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असम डाउन टाउन विश्वविद्यालय से प्रो अच्युत सामंत को मिली 60वीं मानद डॉक्टरेट की डिग्री

प्रो डॉ अच्युत सामंत ने शिक्षा स्वास्थ्य आदिवासी कल्याण कला संस्कृति साहित्य और ग्रामीण विकास के क्षेत्रों में उल्लेखनीय तथा प्रशंसनीय कार्य किया है जिनकी बदौलत उनको अब तक कुल 60 मानद डॉक्टरेट की डिग्री मिल चुकी हैं। यह भारत के किसी भी शिक्षाविद् के लिए एक कीर्तिमान मानद डॉक्टरेट की डिग्रियां हैं। विश्वविद्यालय ने सम्मान प्रदान करते समय इन क्षेत्रों में उनके उत्कृष्ट प्रयासों को स्वीकार किया है।

By Jagran News Edited By: Gaurav Tiwari Updated: Thu, 26 Sep 2024 12:55 PM (IST)
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2009 में उन्हें कंबोडिया नेशनल यूनिवर्सिटी से अपनी पहली मानद डॉक्टरेट की उपाधि मिली थी।

डिजिटल टीम, भुवनेश्वर। देश के जाने-माने समाजसेवी, महान शिक्षाविद् तथा ओड़िशा की राजधानी भुवनेश्वर स्थित कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (कीट) और कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (कीस) जैसी दो नामी शैक्षिक संस्थाओं के संस्थापक प्रो डॉ अच्युत सामंत को गुरुवार को गुवाहाटी में असम डाउन टाउन विश्वविद्यालय द्वारा विश्वविद्यालय के 11वें दीक्षांत समारोह में प्रो सामंत की कीट-कीस जैसी विश्वविख्यात पहल तथा निःस्वार्थ समाजसेवा के लिए उन्हें मानद डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान की गई जो कि प्रो डॉ सामंत के नाम कीर्तिमान के रूप में 60वीं मानद डॉक्टरेट की डिग्री रही।

प्रो डॉ अच्युत सामंत ने शिक्षा, स्वास्थ्य, आदिवासी कल्याण, कला, संस्कृति, साहित्य और ग्रामीण विकास के क्षेत्रों में उल्लेखनीय तथा प्रशंसनीय कार्य किया है जिनकी बदौलत उनको अब तक कुल 60 मानद डॉक्टरेट की डिग्री मिल चुकी हैं। यह भारत के किसी भी शिक्षाविद् के लिए एक कीर्तिमान मानद डॉक्टरेट की डिग्रियां हैं। विश्वविद्यालय ने सम्मान प्रदान करते समय इन क्षेत्रों में उनके उत्कृष्ट प्रयासों को स्वीकार किया है। गौरतलब है कि व्यक्तिगत प्रतिबद्धताओं के कारण प्रो डॉ अच्युत सामंत व्यक्तिगत रूप से समारोह में शामिल नहीं हो सके लेकिन उनके प्रतिनिधि ने उनकी ओर से पुरस्कार स्वीकार किया।

प्रो डॉ अच्युत सामंत ने सम्मान के लिए विश्वविद्यालय के प्रति हार्दिक आभार जताते हुए मीडिया को यह जानकारी दी कि वे इस सम्मान को संजो कर रखेंगे क्योंकि यह उन्हें प्रदान की गई 60वीं मानद डॉक्टरेट है। उन्होंने कहा कि पिछले 33 सालों से वे समाज के लोगों के लिए अथक रूप से अनेक क्षेत्रों में निःस्वार्थ सेवा काम कर रहे हैं। यह 60वीं मानद डॉक्टरेट की उपाधि उन्हें हमेशा याद रहेगी।

इसके साथ ही प्रो डॉ अच्युत सामंत ने कहा कि वे जल्द ही असम डाउन टाउन विश्वविद्यालय का दौरा करेंगे। डॉ सामंत को समाज सेवा और शिक्षा के क्षेत्र में उनके अनुकरणीय कार्यों के लिए दुनिया भर के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों और संस्थानों से कई मानद डॉक्टरेट की उपाधियां मिली हैं। 2009 में उन्हें कंबोडिया नेशनल यूनिवर्सिटी से अपनी पहली मानद डॉक्टरेट की उपाधि मिली थी।