Odisha: माझी बोले- आप लोगों ने 300 रुपये दक्षिणा पाने वाले शिक्षक को CM बनाया, घोषणापत्र का एक-एक वादा करेंगे पूरा
Odisha News ओडिशा में भाजपा की सरकार बनने के बाद सीएम मोहन चरण माझी लगातार जनता के बीच जा रहे हैं। इसी क्रम को जारी रखते हुए वे एक सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने पूर्व की बीजद सरकार को घेरा। साथ ही उन्होंने सीएम बनाने के लिए जनता को धन्यवाद दिया और कहा कि चुनावी घोषणापत्र का एक-एक वादे को हम पूरा करेंगे।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में भाग लेते हुए कहा कि 300 रुपये मासिक दक्षिणा पाने वाले एक अध्यापक को आप लोगों ने राजनीति में लाया और आज मुख्यमंत्री बना दिया है।
हमारी सरकार आपके साथ सेतु के रूप में काम करेगी। चुनावी घोषणापत्र का एक-एक वादे को हम पूरा करेंगे। हालांकि इसमें थोड़ा समय लगेगा, क्योंकि आज भी मैं अपने हिसाब से सरकार नहीं चला पा रहा हूं। जहां देंखे उन्हीं के लोग हैं।
मैं भी अभी सब कुछ समझ रहा हूं। 24 वर्ष तक आम लोग मुख्यमंत्री से नहीं मिल पाते थे, पर अब ऐसा नहीं होगा। हमारे दरवाजे 24 घंटे आपके लिए खुले रहेंगे।
'विकसित भारत के लिए वनवासियों का विकास करना होगा'
एकल अभियान एफटीएस की तरफ से आयोजित प्रेरणा प्रभाव संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि भाग लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वनवासी भाई-बहन जो दूर-दराज इलाके में रह रहे हैं, उन तक पंचमुखी शिक्षा पहुंचाने का जो प्रयास एकल अभियान के जरिए किया जा रहा है वह प्रशंसनीय है।
सरकार जो नहीं कर पाती है, उसे आप कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संगठन के प्रयास के कारण ही आज हमारी सरकार बनी है। ऐसे में मैं समझता हूं सरकार और इस संगठन के बीच एक सेतु बनाने की जरूरत है। विकसित भारत बनाने के लिए वनवासियों, आदिवासियों का विकास करना होगा।
आप ऐसे ही अपना काम करते रहें, सरकार सहयोग का हाथ बढ़ाएगी। हालांकि मुख्यमंत्री ने कहा कि आपका संगठन अभी प्रदेश के 21 जिले में काम कर रहा है। इसका विस्तार पूरे प्रदेश में होना चाहिए। क्योंकि अनेक नगड़ा ओडिशा के विभिन्न जिलों में हैं।
मुझे 300 रुपया दक्षिणा मिलती थी: माझी
मुख्यमंत्री ने एकल अभियान से जुड़े शिक्षकों से बात करते हुए कहा कि 1993 में जब मैं बीए पास किया तो शिशु मंदिर में शिक्षक बना। तब मुझे वेतन के रूप में दक्षिणा मिलती थी। यहां आपको मानधन मिलता है। 3 वर्ष तक मैं शिक्षक था। मुझे 300 रुपया दक्षिणा मिलती थी। मैं राजनीतिक में नहीं आना चाहता था, मगर 1997 में लोगों ने मुझे जबरन सरपंच बना दिया और मैं राजनीति में आ गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आप कहीं भी रहें, कोई भी काम करें मन लगाकर करें।हम जो निरंतर सेवा करते है, उसका मूल्य भगवान हमें अवश्य देते हैं। मुख्यमंत्री ने राजनीतिक कटाक्ष करते हुए कहा कि 24 वर्ष से प्रदेश की आम जनता मुख्यमंत्री से नहीं मिल पा रही थी।
पहले आम जनता के दरखास्त को डस्टबिन में डाल दिया जाता था, मगर अब ऐसा नहीं होगा।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए संरक्षक मनसुख लाल सेठिया ने एकल अभियान के बारे में बताया कि एकल अभियान पंचमुखी शिक्षा के माध्यम से गांव में काम करता है।
ग्राम विकास योजना में जैविक खेती गोपालन आदि के साथ कंप्यूटर शिक्षा देने के लिए गांव में अभियान चला रहा है। उन्होंने इस अवसर पर सभी वनांचल से आए कार्यकर्ताओं का स्वागत किया।
इस अवसर पर स्वामी जीवन मुक्ता, अजय अग्रवाल प्रमुख मंचासीन थे। स्वामी जीवन मुक्ता पुरी ने स्वामी लक्ष्मणानन्द सरस्वती हत्या घटना की सीबीआई जांच करने, भुवनेश्वर में एक चौराहा स्वामी जी के नाम से रखने के लिए मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित किया।