पुरी में विश्व वैष्णव सम्मेलन का आयोजन, राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द करेंगे उद्घाटन
World Vaishnav Conference Puri 19 से 21 फरवरी तक जगन्नाथ धाम पुरी शरधाबाली में विश्व वैष्णव सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द इस कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे। यहां पर आरती पूजा प्रभुपाद के महिमा का वर्णन आदि कार्यक्रम अनुष्ठित होगा।
By Babita KashyapEdited By: Updated: Sat, 12 Feb 2022 01:31 PM (IST)
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। गौड़ीय मिशन के प्रतिष्ठाता श्रील भक्ति सिद्धांत सरस्वती गोस्वामी प्रभुपाद के आविभार्व के 150 वर्ष पूर्ति के अवसर पर 19 से 21 फरवरी तक जगन्नाथ धाम पुरी शरधाबाली में विश्व वैष्णव सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इस सम्मेलन का उद्घाटन राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द करेंगे। 19 फरवरी को अपराह्न में पुरी के पुरुषोत्तम मठ से एक शोभायात्रा निकाली जाएगी जो कि समुद्र किनारे, सी बीच थाना, पोस्ट आफिस चौक, गोपबन्धु आर्युवैदिक अस्पताल चौक, मेडिकल चौक होते हुए चैतन्य गौड़ीय मठ में सम्पन्न होगी। 20 फरवरी को पूर्वाह्न 10 बजकर 45 मिनट पर राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द श्रील प्रभुपाद के जन्म स्थान श्रीचैतन्य गौड़ीय मठ में पहुंचेंगे।
यहां पर आरती, पूजा, प्रभुपाद के महिमा का वर्णन आदि कार्यक्रम अनुष्ठित होगा। इसमें राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, केन्द्र शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान प्रमुख के भाग लेने का कार्यक्रम होने की जानकारी यहां आयोजित एक पत्रकार सम्मेलन में गौड़ीय मिशन के अध्यक्ष भक्ति सुन्दर सन्यासी गोस्वामी महाराज ने दी है। होटल स्वस्ति प्रीमियम में आयोजित इस पत्रकार सम्मेलन में भक्ति सुन्दर सन्यासी गोस्वामी महाराज ने कहा कि 6 फरवरी 1874 को पुरी में श्रील प्रभुपाद का दिव्य आविर्भाव हुआ था। बाद में वह भारतीय धर्म को यूरोपीय देशों में ले गए। लाखों की संख्या में साधु सन्यासी उनके अनुयायी थे।
एक जनवरी 1937 को कोलकाता के बागबाजर स्थित गौड़ीय मिशन मुख्यालय में उनकी स्वधाम प्राप्ति हुई थी। ऐसे महान व्यक्ति के उद्देश्य से आयोजित होने वाला यह उत्सव तीन साल तक मनाया जाएगा। 2025 फरवरी में कोलकाता में एक विशाल कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। महाराज ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि उद्घाटन कार्यक्रम में भाग लेने के लिए राष्ट्रपति जी से अनुरोध किया गया था। हालांकि कोरोना के कारण राष्ट्रपति महोदय की अनुमति मिलेगी या नहीं इसे लेकर संशय बना हुआ था। 29 जनवरी को राष्ट्रपति भवन से मौखिक एवं 5 फरवरी को लिखित सहमति मिलने के बाद हम इस उत्सव का आयोजन कर रहे हैं। उत्सव में देश विदेश से 300 से अधिक साधु संत भाग लेंगे।
उद्घाटन समारोह में 750 लोग उपस्थित रहेंगे। प्रभुपाद के आविर्भाव के 150 वर्ष पूर्ति अवसर पर पुरी में एक विशाल प्रतिमूर्ति बनाने के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार से मांग की गई है। अरुण कुमार पंडा ने इस अवसर पर कहा कि जगन्नाथ धाम से पूरी दुनिया में कृष्ण नाम का प्रचार प्रसार किया जा रहा है। इस पत्रकार सम्मेलन में चैतन्य मठ के मधुसूदन महाराज, सचिदानंद मठ के भक्ति आश्रय अकिंचन महाराज, कीस विश्व विद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. हरेकृष्ण शतपथी, होटल स्वस्ति प्रीमियम के चेयरमैन केके महांति, वरिष्ठ पत्रकार अरुण कुमार पंडा प्रमुख उपस्थित थे। सुधांशु जेना ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।
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