नवीन पटनायक ने ओडिशा सरकार को लिखी चिट्ठी, बलभद्र जी की मूर्ति गिरने पर जताया दुख; कर दी ये मांग
Jagannath Rath Yatra ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने नए सीएम मोहन चरण माझी को एक चिट्ठी लिखी है। उस चिट्ठी में जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान पुरी आड़प मंडप में बलभद्र जी की मूर्ति गिरने की घटना पर दुख जताया है। वहीं मोहन चरण सरकार से मांग की है कि आप खुद जिम्मेदारी ले और ऐसी घटना ना हो यह सुनिश्चित करेंगे।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। Jagannath Rath Yatra ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी को पूर्व मुख्यमंत्री तथा विरोधी दल नेता नवीन पटनायक ने पत्र लिखा है। पुरी जगन्नाथ धाम में पहंडी हादसे को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री ने वर्तमान सीएम को पत्र लिखा है।
नवीन पटनायक ने लिखा कि पहंडी के दौरान जो घटना हुई है। वह पूरी दुनिया में रहने वाले जगन्नाथ भक्तों को व्यथित किया है। इस घटना से मन दुखित हूं।
महाप्रभु जगन्नाथ ओडिशा के स्वाभिमान- नवीन पटनायक
उन्होंने यह भी लिखा कि महाप्रभु जगन्नाथ ओडिशा के स्वाभिमान हैं। ओडिया जाति के सर्वश्रेष्ठ परिचय हैं। वह जगत के नाथ है। महाप्रभु की रथयात्रा में भाग लेने के लिए देश-विदेश से लाखों जगन्नाथ प्रेमी पुरी धाम आते हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने लिखा कि इस वर्ष आड़प मंडप में बलभद्र जी की पहंडी के समय जो घटना हुई है, उससे पूरी दुनिया में रहने वाले जगन्नाथ भक्तों की भावना चोट पहुंची है। मैं भी इस घटना से अत्यन्त दुखित हूं। महाप्रभु जगन्नाथ जी ओडिया जाति के ईष्ट देवता हैं। उनकी पहंडी के समय इस तरह की घटना हृदय विदारक है। चारमाल में पहंडी के समय बलभद्र जी मुंह के बल गिर गए थे।
सरकार आम लोगों को समझाने में विफल- नवीन पटनायक
उन्होंने आगे यह भी लिखा कि अपनी आंख से देखने के बाद भी इस घटना पर विश्वास नहीं हो रहा है। इस तरह की घटना के बाद भी राज्य मंत्रीमंडल के कुछ सदस्यों ने जिस प्रकार से बयानबाजी की है, वह जगन्नाथ प्रेमियों के दुख को दुगुना कर दिया है। भक्तों की भावना को ठेस पहुंचायी है। इस तरह की घटना होने के बाद सरकार आम लोगों को भी समझाने में विफल हुई है।
नवीन पटनायक ने लिखा कि महाप्रभु जगन्नाथ जी ओड़िया जाति के मुखिया हैं। हम सबके विश्वास के केन्द्र् बिन्दू हैं। इस संदर्भ में मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप खुद जिम्मेदारी लेते हुए इस तरह की घटना दोबारा ना हो, वह सुनिश्चित करेंगे। मेरा विश्वास है कि इस दिशा में आपके द्वारा उठाए गए कदम करोड़ों ओड़िया भक्तों को आश्वस्थ करने में सहायक होगा।