Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

भगवान राम और माता सीता ने व्रत रखकर सबसे पहले की थी छठ पूजा, व्रत रखकर की थी सूर्य देव की आराधना

Chhath Puja 2023 आज से छठ महापर्व की शुरुआत हो रही है। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्‍वर में भी आज नहाय खाय के साथ चार दिवसीय छठ महापर्व शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने ट्वीट कर छठ महापर्व की शुभकामना दी है। उल्लेखनीय है कि छठ पूजा का प्रारंभ त्रेता युग में रामराज की स्थापना के साथ माना जाता है।

By Jagran NewsEdited By: Arijita SenUpdated: Fri, 17 Nov 2023 09:51 AM (IST)
Hero Image
छठ पूजा का प्रारंभ त्रेता युग में रामराज की स्थापना के साथ माना जाता है।

शेषनाथ राय, भुवनेश्वर। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर समेत पूरे विश्व में आज नहाय खाय के साथ चार दिवसीय छठ महापर्व शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने ट्वीट कर छठ महापर्व की शुभकामना दी है। मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर लिखा है कि छठ महापर्व के शुभ अवसर पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। भगवान सूर्य का आशीर्वाद हमारे जीवन को खुशी, स्वास्थ्य, शांति और समृद्धि से भर दें।

— Naveen Patnaik (@Naveen_Odisha) November 17, 2023

रामराज में हुआ था छठ पूजा का प्रारंभ

यहां उल्लेखनीय है कि छठ पूजा का प्रारंभ त्रेता युग में रामराज की स्थापना के साथ माना जाता है। मान्यता के अनुसार लंका विजय के बाद राम राज्य की स्थापना के दिन कार्तिक शुक्ल षष्ठी तिथि में भगवान श्री राम और माता सीता ने व्रत रखकर सूर्य देव की आराधना की और सप्तमी को सूर्य देव के समय पुनः अनुष्ठान कर आशीर्वाद लिया। तभी से छठ पूजा का विशेष महत्व है। इस व्रत और पूजा की चर्चा विष्णु पुराण, देवी पुराण आदि प्राचीन ग्रंथो में भी विस्तार से की गई है।

भुवनेश्‍वर में 1980 के दशक से शुरू हुआ छठ महापर्व

ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में 1980 के दशक से छठ महापर्व मनाया जा रहा है। राजधानी भुवनेश्वर के बाहरी हिस्से भुवनेश्वर-कटक राष्ट्रीय राजमार्ग के नीचे से प्रवाहित कुआखाई नदी के तट पर बड़े ही धूमधाम के साथ अब सामूहिक रूप से छठ महापर्व मनाया जाता है।

भुवनेश्वर में यहां मनाया जाएगा सामूहिक रूप से छठ महापर्व

राजधानी भुवनेश्वर में भुवनेश्वर-कटक रोड कुआखाई नदी घाट, न्यू बालीयात्रा मैदान, पांड्रा, चिंतामणिश्वर आदि जगहों पर सामूहिक रूप से बड़े ही धूमधाम एवं पवित्रता के साथ छठ महापर्व मनाया जाता है।

इस महापर्व में साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना होता है ऐसे में दीपावली के बाद से ही नदी घाट की सफाई शुरू हो जाती है।

राजधानी भुवनेश्वर में पहली बार कुआखाई नदी घाट की सफाई का आश्वासन मेयर सुलोचना दास ने दिया। उन्होंने जल्द ही कुआखाई छठ घाट पर स्थाई लाइटिंग की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया है।

हजारों लोगों का जमावड़ा घाट पर होता है ऐसे में भुवनेश्वर के डीसीपी प्रतीक सिंह ने सभी घाट पर सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम करने की बात कही है।

छठ को लेकर तैयारी

छठ पूजा कमेटी घाट की सफाई करने के साथ ही पार्किंग स्थल को दुरुस्त करने में तन मन धन से जुट गई है तो वहीं इस महापर्व का व्रत रखने वाली व्रतियों के परिवार के सदस्य घाट पर पहुंचकर अपने-अपने पूजा स्थल को सुनिश्चित करने के लिए घेरी बनाना शुरू कर दिए हैं। एक तरफ जहां छठव्रतियों के घर में आध्यात्मिक माहौल है तो वहीं दूसरी तरफ छठ घाट को सजाया संवारा जा रहा है।

यह भी पढ़ें: उधार के पैसे चुकाने के बहाने पेट्रोल छिड़ककर लगाई आग, पहले कर्जदार ने लिए दो लाख; पैसे लौटाने के नाम पर कर दी यह हरकत

यह भी पढ़ें: खुशखबरी! ओडिशा में आदिवासी बेच सकेंगे अब गैर आदिवासियों को जमीन, गिरवी रखकर कर्ज भी ले सकेंगे