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Odisha Weather: ओडिशा में बारिश से त्राहिमाम! 9 जिलों में ODRAF और NDRF की टीमें तैनात, बाढ़ का है खतरा

Odisha Weather Updates ओडिशा में पिछले तीन दिनों से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है। सुरक्षा के लिहाज से राज्‍य सरकार ने नौ जिलों में 10 ओडीआरएएफ और एनडीआरएफ की टीमों और 10 जिलों में 13 अग्निशमन सेवा टीमों को तैनात किया है। भारी बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं। ऐसे में बाढ़ का खतरा बना हुआ है। लोगों को सुरक्षित स्‍थानों में पहुंचाया जा रहा है।

By Arijita SenEdited By: Arijita SenUpdated: Thu, 03 Aug 2023 09:21 AM (IST)
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ओडिशा में भारी बारिश से बाढ़ जैसी स्थिति।

जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। Odisha Weather Updates: बंगाल की खाड़ी में बने गहरे दबाव के क्षेत्र के कारण राज्य में पिछले तीन दिनों से लगातार वर्षा जारी है। राज्य सरकार ने बारिश के प्रकोप से निपटने के लिए नौ जिलों में 10 ओडीआरएएफ और एनडीआरएफ टीमों और 10 जिलों में 13 अग्निशमन सेवा टीमों को तैनात किया है।

सुरक्षा के लिए ODRAF और NDRF की टीमें तैनात

राज्य में अगले दो दिनों तक भारी बारिश की संभावना को देखते हुए विभिन्न स्थानों पर ओडीआरएएफ और एनडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया है।

राज्य के विशेष राहत आयुक्त कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, भारी बारिश के कारण केवल वैतरणी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है, जबकि अन्य सभी नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे बह रहा है। हालांकि, इन नदियों के जल स्तर में वृद्धि जारी है।

भारी बारिश से राज्‍य को पहुंचा नुकसान

अगले दो दिनों तक राज्य में भारी बारिश की संभावना है। संबलपुर के केंदुझर, रेढाखोल, भद्रक, जाजपुर, मयूरभंज, अनुगुल, बौद्ध और बालेश्वर जिलों में कुल आठ टीमों को तैनात किया गया है, जबकि भद्रक और जाजपुर जिलों में एनडीआरएफ की एक-एक टीम तैनात की गई है।

इसके अलावा, भद्रक और जाजपुर जिलों में तीन-तीन दमकल गाड़ियों के अलावा संबलपुर, केंदुझर, मयूरभंज, अनुगुल, सोनपुर, बौद्ध, कंधमाल और बालेश्वर जिलों में 13 टीमों को तैनात किया गया है। बारिश से राज्य के विभिन्न जिलों में भारी नुकसान हुआ है।

आमजनों की सुरक्षा पहली प्राथमिकता

प्रशासन निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए कदम उठा रहा है क्योंकि बारिश के कारण कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। उन्होंने अस्थायी आश्रयों में स्थानांतरित होने वाले लोगों को पके हुए भोजन या सूखे भोजन के साथ स्वच्छ पेयजल प्रदान करने की भी सलाह दी।

राहत आयुक्त सत्यब्रत साहू ने आज 17 जिलों में बारिश से संबंधित स्थिति की समीक्षा की और जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों को सतर्क रहने का निर्देश दिया क्योंकि नदियों में बाढ़ आने की आशंका है। उन्होंने जिला कलेक्टरों को सभी प्रकार की स्थितियों से निपटने के लिए तैयार रहने और निवारक उपाय करने के निर्देश दिए।

खतरे के निशान के ऊपर बह रहा नदी का जलस्‍तर

वैतरणी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है जिसके कारण भद्रक में 33, जाजपुर में 36 और केंदुझर जिले में एक पावर बोट तैनात की गई है। जलभराव वाली सड़कों और पुलों पर लोगों की आवाजाही रोकने की सलाह दी गई है।

वैतरणी नदी के जलस्तर के खतरे के निशान से ऊपर बहने के कारण केंदुझर जिले के आनंदपुर, घासीपुरा और हाटडीही प्रखंड, भद्रक जिले के भंडारीपोखरी, धामनगर और तिहिडी, जाजपुर जिले के कोरेई, जाजपुर और दशरथपुर प्रखंड प्रभावित हो सकते हैं इसलिए, राज्य सरकार ने केंदुझर, भद्रक और जाजपुर के कलेक्टरों को सभी निवारक उपाय करने और एसआरसी को नियमित आधार पर स्थिति के बारे में सूचित करने का निर्देश दिया है।

मां भट्टरिका मंदिर में घुसा बाढ़ का पानी

इधर महानदी नदी से बाढ़ का पानी मां भट्टरिका मंदिर में प्रवेश कर चुका है। मंदिर परिसर सहित गर्भगृह में पानी घुस गया है इसलिए मां के विग्रह को रत्नागिरी पहाड़ियों में बाढ़ आश्रय गृह में शिफ्ट कर दिया गया है।

महानदी के ऊपरी इलाकों में भारी बारिश हुई है, जिसकी वजह से महानदी नदी में बाढ़ का पानी काफी तेज गति से बह रहा है।

महानदी की पहला बाढ़ का पानी बडम्बा की अधिष्ठात्री देवी भट्टारिका के मंदिर की सीढ़ियों तक पहुंचा। धीरे-धीरे पानी का स्तर बढ़ता गया। शाम होते होते बाढ़ का पानी मंदिर में घुस गया।

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