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बेमौसम बारिश ने किसानों को रुलाया, टमाटर की खेती को नुकसान; बाजार में कीमतों ने छुआ आसमान

Odisha News बेमौसम बरसात हर साल किसानों की फसल खराब कर देती है। सितंबर और अक्टूबर के दौरान बोए गए टमाटर के पौधे अब कटाई के चरण में पहुंच गए हैं। ऐसे में बारिश होने पर काफी फसल खराब हो गई है। प्रभावित किसानों ने जो कुछ भी हो सकता है उसे बचाना शुरू कर दिया है और औने-पौने दाम पर टमाटर बेचना शुरू कर दिया है।

By Kamal Kumar BiswasEdited By: Aysha SheikhUpdated: Tue, 12 Dec 2023 03:58 PM (IST)
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बेमौसम बारिश ने किसानों को रुलाया, टमाटर की खेती को नुकसान; बाजार में कीमतों ने छुआ आसमान
जागरण संवाददाता, राउरकेला। कई दिनों तक बादल छाए रहने और बारिश के बाद, सुंदरगढ़ जिले के नुआगांव और अन्य ब्लॉकों के टमाटर उत्पादकों को भारी नुकसान का डर सता रहा है। नुआगांव के अलावा, खराब मौसम ने लहुनीपाड़ा, कुतरा, टांगरपाली और गुरुंडिया ब्लॉकों में कटाई के समय खड़ी टमाटर की फसल को नुकसान पहुंचाया है।

नुआगांव, खुंटागांव, बारीलेप्टा, सोरदा, तेतरकेला, चितापेड़ी और बागडेगा सहित ब्लॉक के लगभग 15 ग्राम पंचायतों में टमाटर की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है। सितंबर और अक्टूबर के दौरान बोए गए टमाटर के पौधे अब कटाई के चरण में पहुंच गए हैं।

सड़ने लगी टमाटर की फसल

खराब मौसम के कारण बिखरे हुए खेतों में सैकड़ों एकड़ में लगी टमाटर की फसल सड़ने लगी है। प्रभावित किसानों ने जो कुछ भी हो सकता है उसे बचाना शुरू कर दिया है और औने-पौने दाम पर टमाटर बेचना शुरू कर दिया है।

खराब मौसम से पहले स्थानीय किसानों द्वारा टमाटर 30 से 40 रुपये प्रति किलो बेचा जा रहा था। खेतों में खेत के शुरुआती जल-जमाव से फूलगोभी, लोबिया, पत्तागोभी और बैंगन सहित अन्य सब्जियों की फसलों को नुकसान हो सकता था। हालांकि, ऊंची जमीन होने के कारण बाद में जमा पानी को बाहर निकाल दिया गया।

शुक्रवार से मौसम की स्थिति में सुधार के साथ, खड़ी सब्जियों की फसलों पर बीमारी और कीटों के हमले का डर भी कम हो गया है। संयोग से, कुछ महीने पहले, स्थानीय उपज की अनुपलब्धता के कारण राउरकेला बाजारों में टमाटर की कीमत 160 रुपये से 180 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई थी।

बगल के झारखंड से टमाटर आने के बाद ही कीमत 50 रुपये प्रति किलो तक आ पाई थी। इस बीच, सुंदरगढ़ के लगभग सभी 17 ब्लॉकों में बारिश के कारण खेतों में खड़ी धान की फसल को नुकसान होने की सूचना है। कटी हुई फसलें बदरंग हो गई हैं और उनमें अंकुरण विकसित हो गया है।

केवल नुआगांव ही नहीं अन्य जगहों पर भी टमाटर की खेती बेमौसम बारिश के कारण प्रभावित हुई है। - सुकरा खालखो, किसान, नुआगांव

प्रभावित किसानों ने औने-पौने दाम पर अपा टमाटर बेचना शुरू कर दिया है। - देबा महतो, किसान, नुआगांव
कुछ दिनों में नुकसान की रिपोर्ट आने की उम्मीद कर रहे हैं। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, टमाटर की फसल को 33 प्रतिशत से कम नुकसान हुआ है। - सुकांत नायक, उप निदेशक, बागवानी सुंदरगढ़

कृषि और राजस्व विभाग की टीमें नुकासन का जायजा ले रहे है। एक-दो दिनों में धान की फसल के नुकसान पर रिपोर्ट सामने आ जाएगी। - हरिहर नायक, मुख्य जिला कृषि अधिकारी

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