प्रमिला मलिक बनीं ओडिशा विधानसभा की पहली महिला अध्यक्ष, संभाला कार्यभार; मुख्यमंत्री ने दी बधाई
प्रमिला मलिक ओडिशा विधानसभा की पहली महिला अध्यक्ष चुनी गई हैं। उन्होंने शुक्रवार को विधिवत रूप से अपना कार्यभार संभाला। शुक्रवार को मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने विधानसभा में उनके नाम का प्रस्ताव रखा था। शु्क्रवार को वह निर्विरोध चुनी गईं। सत्ता पक्ष के साथ विरोधी दल के नेताओं ने भी उन्हें शुभकामनाएं दी हैं। राजनीति में उनका सफर काफी लंबा रहा है।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। ओडिशा विधानसभा को पहली बार एक महिला विधानसभा अध्यक्ष मिला है। शुक्रवार को विधिवत रूप से विधानसभा अध्यक्ष के तौर पर प्रमिला मलिक ने अपना कार्यभार संभाला है। निर्विरोध रूप से प्रमिला मलिक का चयन विधानसभा अध्यक्ष के लिए किया गया है।
सीएम पटनायक ने दी प्रमिला को बधाई
जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार को विधानसभा में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा, जिसका विरोधी दल के मुख्य सचेतक मोहन माझी एवं कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्र ने समर्थन किया।
प्रमिला मलिक को विधानसभा अध्यक्ष चुने जाने के बाद मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने उन्हें बधाई दी और कहा कि ओडिशा विधानसभा की आप पहली महिला अध्यक्ष हैं, यह हम सबके लिए गर्व की बात है। मुख्यमंत्री ने सभी विधायकों से विधानसभा अध्यक्ष के साथ समन्वय बनाकर काम करने का भी आह्वान किया।
विरोधी दल के नेताओं ने भी दी शुभकामनाएं
विरोधी दल के मुख्य सचेतक मोहन माझी ने नव नियुक्त विधानसभा अध्यक्ष प्रमिला मलिक को अपनी शुभकामनाएं दी है।
उन्होंने कहा कि आपके दायित्व लेने के बाद सदन की पवित्रता बनी रहेगी, आप सभी दलों को महत्व देंगी और सभी को अपनी बात रखने का अवसर मिलेगा, यही मेरी उम्मीद है।
कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्र ने कहा कि आप पहली महिला विधानसभा अध्यक्ष हैं। इस पर हमें गर्व है। मैडम मैं जानता हूं आप 1990 में विधानसभा के लिए पहली बार चुनी गई। आपके पास अपार अनुभव और योग्यता है। इसका लाभ ओडिशा विधनसभा को मिलेगा।
#WATCH भुवनेश्वर: ओडिशा विधानसभा की नई अध्यक्ष प्रमिला मलिक को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। pic.twitter.com/icI0BNTd0J— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 22, 2023
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गुरुवार को किया था नामांकन दाखिल
गौरतलब है कि गुरुवार को प्रमिला मलिक ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया था। नामांकन दाखिल करने से पहले उन्होंने राजस्व एवं आपदा संचालन मंत्री पद से इस्तीफा दिया था।
बुधवार को राजस्व मंत्री प्रमिला मलिक को बीजद ने अपना उम्मीदवार बनाया था। बिक्रम केशरी आरूख के मंत्री बनाए जाने के बाद काफी दिनों से विधानसभा अध्यक्ष पद खाली था।
राजनीति में लंबा रहा है सफर
बीजद की पांचवीं पारी की सरकार में राजस्व मंत्री रही प्रमिला मलिक 6 बार विधानसभा के लिए चुनी गई हैं। प्रमिला मलिक जाजपुर बिंझारपुर विधानसभा सीट से 1990, 2000, 2004, 2009, 2014 एवं 2019 में निर्वाचित हुई हैं। वह पहली बार जनता दल से विधायिका बनी थी।
वर्ष 2000 से वह लगातार बीजद से विधायिका के तौर पर जीतती आ रही हैं। वह विभिन्न समय में महिला एवं शिशु कल्याण विभाग की मंत्री रह चुकी हैं।
2019 से 2022 तक वह सरकारी मुख्य सचेतक के तौर पर दायित्व निभा चुकी हैं। 2022 में उन्हें राजस्व एवं आपदा संचालन मंत्री का दायित्व मुख्यमंत्री ने दिया था। अब प्रमिला मलिक ओडिशा की पहली महिला विधानसभा अध्यक्ष बन गई हैं।
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