Bhubaneshwar Dengue Alert: राजधानी में संक्रमितों की संख्या 13 सौ के पार, एक की हुई मौत, धड़ाधड़ बढ़ रहे केस
ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में डेंगू का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। डेंगू के मामलों की संख्या 1000 को पार कर गई है। अब तक 1314 लोगों के संक्रमित होने की सूचना मिली है। इस दौरान एक की मौत भी हो गई है। पिछले सात दिनों में भुवनेश्वर में 150 नए मामले सामने आए। यानी एक दिन में औसतन 20 से 21 नए मामले सामने आए हैं।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। राजधानी में डेंगू का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। डेंगू के मामलों की संख्या 1000 को पार कर गई है। अब तक 1314 लोगों के संक्रमित होने की सूचना मिली है। कैपिटल अस्पताल में रोगियों की संख्या में वृद्धि ने एक अनिश्चित स्थिति पैदा कर दी है। आलम यह हो गया है कि डेंगू के जितने मरीज वार्ड के अंदर बेड पर हैं उतने ही मरीज बरामदे में सो रहे हैं।
डेंगू से हुई एक गर्भवती महिला की मौत
हैरानी की बात यह है कि इस बड़े अस्पताल में डेंगू के एक भी मरीज को मच्छरदानी नहीं दी गई है, जबकि स्थिति काफी खराब हो चुकी है। इसलिए डेंगू से संक्रमित होने की आशंका से अन्य मरीज दहशत में हैं क्योंकि अगर कोई मच्छर डेंगू के मरीज को काटता है और फिर किसी दूसरे व्यक्ति को काटता है तो वह भी संक्रमित हो जाता है। हाल के दिनों में इस अस्पताल में डेंगू से एक गर्भवती महिला की मौत हो गई थी।
दिल के मरीज के लिए बेहद खतरनाक है डेंगू
यह दिल के रोगियों के लिए खतरनाक है। वे खून को पतला करने के लिए दवाएं लेते हैं, लेकिन डेंगू में प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए दवाएं दी जाती हैं। ऐसे में यह मरीज के लिए काफी जोखिमभरा है। पिछले सात दिनों में भुवनेश्वर में 150 नए मामले सामने आए हैं। यानी एक दिन में औसतन 20 से 21 नए मामले सामने आए हैं। इससे पहले यह 50 के करीब था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि मामलों की दर अब कम हो रही है। दूसरी ओर, आज 56 नए मामले सामने आए हैं। इनमें से 21 भुवनेश्वर के हैं। बाकी खुर्दा और अन्य जिलों से हैं। यह बताया गया है कि कल से 20 और बेड की व्यवस्था की जाएगी क्योंकि कैपिटल अस्पताल में स्थिति अनियंत्रित है। वर्तमान में डेंगू के 20 बेड हैं, 30 और मरीजों के लिए व्यवस्था की जा रही है।
डेंगू को खत्म करने के प्रयास जारी
बीएमसी सूत्रों ने बताया कि डेंगू के नियंत्रण के लिए मच्छरों की पहचान कर उन्हें नष्ट करने, मच्छरों के तेल की डंपिंग, धुआं छोड़ने के काम को आज महत्व दिया गया है।
शिक्षण संस्थानों में जहां नियमित रूप से छात्रों को जागरूक किया जा रहा है, वहीं डोर-टू-डोर संपर्क अभियान चल रहा है। इसमें लगे कर्मचारी हर दिन बीएमसी को रिपोर्ट कर रहे हैं। उधर, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उत्कल संगीत महाविद्यालय परिसर में फैली गंदगी को हटाकर विरोध प्रदर्शन किया।