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Odisha Honey Trap: कौन है अर्चना नाग, कैसे बनी ब्लैकमेलर; इसके जाल में फंसे हैं कई नेता

Odisha Honey Trap ओडिशा में कालाहांडी के गरीब परिवार में जन्मी अर्चना नाग के पास आलीशान महल हैं। ओडिशा फिल्मकार ने उसके जीवन पर फिल्म बनाने की तैयारी में हैं। वह ब्यूटी पार्लर के साथ देह व्यापार भी कराती है।

By Jagran NewsEdited By: Sachin Kumar MishraUpdated: Fri, 14 Oct 2022 03:46 PM (IST)
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Odisha Honey Trap: कौन है अर्चना नाग, कैसे बनी ब्लैकमेलर; इसके जाल में फंसे हैं कई नेता। फाइल फोटो
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। Odisha Honey Trap: ओडिशा में हनी ट्रैप (Honey Trap) के जरिए ब्लैकमेल करने वाली अर्चना नाग (Archana Nag) इन दिनों चर्चा में है। इस मामले को लेकर जहां विरोधी दल सत्ताधारी दल पर हमलावर हैं, वहीं पुलिस ने अर्चना की गिरफ्तारी के बाद से चुप्पी साध ली है। कालाहांडी के गरीब परिवार में जन्मी अर्चना के पास आलीशान महल हैं। ओडिशा फिल्मकार ने उसके जीवन पर फिल्म बनाने की तैयारी में हैं। 

गिरफ्तारी के बाद भी पुलिस ने अर्चना को नहीं लिया रिमांड पर

अर्चना की गिरफ्तारी के 10 दिन से ज्यादा समय बीत जाने के बावजूद पुलिस ने उसे रिमांड पर नहीं लिया है। इस मामले में कई बड़े घरानों के शामिल होने का आरोप लगने के बाद पुलिस उन्हें जांच के दायरे में शामिल नहीं कर रही है। ऐसे में पुलिस जांच में दिखाई दे रही ढिलाई के चलते भारतीय विकास परिषद की ओर से हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई है।

हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर

परिषद के जगतसिंहपुर जिला अध्यक्ष की ओर से इस संदर्भ में उच्च न्यायालय में एक जनहित मामला दायर की है। उन्होंने अपने याचिका में कहा कि कमिश्नरेट पुलिस इस हाई प्रोफाइल हनीट्रैप मामले की जांच में ढिलाही बरत रही है ऐसे में मामले की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से कराने के निर्देश दिए जाएं, याचिकाकर्ता ने हाई कोर्ट से अनुरोध किया है।

अर्चना के पास है अथाह संपत्ति

ब्लैकमेलर क्वीन अर्चना का रैकेट सामने आने के बाद उसके पास अथाह संपत्ति होने की बात पता चली है। अर्चना के पास बड़े-बड़े बंगले, महंगी कारें और करोड़ों रुपये की संपत्ति के बारे में पता चला है। मनी लांड्रिंग का मामला भी सामने आ रहा है। इसमें केंद्र व राज्य सरकार, ईडी, डीजी पुलिस, खडगिरी पुलिस स्टेशन, भुवनेश्वर के आइआइसी को पक्ष बनाया गया है। पहले वह निजी कंपनी में काम करती थी। इसके बाद व ब्यूटी पार्लर में काम करने लगी। इसके बाद यहां काम करने वाले जगबंधु से शादी कर ब्यूटी पार्लर के साथ देह व्यापार भी चलाने लगी।

25 नेताओं को कर चुकी है ब्लैकमेल

बताया जा रहा है कि इस मामले में 25 नेता शामिल हैं, जिसमें से 18 विधायक शामिल बताए जा रहे हैं। इन्हें ब्लैकमेल किया जा चुका है। चूंकि इसमें बीजद और भाजपा के वरिष्ठ नेता तथा वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के शामिल होने से राज्य पुलिस निष्पक्ष जांच करेगी, इस पर संदेह हो रहा है। इसलिए ईडी की जांच के लिए हाईकोर्ट में मामला दर्ज किया गया है। अर्चना नाग, कालाहांडी जिले के केसिंगा के एक छोटे से गांव से आकर राजधानी में अपना धंधा कर रही थी। भुवनेश्वर के मंचेश्वर और सत्य बिहार में अर्चना के दो आलीसान मकान है। ब्लैकमेल अर्चना नाग अपने महल में रानी की तरह रहती थीं। इन सबकी जांच होनी चाहिए।

ऐंठती थी मनमानी रकम

अर्चना के महल में बड़े-बड़े राजनेताओं से लेकर विधायक, सांसद, बिल्डर, सोना व्यापारी जैसी हस्तियां पहुंचती थी। जैसे-जैसे रात होती थी और महफिल जमती थी। अर्चना इसे अपने गुप्त कैमरे में रिकार्ड कर रही थीं। इस कार्य में अर्चना ने कई युवतियों को शामिल किया था। बाद में अर्चना यह अश्लील वीडियो दिखाकर बड़े-बड़े लोगों से मनमाने तरकी से रकम ऐंठ रही थी। किसी से महंगी कारें तो किसी से सोना, हीरे के गहने, तीन लाख के वैनिटी बैग और महंगे घरेलू सामान लेती थी।

ऐसे फंसी जाल में

हालांकि अर्चना नाग, जो दूसरों को ब्लैकमेल करती थी, वह अपने ही जाल में फंस गई। उसके नाम पर भुवनेश्वर के खडगिरी और नापल्ली थाने में दो मामले दर्ज हुए। सिने प्रायोजिक अक्षय पारिजा ने खुद ब्लैकमेलिंग का शिकार होने के बाद 30 सितंबर को नयापल्ली थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने कहा था कि एक युवती के जरिए अर्चना नाग उन्हें ब्लैकमेल कर रही है। उन्हें एक स्टार होटल में बुलाकर तीन करोड़ रुपये की मांग करने की बात भी उन्होंने अपने शिकायत पत्र में उल्लेख किया है।

युवती ने दर्ज कराई शिकायत

फिल्म प्रमोटर अक्षय पारिजा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने वाली युवती ने अर्चना नाग के खिलाफ खंडगिरी थाने में दो अक्टूबर को शिकायत दर्ज कराई थी। युवती ने आरोप लगाया था कि अर्चना नाग ने उसका कुछ आपत्तिजनक वीडियो रखकर उसे ब्लैकमेल कर रही है। महिला शिकायतकर्ता के आरोप के आधार पर अर्चना को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि उसकी गिरफ्तारी के 10 दिन बाद भी पुलिस ने उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। यहां तक ​​कि पुलिस ने उसे अभी तक रिमांड पर नहीं लिया है, इसलिए हाई कोर्ट में एक जनहित का मामला दायर किया गया है। 

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