Kerala के वायनाड में हुए भूस्खलन में ओडिशा के दो डॉक्टर लापता, दोनों की पत्नियां अस्पताल में भर्ती
Wayanad Landslide केरल के वायनाड में भूस्खलन से आई भयानक तबाही में सैकड़ों लोगों की मौत हो गई जबकि कई घायल है और कई अभी भी लापता हैं। इस दर्दनाक हादसे में ओडिशा के कटक के रहने वाले दो डॉक्टर लापता हैं जबकि उनकी पत्नियां राहत-बचाव कार्य के लिए बनाए गए अस्थाई अस्पताल में भर्ती हैं जहां उनका इलाज चल रहा है।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। पत्नी के साथ केरल घूमने गए ओडिशा के दो डॉक्टरों का सोमवार देर रात को वहां हुए भूस्खलन के बाद से पता नहीं मिल रहा है। भूस्खलन के बाद से दोनों डॉक्टर लापता हैं, जबकि दोनों डॉक्टर की पत्नी का वहां बनाए गए अस्थाई अस्पताल में इलाज चल रहा है।
परिवार ने राज्य सरकार से दोनों लापता डॉक्टरों को बचाने की अपील की है। डॉक्टर बिष्णु प्रसाद चिनरा कटक जिला चौद्वार हाउसिंग बोर्ड के निवासी हैं।
बेंगलुरु से केरल पहुंचे थे दोनों दंपती
उनकी अध्यापिका पत्नी प्रियदर्शिनी पाल और मित्र डॉक्टर स्वाधीन पंडा तथा इनकी पत्नी स्वीकृति महापात्र 26 जुलाई को बेंगलुरु घूमने गए थे। वहां से वे केरल चले गये। वहां वायनाड के लिनरा विला में रुके थे। दुर्भाग्य से, सोमवार की रात को मोप्पाडी, मुबाडकाई और चुराल माला पहाड़ियों में भूस्खलन हुआ।भूस्खलन के बाद कीचड़ युक्त बाढ़ का पानी आबादी वाले इलाकों में भर गया। डा. चिनरा के पिता प्रमोद कुमार के मुताबिक, बाढ़ का पानी सोमवार की रात करीब दो बजे आया। इसके बाद से विष्णु प्रसाद का कोई पता नहीं चल पाया है। उनकी पत्नी प्रियदर्शिनी को बचाकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
प्रमोद ने कहा कि मंगलवार की सुबह छह बजे हमारी बहू से बात हुई। इसी तरह डा. विष्णु के साथ गए उनके मित्र डा. स्वाधीन पंडा का भी कुछ पता नहीं है। उनकी पत्नी स्वीकृति महापात्र का अस्पताल में इलाज चलने की जानकारी प्रियदर्शिनी के द्वारा देने की बात प्रमोद कुमार चिनरा ने कही है।
यह भी पढ़ें -
Kerala Wayanad Landslide Live: वायनाड भूस्खलन में 123 लोगों की मौत, युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य जारी
Wayanad Landslide: क्यों हुआ केरल के वायनाड में भूस्खलन? जलवायु वैज्ञानिकों ने बताई वजह
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।