Budget 2024: 'कवच प्रणाली की स्थापना रेलवे की प्राथमिकता', आम बजट पर और क्या बोले रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव?
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने मंगलवार को संसद में आम बजट पेश किया। इस बजट में रेलवे के लिए कई घोषणाएं की गई है। इस पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Railway Minister Ashwini Vaishnaw) ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि भारतीय रेलवे को इस बार 262200 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई और इससे ट्रेनों की सुरक्षा और परिचालन में काफी सुधार होगा।
पीटीआई, भुवनेश्वर। Railway Minister Ashwini Vaishnaw on Budget 2024 मंगलवार को संसद में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट पेश किया। इस आम बजट को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भारतीय रेलवे अपने बजटीय आवंटन का एक बड़ा हिस्सा ट्रेन सुरक्षा से जुड़ी गतिविधियों और कवच के नाम से जानी जाने वाली स्वचालित ट्रेन-सुरक्षा प्रणाली की स्थापना पर खर्च करेगा।
इसके लिए 2,62,200 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई है। रेल मंत्री ने आगे कहा कि इस आवंटन राशि में से 1,08,795 करोड़ रुपये सुरक्षा से जुड़ी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
जिसके अंतर्गत पुरानी पटरियों को नई पटरियों से बदलना, सिग्नलिंग प्रणाली में सुधार, फ्लाईओवर व अंडरपास का निर्माण और कवच लगाना शामिल है।
'कवच प्रणाली रेलवे प्राथमिक सूची में सबसे उपर'
रेल मंत्री ने आगे कहा कि इन सभी सुरक्षा संबंधी गतिविधियों में से कवच प्रणाली की स्थापना करना रेलवे की प्राथमिकता सूची में सबसे ऊपर है। स्वचालित ट्रेन-सुरक्षा प्रणाली के उन्नत संस्करण कवच 4.0 को हाल ही में अनुसंधान डिजाइन और मानक संगठन से मंजूरी मिल चुकी है।
कवच प्रणाली की स्थापना के लिए 4,275 किलोमीटर से अधिक दूरी तक ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाई जा चुकी है। इसके साथ ही दूरसंचार टावर, ट्रैक आरएफआईडी डिवाइस, स्टेशन कवच और लोको कवच भी तेजी से लगाए जा रहे हैं।
यूपीए सरकार के बजट से की तुलना
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यूपीए शासन के दौरान रेलवे को बजट में 35,000 करोड़ रुपये आंवटित किए गए थे और अब 2.62 लाख करोड़ रुपये के नए स्तर पर पहुंच गया है।
उन्होंने कहा कि 2014 से पहले, 60 वर्षों में केवल 20,000 किलोमीटर रेल मार्ग का विद्युतीकरण किया गया था। लेकिन पिछले 10 वर्षों में 40,000 किलोमीटर रेल मार्ग का विद्युतीकरण किया जा चुका है।
इसी तरह साल 2014 में औसतन 4 किमी प्रतिदिन नए ट्रैक का निर्माण होता था, लेकिन पिछले वित्तीय वर्ष में रेलवे ने औसतन 14.5 किमी प्रतिदिन ट्रैक का निर्माण किया। इसका मतलब पूरे वित्तीय वर्ष में 5,300 किमी नए ट्रैक का निर्माण किया।
बुनियादी ढांचों का विस्तार होगा
रेल मंत्री ने यह भी कहा कि रेलवे के बुनियादी ढांचे में विस्तार किया जाएग और इनमें आने वाली बाधाओं को दूर किया जाएगा। इंजन और कोचों के निर्माण में तेजी लाई जाएगी। नई तकनीक को शामिल किया जाएगा।
रेलवे निम्न और मध्यम आय वर्ग के यात्रियों की जरूरतों को पूरा करता है और इसी को ध्यान में रखते हुए एक ट्रेन सेट में कुल कोचों की संख्या का एक तिहाई वातानुकूलित कोच और दो तिहाई सामान्य कोच रखे गए हैं।
बनाए जाएंगे 10000 सामान्य श्रेणी के कोच
उन्होंने कहा कि सामान्य कोचों की मांग में वृद्धि के कारण इस वित्त वर्ष में ट्रेनों में 2500 अतिरिक्त सामान्य कोच बढ़ाए जाएंगे। बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए 10,000 सामान्य कोच का निर्माण किया जाएगा।
ये भी पढ़ें-
Budget 2024: आम बजट को लेकर BJD ने साधा केंद्र सरकार पर निशाना, CM माझी ने किया स्वागत
Budget 2024: इस साल भी जनगणना की संभावना नहीं, बजट में सिर्फ 1309 करोड़ रुपये आवंटित