ओडिशा हिंसा: 48 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा और सोशल मीडिया पर पाबंदी, धारा 144 लागू, अब तक 20 से ज्यादा गिरफ्तार
ओडिशा गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव देवरंजन कुमार सिंह की ओर से अधिसूचना जारी कर 13 अप्रैल सुबह 10 बजे से अगले 48 घंटे तक संबलपुर जिले में इंटरनेट सेवा और सोशल मीडिया- व्हाट्सएप फेसबुक ट्विटर इंस्टाग्राम और स्नैपचैट पर रोक लगाने के निर्देश दिए गए हैं।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर: ओडिशा के संबलपुर जिले में आज यानी 13 अप्रैल सुबह 10 बजे से अगले 48 घंटों के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। राज्य सरकार ने इसकी जानकारी दी है। हनुमान जयंती बाइक रैली में पथराव की घटना के बाद हिंसा रोकने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया गया है। इसके साथ ही सभी सोशल मीडिया प्लेफॉर्म्स पर भी पाबंदी लगा दी गई है। गुरुवार को भी संबलपुर में जगह-जगह पुलिस टीम तैनात कर है।
ओडिशा गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव देवरंजन कुमार सिंह की ओर से अधिसूचना जारी कर 13 अप्रैल सुबह 10 बजे से अगले 48 घंटे तक संबलपुर जिले में इंटरनेट सेवा और सोशल मीडिया- व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और स्नैपचैट पर रोक लगाने के निर्देश दिए गए हैं। बता दें कि यह कदम संबलपुर शहर के मोतीझरन इलाके में बुधवार की शाम हनुमान जयंती बाइक रैली के दौरान हुई हिंसा, तोड़फोड़ और आगजनी की घटना के बाद इंटरनेट मीडिया में इसे लेकर वीडियो और फोटो वायरल होने समेत धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश का मामला सामने आने के बाद उठाया गया है।
बता दें कि हनुमान जयंती शोभायात्रा से पहले हनुमान जयंती समन्वय समिति की ओर से बाइक रैली निकाली गई थी। इसी दौरान, शहर के संवेदनशील कहे जाने वाले मोतीझरन इलाके में पथराव हो गया। इसके चलते अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक तपन महंती, धनुपाली थानेदार अनिता प्रधान और टाउन थानेदार प्रकाश कर्ण समेत दस पुलिसकर्मी घायल हो गए। उपद्रवियों ने दो बाइक और पांच दुकानों को भी फूंक दिया। शहर बिगड़ते हालात को देखते हुए प्रशासन की ओर से धारा 144 लगा दी गई है। इस मामले में 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि कुछ अन्य को हिरासत में लिया गया है।
इस मामले की गंभीरता और बढ़ते तनाव को देखते हुए घटनास्थल पर पांच प्लाटून पुलिस बल तैनात किया गया। उधर, इस पथराव में घायल पुलिस अधिकारियों और अन्य को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बताया जा रहा है कि शाम की नमाज के बाद जब रोजेदार मस्जिद से निकल रहे थे, तभी हनुमान जयंती बाइक रैली उस रास्ते से होकर गुजरी और इसी दौरान पथराव शुरू हो गया। इस पथराव को लेकर दोनों पक्ष एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं।
हनुमान जयंती को लेकर प्रशासन की ओर से शांति कमेटी की बैठक बुलाकर दोनों समुदाय के लोगों से शांति और सौहार्द की अपील की गई थी। बावजूद इसके शाम की घटना से साफ है कि प्रशासन की अपील को उपद्रवी ठेंगा दिखाकर अपनी मनमानी करने पर उतारू हैं।