत 2.5 लाख से 3 लाख रुपये प्रति किलोग्राम है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, धरमगढ़ उपखंड के कंदुलगुडा गांव के मूल निवासी आम किसान भोई अपने खेत में विभिन्न नस्लों के आम उगा रहे हैं। उन्होंने राज्य बागवानी विभाग के माध्यम से बीज प्राप्त करने के बाद अपने बगीचे में 'मियाज़ाकी' किस्म का आम लगाया।
#WATCH | Odisha: A teacher from Kandulguda Village of Kalahandi district, succeeded in growing a special variety of mango called as 'Miyazaki' which costs Rs 2.5 lakhs to 3 lakhs per kg in the international market for its unique taste. (26.07) pic.twitter.com/c1Nb2P85uc
— ANI (@ANI) July 27, 2023
शरीर के लिए वरदान से कम नहीं है मियाजाकी आम
मियाज़ाकी किस्म मूलतः एक जापानी नस्ल है। अनोखे स्वाद और औषधीय गुणों के कारण विदेशों में इसकी भारी मांग है। आम की यह किस्म न केवल दिखने में बहुत रंगीन है, बल्कि इसका स्वाद भी अनोखा है। यह आम की अन्य किस्मों से पूरी तरह से अलग है क्योंकि इसमें विटामिन ए और सी के साथ-साथ एंटीऑक्सिडेंट भी उच्च मात्रा में होते हैं। यह शरीर को बीमारी से बचाने में मदद करता है और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। इसमें फाइबर, पोटेशियम और मैग्नीशियम भी होता है।मियाजाकी आम के फायदे
- मियाजाकी आम पाचन को दुरुस्त रखता है।
- यह स्किन को ग्लोइंग और हेल्दी रखने में मददगार है।
- यह शरीर में इन्सुलिन के लेवल को बैलेंस करता है।
- कोलेस्ट्रॉल को कम करता है।
- कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से भी बचाता है।
कालाहांडी के सहायक बागवानी निदेशक, टंकधर कालो ने कहा कि इस प्रकार के आमों पर अधिक शोध की आवश्यकता है। 'मियाज़ाकी' को 'रेड सन' और बंगाली में 'सूरजा डिम' (लाल अंडा) भी कहा जाता है।
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