संबलपुर सीट पर बिजली-पानी के साथ साड़ी के भी चर्चे, 25 मई को होगा इन दो उम्मीदवारों में जबरदस्त मुकाबला
Odisha Lok Sabha Election 2024 ओडिशा के संबलपुर में 25 मई को मतदान है। इस सीट पर दो दिग्गज केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान व भाजपा उम्मीदवार और बीजू जनता दल के संगठन मंत्री व पार्टी के प्रत्याशी प्रणब दास आमने-सामने हैं। यहां बिजली-पानी के साथ ही साड़ी भी चुनावी मुद्दा है क्योंकि ओडिशा की पहचान बनी संबलपुरी साड़ी के अस्तित्व पर अब संकट छाया हुआ है।
संबलपुर सीट पर दोनों के बीच तगड़ा मुकाबला
250 करोड़ का काॅरिडोर
उधर, संबलेश्वरी मंदिर के आसपास ओडिशा सरकार 250 करोड़ रुपये की लागत से वाराणसी स्थित विश्वनाथ मंदिर व उज्जैन के महाकाल मंदिर की तरह कारिडोर का निर्माण करा रही है। अभी लाइटिंग व पत्थरों की घिसाई का काम जारी है। बीजद के नेता इस उपलब्धि के बूते भी वोट मांग रहे हैं।स्थानीय मुद्दों को साथ मोदी की गारंटी भी
धर्मेंद्र प्रधान संबल के सात विधानसभा क्षेत्रों में खासा समय बिता रहे हैं। स्थानीय मुद्दों के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी से संबलपुर के विकास का वादा कर रहे हैं।पश्चिमी ओडिशा के ये इलाके राज्य के बाकी हिस्सों के मुकाबले विकास की दौड़ में पीछे हैं। यहां 700 साल पुराने संबलेश्वरी मंदिर के प्रति लोगों में गहरी आस्था है। पुरातन ग्रंथों में भी संबलपुर का जिक्र मिलता है। मोदी की गारंटी और ओडिशा अस्मिता के साथ मिट्टी का पुत्र का नारा संबलपुर में धर्मेंद्र प्रधान को बल दे रहा है।संबलपुरी साड़ी बनाने वालों को नकली उत्पाद से चोट
ओडिशा की पहचान बनी संबलपुरी साड़ी के अस्तित्व पर संकट छाया हुआ है। केंद्र व राज्य सरकार की तरफ से बुनकरों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं शुरू की गई हैं, लेकिन इसका लाभ निचले स्तर के बुनकरों तक नहीं पहुंच पा रहा है। बुनकर दीपक कहते हैं कि बाजार में नकली संबलपुरी साड़ियों के आ जाने से असली साड़ियों की मांग कम हो गई है। एक साड़ी बुनने में चार से पांच दिन का समय लग जाता है, लेकिन लागत और मेहनत का उचित मूल्य नहीं मिल पाता। चारपाली गांव के बुनकर कहते हैं कि बिजली की आंख मिचौली की वजह से भी काम प्रभावित होता है।तो भी स्थानीय लोगों को हो रही दिक्कत
ओडिशा की जीवन रेखा कही जाने वाली महानदी पर देश का पहला बहुउद्देश्यीय हीराकुद बांध बना था। यह संबलपुर शहर से करीब 13 किलोमीटर दूर है। विडंबना है कि इतने विशाल जलभंडर के तट पर बसे गांव व शहर के लोगों को जलसंकट का सामना करना पड़ रहा है। हीराकुद बांध से निकला पानी सीधे बहते हुए बंगाल की खाड़ी में समा जाता है। पानी को रोकने के लिए न तो कभी कांग्रेस और न ही बीजद की सरकार ने कोई योजना बनाई।दूसरी ओर हीराकुद बांध के बुर्ला और चिपलिमा पनबिजली केंद्रों से उत्पादित विद्युत के बावजूद संबलपुर लोकसभा क्षेत्र के लोग बिजली संकट झेलने को मजबूर हैं, बिजली की बढ़ी हुई दरों पर भी लोगों में असंतोष है।इस बार बीजद ने चुनाव जीतने पर जीरो बिल की बात कहते हुए 100 यूनिट फ्री बिजली देने की बात कही है। भाजपा इसे चुनावी स्टंट करार दे रही है।Sambit Patra Statement: भाजपा नेता संबित पात्रा की फिसली जुबान, PM Modi का नाम लेकर कह दी ये बातओडिशा को चुननी है डबल इंजन की सरकार... पीएम मोदी ने कटक में जनता से कर दी यह डिमांड, कहा- सरकार बनते ही होंगे ये कामसंबलपुर में आइआइएम की स्थापना समेत कई महत्वपूर्ण कार्य कराए। लोग केंद्र सरकार के विकास कार्यों से खुश हैं और प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी पर उन्हें विश्वास है। अगले कार्यकाल में संबलपुर में कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना कराने और इसे टेक्सटाइल हब बनाने की दिशा में प्रयास करेंगे- धर्मेंद्र प्रधान, केंद्रीय मंत्री व भाजपा उम्मीदवार
लोग मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से प्यार और उनके नेतृत्व पर विश्वास करते हैं। बीजद सरकार ने किसानों, बुनकरों, छात्रों, युवाओं और महिलाओं के लिए कई तरह के कल्याणकारी कार्यक्रम चलाए, जिनका सीधा लाभ आम लोगों को मिल रहा है। चाहे स्वास्थ्य बीमा कार्ड हो या आवास की बात हो एक-एक व्यक्ति तक लाभ पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। आगे भी विकास के कार्य जारी रहेंगे- प्रणब दास, बीजू जनता दल के संगठन मंत्री व पार्टी के प्रत्याशी
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