Odisha News: दो किलो टमाटर के लिए दो बच्चों को रखा गिरवी, दुकानदार करता रहा ग्राहक के लौटने का इंतजार
ओडिशा के कटक में टमाटर के लिए दो बच्चों को गिरवी रखने का हैरान करने वाला मामला सामने आया है। एक ग्राहक ने टमाटर की दुकान में दो बच्चों को बैठाया और टमाटर खरीदने लगा। टमाटर लेने के बाद उसने दुकानदार से कहा कि टमाटर को गाड़ी में रख कर आता हूं। अभी मुझे 10 किलो और टमाटर खरीदना है।
संवाद सहयोगी, कटक: ओडिशा के कटक में टमाटर के लिए दो बच्चों को गिरवी रखने का हैरान करने वाला मामला सामने आया है। एक ग्राहक ने टमाटर की दुकान में दो बच्चों को बैठाया और टमाटर लेकर फरार हो गया। यह घटना कटक के छत्रबाजार इलाके की है।
जानकारी के मुताबिक, कटक के छत्रबाजार सब्जी मंडी में नंदू हर दिन की तरह अपनी सब्जी की दुकान सजाकर बैठे थे। तभी यह शख्स दो नाबालिग बच्चों के साथ ग्राहक बनकर उनकी दुकान पर पहुंचा। दुकानदार नंदू से उसने टमाटर का मोलभाव किया।
थोक भाव में टमाटर की कीमत प्रति किलो 130 रुपये में तय किया। फिर दो किलो टमाटर लेने के बाद दुकानदार से कहा कि मुझे 10 किलो टमाटर और लेना है। मैं अपना पर्स गाड़ी में भूल गया हूं। जब तक हमारे बच्चे टमाटर चुनते हैं, तब तक मैं गाड़ी से पर्स लेकर आता हूं। इतना कहकर वह चला गया। इधर, दोनों बच्चे और दुकानदार उसकी राह देखते रहे।
हालांकि, काफी देर बीत जाने के बाद भी वह वापस नहीं लौटा तो दुकानदार नंदू को संदेह हुआ। उसने दो बच्चों से पूछताछ की। पूछताछ के बाद उसे पता चला कि वह ठगी का शिकार हो गया है। नंदू ने दोनों बच्चों को अपनी दुकान पर बैठा लिया। तब तक आसपास के दुकानदार भी उसके पास पहुंच गए। लोगों को देख दोनों नाबालिग बच्चे रोने लगे।
दोनों ने बताया कि वे बारंग थाना अंतर्गत नंदनकानन के मूल निवासी हैं। बच्चों का नाम बबलू बारिक और एस्कार महांति है। इन दोनों बच्चों ने बताया कि हम उस आदमी को जानते ही नहीं है, जो हमें यहां लेकर आया। बच्चों के मुताबिक, शख्स दोनों को काम दिलाने के बहाने लाया था और 300 रुपये देने की बात कही थी।
हालांकि, कटक पहुंचने के बाद वह दोनों को छतर बाजार सब्जी मंडी में ले आया और सब्जीवाले से दो किलो टमाटर और 5 कच्चा केला लेकर गाड़ी में रखने की बात कहकर वहां से चला गया। दोनों उसके लौटने का इंतजार कर रहे थे, मगर वह फिर वापस नहीं आया है।
वहीं, दुकानदार ने इन दोनों बच्चों को पकड़ लिया और अपने पास बैठा लिया। हालांकि, इस मामले को लेकर स्थानीय थाने में कोई शिकायत दर्ज नहीं करायी गयी है। कुछ घंटे बाद व्यापारी नन्दू ने अपना नुकसान स्वीकार करते हुए दोनों नाबालिग बच्चों को छोड़ दिया।