ओडिशा प्लस टू प्रैक्टिकल एग्जाम: उत्तर पुस्तिकाओं पर परीक्षकों के हस्ताक्षर जरूरी, नहीं तो रुकेगा रिजल्ट
ओडिशा प्लस टू प्रैक्टिकल परीक्षाओं में पारदर्शिता लाने के लिए सीएचएसई ने बड़ा कदम उठाया है। अब परीक्षा खत्म होते ही प्लस टू कॉलेज के अधिकारी तुरंत एसएएमएस पोर्टल पर अंक जारी करेंगे। उत्तर पुस्तिकाओं पर आंतरिक व बाह्य दोनों परीक्षकों के हस्ताक्षर ना होने पर परीक्षार्थी का परीक्षा परिणाम स्थगित रखा जाएगा। प्रैक्टिकल परीक्षाएं 2 से 12 जनवरी तक आयोजित की जाएंगी।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। उच्चतर माध्यमिक शिक्षा परिषद (सीएचएसई) ने आंतरिक और व्यावहारिक (प्रेक्टिकल) परीक्षाओं में पारदर्शिता लाने के लिए कदम उठाए हैं। परीक्षा खत्म होते ही उच्च माध्यमिक विद्यालय (प्लस टू कॉलेज) के अधिकारी तुरंत एसएएमएस पोर्टल पर अंक जारी कर देंगे। यह सुनिश्चित करने के लिए भी सावधानी बरती गई है कि अंक प्रदान करने में कोई त्रुटि न हो।
उत्तर पुस्तिकाओं पर आंतरिक व बाह्य दोनों परीक्षकों के हस्ताक्षर ना होने पर परीक्षार्थी का परीक्षा परिणाम स्थगित रखा जाएगा एवं इसके लिए केन्द्र सुपरिटेंडेंट पूरी तरह से जिम्मेदार होंगे। प्रैक्टिकल परीक्षाएं 2 से 12 जनवरी तक आयोजित की जाएंगी, जबकि जिलेवार कॉलेज 27 जनवरी से 4 फरवरी तक छात्रों के प्रैक्टिकल अंक परिषद के पास भेज देंगे। सीएचएसई ने साफ कर दिया है कि निर्धारित समय के बाद जो प्रैक्टिकल रिकॉर्ड आएंगे, उन्हें स्वीकार नहीं किया जाएगा।
ऑनलाइन दाखिल किए जाएंगे परीक्षार्थियों के अंक
प्रैक्टिकल परीक्षा से पहले परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। नए परीक्षा केंद्र के रूप में स्थापित किए गए 110 सरकारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में से तीन में सीसीटीवी नहीं हैं, जबकि अन्य सभी केंद्र सीसीटीवी से लैस हैं। 600 रुपये जुर्माने के साथ फॉर्म भरने की प्रक्रिया 18 नवम्बर को खत्म हो रही है।इससे पहले 3 लाख 90 हजार छात्र फॉर्म भर चुके हैं। परीक्षा सहित मूल्यांकन, नंबर चढ़ाने,उत्तर पुस्तिकाओं का संग्रह, परीक्षकों की रिपोर्ट, उत्तर पुस्तिकाओं की सीलिंग जैसे विभिन्न कार्यक्रम सीसीटीवी निगरानी में आयोजित किए जाएंगे। निजी स्कूल सीसीटीवी फुटेज की सीडी/डीवीडी परीक्षा नियंत्रक के कार्यालय में जमा करेंगे।
स्कूल के अधिकारी परीक्षा नियंत्रक की अनुमति के बिना सीएचएसई द्वारा नियुक्त बाहरी परीक्षक को नहीं बदल सकते हैं। स्कूल के अधिकारी कला, विज्ञान, वाणिज्य और व्यावसायिक विभागों के बाहरी परीक्षक को तिथि, अलर्ट समूह के बारे में दो दिन पहले सूचित करेंगे। यदि बाहरी परीक्षक अनुपस्थित है, तो स्कूल प्रिंसिपल उस जिले के 50 किमी के भीतर एक अध्यापक नियुक्त कर सकते हैं।यह केवल परीक्षा नियंत्रक की अनुमति से होगा।ओसेपा व्यावसायिक विषयों की व्यावहारिक परीक्षा और मूल्यांकन की दिशा में कदम उठाएगी।
प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए आयोजित किए जाने वाले एक समूह में अधिकतम 24 उम्मीदवार हो सकते हैं।परीक्षा कार्यक्रम इस तरह से किया जाना चाहिए कि उम्मीदवार के पास एक ही दिन में दो व्यावहारिक विषयों की परीक्षा न हो। परीक्षा केंद्र पर पर्याप्त पेयजल सुविधा और प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध होनी चाहिए।वेंटिलेटरी सुविधाएं, पर्याप्त रोशनी, स्व वित्त पोषित स्कूलों में सीसीटीवी का अनिवार्य क्रियान्वयन और प्रैक्टिकल के लिए प्रयोगशालाओं में आग लगने जैसी समस्याओं से निपटने की व्यवस्था की जाए।परीक्षा से 15 मिनट पहले वैध एडमिट कार्ड वाले उम्मीदवारों को प्रयोगशाला / परीक्षा कक्ष में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी।काउंसिल ने कहा कि देर से आने वाले छात्रों को परीक्षा शुरू होने से कम से कम 30 मिनट के लिए प्रवेश करने की अनुमति दी जा सकती है।
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