ओडिशा में बाढ़ जैसे हालात, बंशधारा एवं वैतरणी नदी खतरे के निशान के पार, 14 जिलों में बंद किए गए स्कूल-कॉलेज
Odisha Weather Update ओडिशा में भारी बारिश की वजह से स्थिति लगातार भयावह होती जा रही है। मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में बने गहरे दबाव के प्रभाव से प्रदेश भर हो रही भारी वर्षा अगले 24 घंटे तक जारी रहेगी। इसी क्रम में बंशधारा एवं वैतरणी नदी खतरे के निशान को पार कर गई है जिससे इनके किनारे रहने वाले लोगों में दहशत है।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। Odisha News, Odisha Weather News, Odisha Flood: बंगाल की खाड़ी में बने गहरे दबाव के प्रभाव से प्रदेश भर हो रही भारी वर्षा अगले 24 घंटे तक जारी रहेगी। वहीं लगातार हो रही वर्षा के कारण प्रदेश के तमाम नदी नाले उफान पर आ गए हैं।
खतरे के निशान के पार बह रहीं नदियां
बंशधारा एवं वैतरणी नदी खतरे के निशान को पार कर गई है, जिससे इनके किनारे रहने वाले लोगों में दहशत है। वहीं, शहरी क्षेत्र में वर्षा ने कृत्रिम बाढ़ की स्थिति उत्पन्न कर दी है।
ऐसे में विशेष राहत आयुक्त आज तड़के समीक्षा बैठक करते हुए बाढ़ से निपटने के लिए सभी प्रभावित जिलों को निर्देश जारी किया है। वर्षा एवं बाढ़ को देखते हुए 14 जिलों के सभी शिक्षानुष्ठान में दो दिन की छुट्टी घोषित कर दी गई है।
भारी बारिश के कारण स्कूलों में दे दी गई छुट्टी
राज्य में लगातार हो रही भारी बारिश को देखते हुए पांच जिलों बलांगीर, कालाहांडी, नुआपड़ा, सुवर्णपुर और केंदुझर के स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में आज अवकाश घोषित कर दिया गया है। जिला कलेक्टर ने स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है क्योंकि आज भी भारी बारिश की संभावना है।
राज्य में बारिश का विकराल रूप
जानकारी के मुताबिक, ऊपरी क्षेत्र में लगातार वर्षा हो रही है। ऐसे में नदियों के जलस्तर लगातार बढ़ रहे हैं। वर्तमान समय में बंसधारा नदी उफान पर है और बुधवार को गजपति जिले में जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। काशीनगर के पास खतरे के निशान 54.60 मीटर के मुकाबले नदी का जलस्तर 54.90 मीटर पर बह रही है।
अनुमान के मुताबिक, शाम तक यह स्थिति और विकराल हो सकती है। स्थानीय निवासी दहशत में हैं। वहीं लगातार हो रही बारिश के बाद वैतरणी नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है। नदी राजघाट पर खतरे के निशान को पार कर गई है। वर्तमान में नदी का जलस्तर खतरे के निशान 36.36 मीटर के मुकाबले 39.14 मीटर पर प्रवाहित हो रही है।