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Odisha Assembly Speaker: पूर्व मंत्री सुरमा पाढ़ी निर्विराेध चुनी गईं विधानसभा अध्यक्ष, कल होगी आधिकारिक घोषणा

Odisha Assembly Speaker Nomination विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए सुरमा पाढ़ी ने आज मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी दो उप मुख्यमंत्री केवी सिंहदेव प्रभाति परिड़ा के साथ भाजपा के वरिष्ठ विधायक की उपस्थिति‍ में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। अन्य किसी पार्टी से कोई उम्मीदवार नामांकन ना करने से सुरमा पाढ़ी विधानसभा की निर्विरोध अध्यक्ष चुनी गई हैं। कल इसकी औपचारिक घोषणा की जाएगी।

By Sheshnath Rai Edited By: Prateek Jain Updated: Wed, 19 Jun 2024 03:21 PM (IST)
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विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल करती सुरमा पाढ़ी, साथ में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी व अन्‍य।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। रणपुर की विधायक व पूर्व मंत्री सुरमा पाढ़ी ओडिशा विधानसभा की निर्विरोध अध्यक्ष चुनी गई हैं। अन्य किसी पार्टी से कोई उम्मीदवार नामांकन ना करने से सुरमा पाढ़ी विधानसभा की निर्विरोध अध्यक्ष चुनी गई हैं। 20 जून को इसकी औपचारिक घोषणा की जाएगी।

जानकारी के मुताबिक, विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए सुरमा पाढ़ी ने आज अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।इस अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, दो उप मुख्यमंत्री केवी सिंहदेव, प्रभाति परिड़ा के साथ भाजपा के वरिष्ठ विधायक उपस्थित थे।

आज सुबह मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी की अध्यक्षता में विधानसभा के 54 नंबर प्रकोष्ठ में भाजपा विधायक दल की बैठक हुई। किसे विधानसभा का अध्यक्ष बनाना है, उस पर चर्चा हुई। भाजपा विधायक दल की बैठक में सुरमा पाढ़ी को विधानसभा अध्यक्ष के रूप में मनोनीत किया गया। 

दोपहर 12 बजे तक था नामांकन का समय

गुरुवार को विधानसभा अध्यक्ष पद का चुनाव होना है। बुधवार दोपहर 12 बजे तक नामांकन पत्र दाखिल करने का समय था। आखिरी क्षण तक सुरमा पाढ़ी के अलावा और किसी ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया है। कोई प्रतिद्वंदी नहीं होने से सुरमा पाढ़ी का विधानसभा अध्यक्ष बनना निश्चित है। केवल 20 जून गुरुवार को सुरमा पाढ़ी के नाम की घोषणा करना औपचारिकता है। 

गौरतलब है कि राज्य में भाजपा सरकार बनने के बाद सुरमा पाढ़ी विधानसभा अध्यक्ष की रेस में सबसे आगे थी। आज पार्टी ने उन्हें विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए मनोनीत किया है। 2024 में रणपुर विधानसभा चुनाव क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर वह विधानसभा पहुंचीं।

बीजू जनता दल के उम्मीदवार सत्य नारायण प्रधान को उन्होंने 15 हजार 544 वोट से पराजित किया था। इसके साथ ही सूरमा 2004 से 2009 तक विधायक थी। भाजपा-बीजद गठबंधन सरकार में वह समवाय मंत्री रह चुकी हैं।

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