Weather: ओडिशा में अगले पांच दिनों तक कहर बरपाएगी गर्मी, पुरी में दर्ज हुआ इस महीने का दूसरा सर्वोच्च तापमान
ओडिशा में आज भी उमश से लोग परेशान रहेंगे। पुरी में शुक्रवार को अगस्त महीने का दूसरा सर्वोच्च तापमान दर्ज किया गया है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि ओडिशा में मानसून का प्रवाह कमजोर होने से तापमान बढ़ा है। वहीं अगले चार से पांच दिनों तक राज्य में मौसम का हाल ऐसा ही रहने वाला है. वहीं कुछ समय बाद तापमान में और वृद्धि हो सकती है।
By Jagran NewsEdited By: Jagran News NetworkUpdated: Sat, 12 Aug 2023 08:07 AM (IST)
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर: ओडिशा में मानसून कमजोर है। नतीजतन, दिन के दौरान तापमान में वृद्धि के साथ ही उमश ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है।राज्य में अगस्त में मानसून के सक्रिय होने के कारण आमतौर पर अधिकतम तापमान 32 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है, लेकिन इस साल यह रिकॉर्ड टूट गया है।
पिछले दिन इतना रहा तापमान
पुरी में कल अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। आज भी स्थिति वैसी ही है। पुरी और भुवनेश्वर में 36 डिग्री सेल्सियस, चांदबाली में 36.4 डिग्री, पारलाखेमुंडी में 36.9 डिग्री, जगतसिंहपुर में 36.5 डिग्री, भद्रक में 35.5 डिग्री, रायगढ़ में 35.4 डिग्री, टिटिलागढ़ में 35 डिग्री, तालचेर में 35.2 डिग्री, अनुगुल में 35.1 डिग्री, पारादीप में 35.4 डिग्री और कटक में 35.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।
इस महीने दूसरी बार पड़ी भीषण गर्मी
पुरी में 1896 से 2022 के बीच अर्थात 126 वर्षों में अगस्त महीने में दूसरा सबसे अधिक दिन का तापमान 36 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इससे पहले 1 अगस्त 1972 को पुरी शहर में अधिकतम तापमान 36.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो कि अभी तक का सर्व कालीन रिकॉर्ड है।इससे पहले चार अगस्त 2018 को दूसरा सबसे अधिक तापमान 35.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
मौसम वैज्ञानिक का अनुमान
मौसम वैज्ञानिक प्रोफेसर सुरेंद्रनाथ पशुपति ने कहा कि भौगोलिक रूप से एक साल में गर्मी और सर्दी का मौसम होता है। मानसूनी हवा के प्रवाह के कारण, बारिश अगस्त के महीने में तापमान में गिरावट लाती है। आसमान में बादल छाए रहते हैं और सूरज की तेज किरण नहीं पड़ती है।उन्होंने कहा किसतह ठंडी हो जाती है। इसलिए अधिक गर्म महसूस नहीं होता है। हालांकि, मानसून की बारिश जारी होने के बाद, आकाश बादल मुक्त हो जाता है और सतह और हवा गर्म रहती है।
उन्होंने आगे कहा कि मानसून के दौरान, हवा में आर्द्रता के कारण, जल वाष्प अधिक होता है। इसलिए हम एक असामान्य स्थिति महसूस करते हैं। सिर्फ ओडिशा ही नहीं, देश भर में मानसून इस समय निष्क्रिय है।ओडिशा में पछुआ हवाओं के कारण गर्मी पड़ रही है। समुद्री हवा नहीं चलने से तापमान में गिरावट नहीं आई है। यह स्थिति कुछ और दिनों तक बनी रहेगी।
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