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आपत्तिजनक हालत में पकड़े गए प्रिंसिपल और महिला रसोइया, लोगों ने जूतों की माला पहनाकर पूरे गांव में घुमाया

प्रभारी प्रधानाध्यापक और महिला रसोइए की हरकतों से सभी परेशान थे। अक्‍सर दोनों बंद कमरे में आपत्तिजनक हालत में पकड़े जाते लेकिन फिर भी बाज नहीं आ रहे थे। इस मुद्दे को लेकर दो साल पहले स्कूल कमेटी की बैठक हुई थी और दोनों को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया था। हालांकि इन सबका इन पर कोई असर नहीं पड़ रहा था।

By Jagran NewsEdited By: Arijita SenUpdated: Mon, 26 Jun 2023 04:04 PM (IST)
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प्रधान शिक्षक के गले में चप्पल की माला (फोटो इंटरनेट मीडिया)
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। ओडिशा में एक प्रभारी प्रधानाध्यापक ने तो हद ही पार कर दी। बच्चों को पढ़ाने के बजाय वह खुद ही प्रेम का पाठ पढ़ने लगे। स्कूल परिसर में ही ओच्‍छी हरकतें करनी शुरू कर दी। वह स्कूल की रसोइया के प्रेम में ऐसे पड़े कि अपनी गरिमा ही भूल गए। हालांकि, अंत में उनकी चोरी पकड़ी गई और फिर जो हुआ उसके बाद से वह स्कूल आना तो दूर मुंह छिपाये फिर रहे हैं। ग्रामीणों ने प्रभारी प्रधान शिक्षक के गले में जूतों की माला पहनाकर गांव का चक्कर लगवाया।

कई बार बंद कमरे में पकड़े जा चुके हैं दोनों

घटना ओडिशा के सुन्दरगढ़ जिले के बलंग पुलिस थाना क्षेत्र के खड़ियाबहाल सेवाश्रम की है। खड़ियाबहाल सेवाश्रम के प्रभारी प्रधानाध्यापक रोहित कुमार राय पर स्कूल के रसोइये के साथ कई सालों से अवैध संबंध होने का आरोप लग रहा था। इसे लेकर दो वर्ष पहले स्कूल कमेटी की बैठक हुई थी और दोनों को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया था।

हालांकि, इसके बाद भी वे पहले की तरह रिलेशनशिप में रहे। यहां तक कि दोनों को कई मौकों पर एक ही कमरे में पाया गया। इससे स्कूल का शैक्षणिक माहौल पूरी तरह से खराब हो रहा था। बच्चों पर इसका बुरा प्रभाव पड़ने लगा। कई बच्चों ने कथित तौर पर स्कूल छोड़ दिया है।

टीचर की हरकतों से गांववाले हुए तंग

गर्मी की छुट्टी के बाद पिछले बुधवार को स्कूल फिर से खुला है। शुक्रवार को प्रभारी प्रधानाध्यापक और महिला रसोइया के अनैतिक गतिविधियों में लिप्त होने की भनक लगने के बाद ग्रामीण फिर से स्कूल पहुंचे। ग्रामीणों ने दोनों को एक बंद कमरे से बाहर निकाला और इसे लेकर वहां तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई।

आक्रोशित ग्रामीणों ने दोनों को स्कूल से बाहर निकाला और पूछताछ की। दोनों ने अपनी गलती मानते हुए कहा कि भविष्य में ऐसा नहीं होगा, लेकिन आक्रोशित ग्रामीण उनकी बात सुनने की स्थिति में नहीं थे। उन्होंने प्रभारी प्रधानाध्यापक के गले में चप्पलों की माला पहनाई और गांव का चक्कर लगवाया।

पुलिस ने नहीं की कोई कार्रवाई

ग्रामीणों ने इस संदर्भ में पुलिस थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। हालांकि, पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। कोइडा एसडीपीओ ने कहा है कि दोनों वयस्क हैं और महिला रसोइया ने कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है इसलिए शिक्षक रोहित कुमार राय के खिलाफ कोई कार्रवाई संभव नहीं है।

हालांकि, इस संदर्भ में ब्लाक शिक्षा अधिकारी को लिखित रूप से जानकारी दे दी गई है। एसडीपीओ ने यह भी कहा कि ग्रामीणों की शिकायत के अनुसार उन्हें प्रभारी प्रधानाध्यापक का तबादला करने के लिए कहा गया है। हालांकि, यह घटना पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। घटना के बाद से रसोइया महिला स्कूल आ रही है जबकि प्रभारी प्रधानाध्यापक स्कूल नहीं आ रहे हैं।

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