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Sim Box Crime: स्मार्ट स्विच से चल रहा था सिम बॉक्स का खेल, बांग्लादेश से कंट्रोल कर रहा था आसादुर

Odisha Crime ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर से सिम बॉक्स मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। भुवनेश्वर और रांची में लगाए गए सिम बॉक्स को एक स्मार्ट स्विच के जरिए नियंत्रित किया जा रहा था। बांग्लादेश के ढाका में बैठकर आसादुर नाम का शख्स इस पूरे नेटवर्क को ऑपरेट कर रहा था। पुलिस कमिश्नर संजीव पांडा ने गुरुवार को कई चौंकाने वाली जानकारियां दी हैं।

By Sheshnath Rai Edited By: Yogesh Sahu Updated: Thu, 22 Aug 2024 06:47 PM (IST)
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Odisha Crime: कमिश्नरेट पुलिस द्वारा जारी आसादुर जमान का फाइल फोटो।

जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। Odisha Crime: सिम बॉक्स के पीछे की गहरी साजिश से जुड़ी घातक जानकारी धीरे-धीरे सामने आ रही है। एक स्मार्ट स्विच द्वारा सिम बॉक्स को नियंत्रित किया जाता था। आसादुर बांग्लादेश के ढाका में बैठकर भुवनेश्वर और रांची में लगाए गए सिम बॉक्स का संचालन और नियंत्रण कर रहा था।

कमिश्नरेट पुलिस और एनआईए की पूछताछ के बाद राजू मंडल ने यह जानकारी दी है। सिम बॉक्स का मास्टरमाइंड आसादुर जमान बांग्लादेशी है और उसने कटक, भुवनेश्वर और रांची में सिम बॉक्स लगाया था। इसे वह कैसे नियंत्रित करता था, यह जानकर आपका भी माथा ठनक जाएगा।

कैसे काम करता था सिम बॉक्स मामले का मास्टरमाइंड?

पुलिस आयुक्त संजीव पंडा ने गुरुवार को मीडिया को जानकारी देते हुए कहा है कि भुवनेश्वर और रांची में लगाए गए सिम बॉक्स में स्मार्ट स्विच लगाया गया था। आसादुर ढाका में बैठकर इसे नियंत्रित कर रहा था।

पुलिस कमिश्नर ने कहा कि आसादुर आइकन टेक्नोलॉजी नामक एक सॉफ्टवेयर कंपनी चलाता है। वह उक्त कंपनी का मालिक है और उसे वह खुद ही संचालित करता है।

आसादुर ने बहुत सतर्कता के साथ कटक, भुवनेश्वर एवं रांची में किराए पर घर लेकर सिम बॉक्स लगाए थे। इनकी देखभाल के लिए उसने पश्चिम बंगाल के राजू मंडल को रखा था।

राजू इन जगहों पर समय-समय पर जाता था और सभी सिम बॉक्स की देखभाल करता था। इसके साथ ही मकान मालिकों को संदेह ना हो इसके लिए वह किराया निर्धारित समय पर दे रहा था।

2 महीने तक भारत में था आसादुर

पुलिस आयुक्त ने कहा कि आसादुर 2 महीने तक भारत में था। वह अगरतला के रास्ते आया और पश्चिम बंगाल के रास्ते गया था। हालांकि, वह कितने दिनों तक ओडिशा में रहा, इसके बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल सकी है।

हालांकि, कमिश्नर ने कहा कि आसादुर की फोटो मिल चुकी है। राजू मंडल से पूछताछ में पता चला है कि तीन इंटरनेट कनेक्शन लेकर एक साथ 800 से अधिक सिम कार्ड ऑपरेट किए जा रहे थे।

पुलिस आयुक्त ने कहा कि इस बात की जांच की जाएगी कि इस सिम से किन लोगों के पास फोन कॉल गया है। वहीं, दूसरी तरफ राजू मंडल की रिमांड अवधि समाप्त हो गई है।

ऐसी भी सूचना है कि कमिश्नरेट पुलिस ने आगे की पूछताछ के लिए और 7 दिनों की रिमांड पर लेने का आवेदन दिया है।

इसके साथ ही पुलिस आसादुर के खिलाफ सबूत भी जुटा रही है। पर्याप्त सबूत एकत्र होने पर कमिश्नरेट पुलिस आसादुर को गिरफ्तार करने के लिए इंटरपोल की मदद ले सकती है।

क्या है मामला?

विश्वसनीय सूत्र से जानकारी मिलने पर कमिश्नरेट पुलिस ने सबसे पहले भुवनेश्वर में एक किराए के मकान से सिम बॉक्स जब्त किया। इस घटना में पुलिस ने राजू मंडल को गिरफ्तार किया था।

पूछताछ में राजू ने बताया कि उसने कटक और रांची में दो जगहों पर सिम बॉक्स लगाया था। बाद में पुलिस ने उसे पकड़ लिया और दोनों जगहों से सिम बॉक्स जब्त कर लिया। पुलिस तथ्य जुटाने में लग गई है।

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