तीन तस्कर तेंदुए की खाल के साथ पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार, वन विभाग के अधिकारियों ने रंगे हाथों पकड़ा; सभी ओडिशा निवासी
Odisha Crime News ओडिशा वन विभाग कर्मियों ने तीन आरोपितों को रंगे हाथों पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया है। सभी आरोपित ओडिशा के निवासी हैं। ओडिशा में तेंदुए की खाल की तस्करी बड़े पैमाने पर हो गई है। पुलिस ने पिछले दो महीने में दो अलग - अलग मामलों में कम से कम आठ तस्करों को गिरफ्तार किया है।
जागरण संवाददाता, अनुगुल। ओडिशा वन विभाग कर्मियों ने सोमवार को पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले से तीन वन्यजीव तस्करों को गिरफ्तार किया। इन तस्करों की पहचान बिसेश्वर बाग, उपेन्द्र बाग और राजेन नाग के रूप में हुई है।
सभी आरोपित ओडिशा से
सभी आरोपित ओडिशा के हैं, जिन्हें उत्तर 24 परगना में तेंदुए की खाल का सौदा करते समय ओडिशा वन विभाग ने पकड़ा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोपी खाल को 10,000 रुपये में बेचने की कोशिश कर रहे थे। इसी दौरान ओडिशा से उनका पीछा कर रहे वन विभाग के अधिकारियों ने उन्हें तेंदुए की खाल के साथ रंगे हाथों पकड़ लिया।
तेंदुए की खाल की तस्करी
गौरतलब है कि ओडिशा में तेंदुए की खाल की तस्करी बड़े पैमाने पर हो गई है। पुलिस ने पिछले दो महीने में दो अलग-अलग मामलों में कम से कम आठ तस्करों को गिरफ्तार किया है। ओडिशा पुलिस की अपराध शाखा के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने 8 नवंबर को रायगड़ा जिले में दो तेंदुओं की खाल जब्त की थी।
पुलिस ने मामले के सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया था।इसके ठीक दो हफ्ते बाद क्राइम ब्रांच एसटीएफ ने नयागढ़ में तेंदुए की दो खालें जब्त कीं और एक शख्स को गिरफ्तार किया था। इसी तरह, 6 दिसंबर को कालाहांडी-नबरंगपुर सीमा पर छापेमारी के दौरान वन विभाग द्वारा छह लोगों को गिरफ्तार किया गया और एक बाघ की खाल बरामद की गई।
आरोपियों से पूछताछ के बाद, एक शिकारी, जिसकी पहचान ऋषि माझी के रूप में हुई, को जयपटना वन रेंज के तहत चंचरागुडा गांव से गिरफ्तार किया गया। उसके घर से एक देशी बंदूक, अजगर की खाल और अन्य गोला-बारूद जब्त किया गया।
ये भी पढ़ें -