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Puri Jagannath Yatra: महाप्रभु जगन्नाथ जी की वापसी यात्रा निकलेगी कल, लाखों भक्तों का होगा समागम

सोमवार को महाप्रभु जगन्नाथ जी की वापसी की यात्रा निकाली जाएगी और रथ यात्रा की ही इस वापसी यात्रा में भी लाखों भक्तों का समागम जगन्नाथ धाम में होता है। इसको लेकर महाप्रभु की वापसी यात्रा के लिए तीनों रथ गुंडिचा मंदिर के सामने लगा दिए गए हैं। सोमवार को तीनों रथों में घोड़ा लगने के बाद फिर 4 बजे से रथ खींचने की प्रक्रिया शुरू होगी।

By Sheshnath Rai Edited By: Shoyeb Ahmed Updated: Sun, 14 Jul 2024 04:42 PM (IST)
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चतुर्धा विग्रहों के वापसी यात्रा के लिए गुंडिचा मंडिर के सामने खड़े तीनों रथ

संवाद सहयोगी, पुरी। Puri Jagannath Return Rath Yatra महाप्रभु जगन्नाथ जी की वापसी यात्रा 15 जुलाई को निकली जाएगी। रथ यात्रा की ही तरह वापसी यात्रा में भी लाखों भक्तों का समागम जगन्नाथ धाम में होता है।

ऐसे में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए मुख्यमंत्री ने पहले से ही अपने तीन मंत्रियों को निगरानी के लिए पूरी भेजा है। वहीं महाप्रभु की वापसी के लिए तीनों रथ गुंडिचा मंदिर के सामने लगा दिए गए हैं।

कल की जाएगी भोर आरती

जानकारी के मुताबिक सोमवार को भोर 4 बजे मंगल आरती की जाएगी। इसके बाद 4:15 बजे मइलम, 4:30 बजे तड़पलागी, रोषहोम, 5 बजे अवकाश नीति, 5.15 बजे सूर्यपूजा, 5:30 बजे द्वारपाल पूजा, 5:30 बजे वेश खत्म होगा।

गोपाल बल्लभ एवं सुबह की धूप (खिचड़ी भोग) 5:45 से 6:45 बजे तक चलेगा। दोपहर 12 से 2:30 बजे तक वापसी पहंडी बिजे कर चतुर्धा विग्रहों को रथ पर विरामजान किया जाएगा। 1 बजे से 2:30 बजे तक वेश होगा। इसके बाद 2:30 से 3:30 बजे तक रथ के ऊपर छेरा पहंरा नीति संपन्न की जाएगी।

3 बजे से 4 बजे तक तीनों रथों में घोड़ा लगाया जाएगा और फिर 4 बजे से रथ खींचने की प्रक्रिया शुरू होगी।16 जुलाई को रथ के ऊपर चतुर्धा विग्रहों की तमाम रीति नीति संपन्न की जाएगी। 17 जुलाई को चतुर्धा विग्रहों को सोने के वेश में सजाया जाएगा।

रविवार से भक्तों का दर्शन बंद

वहीं महाप्रभु की वापसी यात्रा को देखते हुए रीति-नीति समय से संपन्न कराने के उद्देश्य से आज रविवार को भक्तों का संध्या दर्शन बंद कर दिया गया। पुरी शहर में सुरक्षा व्यवस्था को चाकबचौबंद कर दी गई है।

पुरी जगन्नाथ मंदिर प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक रविवार आज अपराह्न 5 बजे से आडप मंडप में भगवान के दर्शन को बंद रखा गया है।

सीएम माझी ने तीन मंत्रियों को दिया ये निर्देश

वहीं दूसरी तरफ आडप मंडप से पहंडी के दौरान किसी प्रकार की अप्रिय स्थिति न उत्पन्न हो इसके लिए पहले से ही मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने अपने तीन मंत्रियों को पुरी जाने का निर्देश दिया है।

उपमुख्यमंत्री प्रभाति परिडा, कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन, संस्कृति मंत्री सूर्यवंशी सूरज को पुरी पहुंचकर रथ यात्रा की रीति नीति का निरीक्षण करने को निर्देश जारी किया है। यह तीनों मंत्री नीलाद्री विजे तक पुरी में सक्रिय रहेंगे।

वहीं महाप्रभु की वापसी यात्रा को शांतिपूर्ण ढंग सम्पन्न कराने के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। सुरक्षा घेरे एवं सीसीटीवी की निगरानी में पूरा श्रीक्षेत्र धाम को रखा गया है। 180 प्लाटुन पुलिस बल तैनात किया गया है। भीड़ को नियंत्रण करने के लिए बड़दांड को 6 जोन में विभक्त किया गया है।

ट्रैफिक कंट्रोल करने के लिए एआई की ली गई मदद 

इस वर्ष रथयात्रा में ट्रैफिक नियंत्रण के लिए आर्टिफिशियल इंटीलिजेंस की मदद ली गई है। इसके साथ ही अत्याधुनिक तकनीकी कौशल एवं सीसीटीवी कैमरा की मदद ली गई।

तीनों ठाकुरों के कर्डन दायित्व में 3 कंपनी रैपिड एक्शन फोर्स, 2 कंपनी सीआरपीएफ एवं 8 एसओजी टीम तैनात किया गया है। वहीं बुधवार को चतुर्धा विग्रहों रथ के ऊपर सोनावेश किया जाएगा। यहां उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार का महाप्रभु की पवित्र रथयात्रा को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए प्रयास जारी है।

पिछले मंगलवार को आड़प मंडप बलभद्र जी के पहंडी बिजे के दौरान हुए अघटन को ध्यान में रखते हुए सरकार ने तत्परता दिखाई है। इस घटना की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए सरकार पूरी तरह से सतर्क है। यही कारण है कि सुरक्षा व्यवस्था को सख्त करने के साथ ही मुख्यमंत्री ने अपने तीन मंत्रियों को पुरी भेजा है।

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