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Odisha: 2024 के चुनाव के लिए राज्य सरकार ने कसी कमर, आम बजट में किसानों के लिए 5645 करोड़ के बजट की तैयारी

Odisha Budget 2023 तमाम राजनीतिक दलों की तरह ओडिशा सरकार भी 2024 के चुनाव के लिए तैयारियों में जुट गई है। नवीन पटनायक सरकार के किसानों को सादने के लिए बजट में करोड़ों रुपये का बजट पारित करने के लिए तैयारी में जुटा हुआ है।

By Ritu ShawEdited By: Ritu ShawUpdated: Thu, 05 Jan 2023 11:06 AM (IST)
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Odisha: 2024 के चुनाव के लिए राज्य सरकार ने कसी कमर, किसानों के लिए 5645 करोड़ के बजट की तैयारी
जागरण संवाददाता, शेषनाथ राय/भुवनेश्वर: विभिन्न राजनीतिक दलों ने 2024 के चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। राज्य सरकार भी इस क्षेत्र में पीछे नहीं है। 2023 का बजट चुनावी बजट होगा। विभिन्न विभाग इस वर्ष कई नई परियोजनाओं को शुरू करने की योजना बना रहे हैं। बेहद विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक बहुत जल्द सरकार किसान वोट जीतने के लिए बड़ा कार्ड खेलने जा रही है, जिसता विस्तृत रूप आम बजट 2023 में देखने को मिल सकता है।

सरकार संदेश देगी कि ओडिशा 2047 तक जल-सुरक्षित राज्य होगा। इसे बजट में 'वाटर विजन@2047' के नाम से लागू किया जाएगा। इसलिए जल संसाधन विभाग ने अगले वित्तीय वर्ष के लिए करीब 5644 करोड़ 91 लाख रुपये का भारी भरकम बजट प्रस्ताव तैयार कर वित्त विभाग को दे दिया है। बड़े बैराज बनाने, जल सिंचाई परियोजनाएं, नदी घाटियां, गहरे कुएं, चेक डैम आदि बनाने की योजनाएं हैं। इतना ही नहीं सरकार एक कदम और आगे बढ़कर इस क्षेत्र में एक नया नारा देने जा रही है, 'जमीन में पानी और किसानों को बिजली'।

याद रखें, राज्य में कृषि से लेकर जल संरक्षण तक सब कुछ मानसून की बारिश पर निर्भर है। यदि वर्षा नहीं होती है, तो आधे से अधिक ओडिशा में कृषि नहीं हो पाती है। यहां तक ​​कि मानसून की बारिश में अनियमितता भी अब नियमित अंतराल पर सूखे का कारण बन रही है। राज्य सरकार द्वारा चाहे कितने ही पानी के पाइप बिछा दिए जाएं, सभी घरों में पानी पहुंचाने के लिए पानी उपलब्ध नहीं हो पाता है। नदियों और नहरों से भरे ओडिशा में जल संकट है। स्थिति और ना बिगड़े इसके लिए राज्य सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है।

सिंचाई के त्वरित विकास के लिए वित्तीय वर्ष 2023-24 में अतिरिक्त 2.33 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि को सिंचाई उपलब्ध कराई जाएगी। इसमें नबरंगपुर जिले के तेंतुलीखुंट, नंदाहांडी और नबरंगपुर प्रखंडों में प्राथमिकता के आधार पर करीब 20 हजार हेक्टेयर कृषि भूमि को सिंचाई उपलब्ध कराने के लिए नबरंगपुर जल सिंचाई परियोजना का शिलान्यास किया जाएगा।

इसके अलावा, बलांगीर जिले के बेलपाड़ा ब्लॉक में लगभग 4700 हेक्टेयर कृषि भूमि की सिंचाई के लिए अपर लैंथ परियोजना, नयागढ़ जिले के नयागढ़, खडपाड़ा, दसपल्ला, ओडगांव और नुआगांव ब्लॉक में लगभग 23300 हेक्टेयर कृषि भूमि को सिंचाई प्रदान करने के लिए बरतांग सिंचाई परियोजना, कनिहा तेलकोई प्रखंड के अंगुल जिले के पल्लहड़ा में लगभग 9900 हेक्टेयर कृषि भूमि को सिंचाई प्रदान करने के लिए समकोई बैराज परियोजना की नींव रखी जाएगी।

इसने 2023-24 में सोनो, बंकतीरा, तुरी-गुंटट और पीपलपंका सिंचाई परियोजनाओं जैसी नई, बड़ी और मध्यम सिंचाई परियोजनाओं के निर्माण की योजना बनाई है। न केवल नई परियोजनाओं बल्कि चल रही सभी परियोजनाओं को समय पर पूरा करने का निर्णय लिया गया है। इसमें गंगाधार मेहर खेत सिंचाई परियोजना, मन्योर परियोजना का विस्तार और घाटकेश्वर परियोजना का कार्य अगले वित्तीय वर्ष में पूरा किया जाएगा। इसके लिए पीएमकेएसडब्ल्यूआई के तहत 2290 करोड़ रुपये और डब्ल्यूएसआईडीपी के तहत 1170 करोड़ रुपये के व्यय को रोक दिया गया है।

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