बीजद उपाध्यक्ष पद से हटाए गए सौम्य रंजन पटनायक, फाइव टी सचिव को लेकर कही थी यह बड़ी बात...
बीजद विधायक और पार्टी उपाध्यक्ष सौम्य रंजन पटनायक पर कार्रवाई करते हुए मुख्यमंत्री ने उन्हें पद से हटा दिया है। दरअसल उन्होंने लगातार फाइव टी सचिव वीके पांडियन के राज्य के विभिन्न हिस्सों में किए जा रहे दौरों पर सवाल उठाया है और इस पर आने वाले खर्च का अनुमान चंद्रयान को भेजी जाने वाली राशि यानि कि 300 करोड़ के बराबर लगाया है।
जासं, भुवनेश्वर। बीजद में रहकर लंबे समय से बीजद पर ही निशाना साध रहे पार्टी उपाध्यक्ष सौम्य रंजन पटनायक को पद से हटा दिया गया है। पार्टी अध्यक्ष नवीन पटनायक ने यह कार्रवाई की है।
फाइव टी सचिव पर साध रहे थे निशाना
विधायक सौम्य रंजन पटनायक पिछले कुछ दिनों से लगातार एक स्थानीय अखबार के जरिए सरकार एवं फाइव टी सचिव वीके पांडियन पर निशाना साध रहे थे।
विधायक सौम्य रंजन पटनायक के लेख पर बीजद नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी और उनके खिलाफ कार्रवाई करने की जिम्मेदारी पार्टी सुप्रीमो पर छोड़ रखी थी।
ऐसे में मंगलवार को पार्टी सुप्रीमो तथा मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कार्रवाई करते हुए सौम्य रंजन पटनयाक को पार्टी के उपाध्यक्ष पद से हटा दिया है।
विधायक सौम्य रंजन पटनायक को पार्टी उपाध्यक्ष पद से हटाए जाने को लेकर बीजद सुप्रीमो द्वारा जारी लेटर।
पांडियन के दौरे पर आने वाले खर्च पर उठाया सवाल
उन्होंने फाइव टी सचिव के हाल ही में राज्य के विभिन्न हिस्सों में दौरे पर सवाल उठाया। कहा कि आखिर जनता का दुख-दर्द समझने की जिम्मेदारी कलेक्टरों को कब से दी जाने लगी है।
उन्होंने यह भी कहा कि आखिर उन्हें चॉपर से यहां-वहां भेजने में इतना खर्च क्यों किया जा रहा है। और तो और पटनायक ने इन दौरों पर आने वाले खर्च का अनुमान चंद्रयान को चांद पर भेजने के लिए खर्च की गई राशि यानि कि 300 करोड़ के बराबर लगाया है।
बड़े भाई ने छोटे भाई के लिए उठाई आवाज
हालांकि, आपदा की इस घड़ी में राजनीति से ऊपर उठकर प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व सौम्य रंजन के बड़े भाई निरंजन पटनायक ने अपने छोटे भाई का बचाव किया है।
मीडिया से बात करते हुए निरंजन पटनायक ने कहा कि एक संपादक के रूप में उसने जो कुछ भी लिखा है और जो उसका राजनीतिक व्यक्तित्व है, दोनों को मिलाना नहीं चाहिए। नवीन पटनायक पार्टी प्रमुख हैं, उन्हें फैसला लेना होगा कि सरकार उन्हें नौकरशाहों के साथ मिलकर चलानी है या मंत्रियों के साथ।
उन्होंने आगे कहा नवीन बाबू बीजेडी के मालिक हैं। निरंजन ने कहा कि यह नवीन पटनायक को फैसला करना है कि वह ब्यूरोक्राफ्ट के साथ सरकार चलाएंगे या मंत्रियों के साथ। इसी के साथ उन्होंने कहा कि सौम्य को बचपन से ही सच बोलने की आदत है।