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Bolangir Encounter: ओडिशा के बलांगीर में मुठभेड़, दो महिला नक्सली ढेर

Bolangir Encounter ओडिशा में बलांगीर जिले के गंधमार्दन जंगल में एसओजी जवानों की फायरिंग में दो महिला नक्सली ढेर हो गईं। मुठभेड़ के बाद एसओजी व पुलिस टीम ने जंगल में सर्च अभियान को तेज कर दिया है।

By Jagran NewsEdited By: Sachin Kumar MishraUpdated: Thu, 24 Nov 2022 07:50 PM (IST)
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ओडिशा के बलांगीर में मुठभेड़, दो महिला नक्सली ढेर। फाइल फोटो
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। Bolangir Encounter: ओडिशा में स्पेशल आपरेशन ग्रुप (SOG) के जवानों ने बलांगीर के गंधमार्दन जंगल में मुठभेड़ में दो महिला नक्सलियों को ढेर कर दिया। मुठभेड़ के बाद एसओजी व पुलिस टीम ने जंगल में सर्च अभियान को तेज कर दिया है।

महिला नक्सलियों पर चार लाख रुपये था इनाम

एसओजी जवान व नक्सलियों के बीच बलांगीर जिले के गंधमार्दन पहाड़ पर जंगल में वीरवार सुबह मुठभेड़ शुरू हुई। दोनों तरफ से गोलीबारी हुई, जिसमें दो महिला नक्सली ढेर हो गई। दोनों शव को जब्त करने के साथ ही कांबिंग आपरेशन को तेज कर दिया है। पुलिस डीजी सुनील बंसल ने कहा है कि कुल पांच नक्सली जंगल में थे। दो महिला नक्सली की मौत हुई है। इनकी पहाचन कर ली गई है। दोनों महिला कैडर का घर छत्तीसगढ़ में है। इन पर चार लाख रुपये का इनाम था। हमारा कांबिंग आपरेशन जारी है। इस मुठभेड़ के बाद जो नक्सली फरार हो गए हैं, उन्हें पकड़ने की मुहिम तेज कर दी गई है।

नक्सली शिविर पर बोला धावा

पद्मपुर उपचुनाव से ठीक पहले बरगड़-बलांगीर जिले के सीमा क्षेत्र में नक्सली मुठभेड़ ने इलाके में हलचल है। गंधमार्दन जंगल में एक नक्सल शिविर के बारे में भी जानकारी मिलने के बाद पुलिस व एसओजी जवान की टीम उक्त जंगल में नक्सली शिविर पर सुबह धावा बोल दिया। जवानों को देखते ही नक्सलियों ने फायरिंग की। इसके जवाब में एसओजी जवानों ने भी फायरिंग की, जिसमें दो इनामी महिला नक्सली मारी गई हैं।

गोला-बारूद बरामद 

प्रेट्र के मुताबिक, नक्सली कैंप से कुछ हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया गया है।

कोरापुट मुठभेड़ में दो नक्सली हुए थे ढेर

गौरतलब है कि ओडिशा में 11 नवंबर को कोरापुट जिले में सुरक्षाकर्मियों के साथ हुई मुठभेड़ में दो नक्सली मारे गए थे।

बनेंगे एफओबी

छत्तीसगढ़ के सर्वाधिक नक्सल प्रभावित सुकमा व बीजापुर जिलों में सीआरपीएफ दो नए फारवर्ड आपरेशन बेस बनाएगी। सुकमा के डब्बाकोंटा व बीजापुर के नंबी में ये बेस बनाए जाएंगे। यह दोनों इलाके अत्यंत दुर्गम हैं और सरकार की पहुंच से बाहर हैं। सीआरपीएफ के यहां तक पहुंचने से नक्सलियों का बड़ा आधार समाप्त हो जाएगा। बस्तर संभाग के सात जिलों में नक्सलियों से मुकाबले के लिए सीआरपीएफ, आइटीबीपी, बीएसएफ, एसएसबी आदि अर्धसैन्य बल के 120 से ज्यादा कैंप हैं। सीआरपीएफ के यहां दस एफओबी भी पहले से हैं। तीन महीने पहले सीआरपीएफ ने सुकमा के एलमागुंडा व पोटकपल्ली में दो नए एफओबी बनाए हैं। अब दो और एफओबी की योजना बनाई गई है। 

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