Odisha News: रंग लायी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु की वनवासियों को गले लगाने की अपील, कहा- वनवासी क्षेत्र में जल्द हो विकास
वनवासियों के कल्याण एवं विकास के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकारें कई प्रकार की योजनाएं चला रही हैं। उनकी शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य एवं रोजगार की चिंता सरकारें कर रही हैं। बावजूद इसके आज भी वनवासी क्षेत्र में जिस प्रकार से विकास होना चाहिए वह नहीं हो पाया है। आज भी ओड़िशा के सुदूर क्षेत्र में कई गांव ऐसे हैं जहां पर इंटरनेट सेवा नहीं पहुंच पायी है।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। वनवासियों के कल्याण एवं विकास के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकारें कई प्रकार की योजनाएं चला रही हैं। उनकी शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य एवं रोजगार की चिंता सरकारें कर रही हैं। बावजूद इसके आज भी वनवासी क्षेत्र में जिस प्रकार से विकास होना चाहिए, वह नहीं हो पाया है। आज भी ओड़िशा के सुदूर क्षेत्र में कई गांव ऐसे हैं जहां पर इंटरनेट सेवा नहीं पहुंच पायी है। ऐसे में इन वनवासियों को समाज के मुख्य धारा में शामिल करने, उन्हें गले लगाने तथा उनके सुख दुख में शामिल होने के लिए खुद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु खुले मंच से आह्वान कर चुकी हैं।
बड़े-बड़े माल एवं इमारतें एवं गाड़ियों को देख गदगद नजर आए बच्चे
राष्ट्रपति की अपील आज रंग लायी है और वनवासियों के कल्याण के लिए ना सिर्फ ओडिशा बल्कि पूरे देश में काम करने वाली संस्था फ्रेंड्स आफ ट्राइवल सोसाइटी के भुवनेश्वर चैप्टर एवं एफटीएस महिला चैप्टर ने वनवासी बच्चो को गले लगाने तथा इन बच्चों को राजधानी की चकाचौंध दुनिया का अनुभव कराने के उद्देश्य से 25 वनवासी बच्चों को भुवनेश्वर बुला कर उनका राजधानी में भव्य तरीके से स्वागत किया। जानकारी के मुताबिक ओडिशा के सुदूर वनवासी क्षेत्र केन्दुझर जिले के झुमपुरा, सीताराम पुर गांव शनिवार को 25 बच्चे राजधानी भुवनेश्वर का सैर करने के लिए यहां पहुंचे हैं।
राजधानी में हुआ भव्य स्वागत एफटीएस का शहर से गांव की दूरी कम करने का अनूठा प्रयास
भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन पर इन बच्चों के पहुंचते ही भव्य तरीके से स्वागत किया गया और इन बच्चो के साथ राजधानी के लोगों ने इस कदर अपनी तस्वीरें मानों जैसे ये वनवासी बच्चे किसी सेलीब्रेटी से कम ना हों। इस अवसर पर भुवनेश्वर एफटीएस चैप्टर के अध्यक्ष प्रकाश चन्द्र भुरा, महिला चैप्टर की अध्यक्ष श्वेता अग्रवाल, पूर्व अध्यक्ष शशि सेठिया के साथ नवरतन बोथरा, किशन मोदी, अनिल अग्रवाल, श्रीराम अग्रवाल, अंजना भुरा, विनीता चाचन आदि सदस्यों ने पलक पांवने बिछाकर इन वनवासी बच्चों का स्वागत किया।
इतना ही नहीं एक-एक सदस्यों ने तीन-तीन बच्चों को अपने साथ अपने घर ले गए और उनके साथ अपने बच्चों मिलवाया। उनसे बात की और उनके रहन सहन-खान-पान की जानकारी लेते हुए अपने बच्चों को वनवासी बच्चों की बारे में जानकारी दी है।
सभी बच्चे शाम के समय प्रकाश चन्द्र भुरा के आवास पर पहुंचे जहां पर सामूहिक भोज का आयोजन इन बच्चों के साथ किया गया। प्रकाश चन्द्र भुरा ने बताया के ये बच्चे दो दिन की टूर पर भुवनेश्वर आएं है और इन्हें राजधानी का सैर कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि बच्चे यहां पहुंचने के बाद बड़े बड़े माल एवं गाड़ियों को देखकर गदगद नजर आए।