रायरंगपुर में पूजा अर्चना कर राष्ट्रपति ने की दिन की शुरुआत, प्रोटोकॉल के बाहर जाकर लोगों से की मुलाकात
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू तीन दिवसीय दौरे पर ओडिशा के मयूरभंज जिला पहुंची हुई है। इसी के साथ शुक्रवार सुबह बुध पूर्णिमा के शुभ दिन की शुरुआत अपने घर के पास मंदिरों में पूजा-अर्चना कर की। इस दौरान उन्होंने लोगों का हाल-चाल भी पूछा।
जागरण संवाददाता, रायरंगपुर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने शुक्रवार सुबह बुध पूर्णिमा के शुभ दिन की शुरुआत अपने घर के पास मंदिरों में पूजा-अर्चना कर की। उन्होंने देशवासियों को बुध पूर्णिमा की बधाई देते हुए लोगों से भगवान बुद्ध की शिक्षाओं को अपने मन, वचन, कर्म और आचरण में उतारने की अपील की।
बुद्ध पूर्णिमा के शुभ अवसर पर मैं सभी देशवासियों और पूरे विश्व में भगवान बुद्ध के अनुयायियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देती हूं। pic.twitter.com/OfBv8Lg6u7
— President of India (@rashtrapatibhvn) May 5, 2023
तीन दिवसीय दौरे पर ओडिशा पहुंची राष्ट्रपति
अपने तीन दिवसीय दौरे पर ओडिशा के मयूरभंज जिला पहुंची राष्ट्रपति ने सुबह सबसे पहले अपने शहर रायरंगपुर स्थित आवास के पास शिव मंदिर पहुंचकर मंदिर परिसर को परंपरा के अनुसार खुद ही झाड़ू लगाकर साफ किया। इसके उपरांत शिवजी की आराधना की। यहां माथा टेकने के बाद स्थानीय ग्रामीणों के साथ प्रोटोकाल से आगे जाकर हाथ मिलाए और उनका हाल-चाल पूछा।
इसके बाद जगन्नाथ मंदिर पहुंचकर दर्शन किया। उसके बाद डांडबुस गांव में संथाली भाषा की लिपि ओलचिकी के जनक पंडित रघुनाथ मुर्मू के स्मारक पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। राष्ट्रपति पं. रघुनाथ मुर्मू के आवास भी गईं।
सिमलीपाल के लिए हुईं रवाना
डांडबुस से राष्ट्रपति हेलीकाप्टर से जसीपुर निकल गईं। वहां से सड़क मार्ग से सिमलीपाल बाघ अभयारण्य का भ्रमण करेंगी। यह पहला मौका है जब कोई राष्टपति सिमलीपाल अभयारण्य पहुंचा है।
उनकी यात्रा को देखते हुए सिमलीपाल जंगल की ओर जाने वाली सड़क को दो दिन पहले ही तैयार किया गया था। आसपास के लोगों ने बताया पहले यह रास्ता काफी जर्जर था। राष्ट्रपति के आने से यह मार्ग अब बेहतर हो गया है।
सिमलीपाल के सरकारी विद्यालय में करेंगी दोपहर का भोजन
राष्ट्रपति के आगमन को देखते हुए सिमलीपाल अभयारण्य को आम लोगों के लिए बंद रखा गया है। राष्ट्रपति यहां बाघ, हाथी सहित अन्य जीव-जंतुओं के दर्शन करने के लिए लगभग 80 किलोमीटर की यात्रा पर निकली।
अभयारण्य के भ्रमण के बाद दोपहर करीब 2.15 राष्ट्रपति सिमलीपाल में अवस्थित सरकारी विद्यालय जाएंगी, जहां उनके लिए दोपहर के भोजन की व्यवस्था है। उनके लिए दो प्रकार का भोजन बिना लहसुन और प्याज के तैयार किया गया था। मीठे में खीर की व्यवस्था की गई थी। राष्ट्रपति ने यहां भोजन को आनद लिया।
आदिवासी समाज से मिले प्रेम को देख राष्ट्रपति हुईं भावुक
सिमलीपाल के रास्ते में पड़ने वाले गांवों में जगह-जगह आदिवासी समाज के लोगों ने पारंपरिक तरीके से उनका स्वागत किया। आदिवासी समाज से मिले इस प्रेम से राष्ट्रपति काफी भावुक हो रही थीं। राष्ट्रपति यहां से दोपहर करीब 2.30 बजे वापस वाशीपुर के लिए निकलेंगी। रात में वे बारीपदा गेस्ट हाउस में रुकेंगी।
शनिवार को राष्ट्रपति अपने दौरे के अंतिम दिन भी बारीपदा में आसपास के लोगों से मिलेंगी। इसके बाद महाराजा श्रीरामचंद्र भंजदेव विश्वविद्यालय में दीक्षा समारोह में शामिल होंगी। वहां कार्यक्रम के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु सीधे दिल्ली निकल जाएंगी।