स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती हत्याकांड: क्यों ना हो सीबीआई जांच, हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से मांगा जवाब
Odisha News स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती हत्याकांड में सीबीआई जांच की मांग के मुद्दे पर हाईकोर्ट ने पूछा है कि क्यों ना हो सीबीआई जांच? हाईकोर्ट ने ये सवाल राज्य सरकार से किया है। पांच मार्च तक जवाब रखने के लिए राज्य सरकार को हाईकोर्ट ने निर्देश दिया है। याचिकाकर्ता ने अपने पिटीशन में कहा है कि स्वामी लक्ष्मणानंद की हत्या षडयंत्र के तहत की गई है।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती हत्या मामले की सीबीआई जांच को लेकर आज ओडिशा हाईकोर्ट में सनुवाई हुई है। मामलेकी सीबीआई से जांच क्यों नहीं करायी जाए, उस संदर्भ में जानकारी देने के लिए राज्य सरकार को हाईकोर्ट ने निर्देश दिया है।
पांच मार्च तक जवाब रखने के लिए राज्य सरकार को हाईकोर्ट ने निर्देश दिया है। याचिकाकर्ता वकील देवाशीष होता ने याचिका में कहा है कि घटना की अपराध शाखा की जांच में कुछ पहलुओं की अनदेखी की गई है।
हत्या से पहले सीआरपीएफ जवान को हटाया
याचिकाकर्ता ने अपने पिटीशन में उल्लेख किया है कि 15 अगस्त 2008 को अर्थात स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती की हत्या से कुछ ही दिन पहले उनकी सुरक्षा दायित्व में रहने वाले सीआरपीएफ जवान को हटा दिया गया था। इसी महीने की 23 अगस्त की सुबह स्वामी जी की सुरक्षा दायित्व में रहने वाले ओडिशा पुलिस के सभी कर्मचारी सामूहिक छुट्टी पर चले गए।इसी दिन शाम के समय लक्ष्मणानंद सरस्वती की 15 अपराधियों ने हत्या कर दी। इसके अगले ही दिन तत्कालीन डीजीपी ने पत्रकार सम्मेलन कर कहा कि स्वामी जी की हत्या माओवादियों ने की है।
लक्ष्मणानंद की हत्या को बताया षडयंत्र
याचिकाकर्ता ने अपने पिटीशन में कहा है कि स्वामी लक्ष्मणानंद की हत्या षडयंत्र के तहत की गई है। किन्तु इस हत्याकांड की जिस तरह से जांच की गई, उससे सच्चाई लोगों के सामने नहीं आएगी। ऐसे में घटना की सीबीआई जांच होने पर कई रहस्य से पर्दा हटने की उम्मीद है।ये भी पढ़ें -बर्तन तक जलकर हो गए राख, आठ हजार नकदी समेत कीमती सामान के उड़े चिथड़े; शॉर्ट सर्किट ने कर दिया सबकुछ बर्बाद
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