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Puri Jagannath Temple: रत्न भंडार का होगा GPR सर्वे, उठेगा कई राज से पर्दा; भक्तों को मुफ्त में मिलेगा महाप्रसाद

Puri Jagannath Temple Ratna Bhandar पुरी जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार के आंतरिक रत्न भंडार में आधुनिक तकनीकी की मदद से जीपीआर सर्वे किया जाएगा। इसके जरिए पता चल सकेगा कि रत्न भंडार में कोई सुरंग या खजाने तो नहीं है। इसके अलावा मंदिर में भक्तों को मुफ्त में महाप्रसाद वितरण को लेकर कई दानदाताओं से संवाद भी किया जा रहा है।

By Sheshnath Rai Edited By: Shoyeb Ahmed Updated: Mon, 19 Aug 2024 08:29 PM (IST)
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जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार में होगा जीपीआर सर्वे (फाइल फोटो)
जागरण संवाददाता, भुवनेश्व। Jagannath Temple Ratna Bhandar पुरी जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार के आंतरिक रत्न भंडार में कोई सुरंग या खजाने हैं या नहीं इसके लिए जीपीआरएस सर्वे के साथ आधुनिक तकनीकी की मदद ली जाएगी।

मंदिर में भक्तों को निःशुल्क महाप्रसाद वितरण की व्यवस्था को लेकर विभिन्न दानदाताओं से संवाद जारी है। मंदिर में हर दिन करीब 60 से 70 हजार लोग दर्शन के लिए आते हैं। विभिन्न उत्सवों में लगभग 2 से ढाई लाख लोग आ रहे हैं।

सभी को मुफ्त महाप्रसाद उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जा रही है। इसे जल्द ही अंतिम रूप देने का प्रयास किया जा रहा है। पुरी जगन्नाथ मंदिर में आने वाले भक्तों को महाप्रसाद लेने के दौरान मानसिक शांति मिले एवं आंतरिक सुख की अनुभूति करे, उस दिशा में सरकार ध्यान दे रही है।

संस्कृति आधारित व्याख्यान केंद्र का होगा निर्माण

मंत्री हरिचंदन ने कहा कि श्रीजगन्नाथ संस्कृति आधारित व्याख्यान केंद्र बनाया जाएगा। व्याख्यान केन्द्र करने का मुख्य कारण श्रीजगन्नाथ संस्कृति का विश्वव्यापी प्रसार है। जिन लोगों को श्रीमंदिर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है, वे इस व्याख्यान केंद्र के माध्यम से महाप्रभु की संस्कृति का अनुभव करेंगे।

कानून मंत्री ने जगन्नाथ धाम में भूमि अधिग्रहण समस्या के कारण 2200 करोड़ रुपये के प्रोजेक्टों आधे-अधूरे हैं।कुछ जमीन महाप्रभु की हैं एवं कुछ जमीन निजी लोगों की है। इस पर दो बार समीक्षा बैठक हो चुकी है।

स्थानीय लोगों से होगा विचार-विमर्श

इन परियोजनाओं को कैसे आगे बढ़ाया जाए, इस पर स्पष्ट निर्णय लिया गया है और ओबीसीसी को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। जहां भूमि अधिग्रहण की समस्या है, वहां स्थानीय लोगों से विचार-विमर्श कर उस दिशा में कदम उठाया जायेगा।

इसे लेकर श्रीमंदिर प्रशासन और ओबीसीसी की बैठक होने जा रही है। हमने महाप्रभु की भूमि समस्या को हल करने के लिए एक यूनिफार्म प्रक्रिया शुरू की है। लोगों की जमीन केसे मिले उसके लिए जो भी जरूरी है कदम उठाए जा रहे हैं। लोगों की जमीन अधिग्रहण में जो समस्या आ रही है वह जल्द ही खत्म हो जाएगी।

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