NDA की राष्ट्रपति पद प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू को Z+ सुरक्षा, क्या होती है जेड प्लस सुरक्षा?
Draupadi Murmu gets Z plus security एनडीए का राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने वाली द्रौपदी मुर्मू को जेड प्लस सुरक्षा भी मुहैया की गई है। क्या आप जानते हैं ये सुरक्षा क्यों दी जाती है और ये किस तरह की सुरक्षा होती है जो सरकार की और से दी जाती है।
By Babita KashyapEdited By: Updated: Wed, 22 Jun 2022 12:14 PM (IST)
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। द्रौपदी मुर्मू देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बन सकती हैं। झारखंड के पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को एनडीए ने अपना राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाया है। एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने वाली द्रौपदी मुर्मू को जेड प्लस सुरक्षा भी मुहैया की गई है। क्या आप जानते हैं कि जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा क्यों दी जाती है और ये किस तरह की सुरक्षा होती है।
क्या होती है जेड प्लस सुरक्षा?
भारत में राजनेताओं और सम्मानित व्यक्तियों को उनके काम और लोकप्रियता के कारण उनकी जान के खतरे को देखते हुए ये सुरक्षा मुहैया करवायी जाती है। इसमें सुरक्षा का मजबूत घेरा उपलब्ध कराया जाता है। ये एसपीजी के बाद देश की दूसरी सबसे खास सुरक्षा है।
- जेड प्लस सुरक्षा में कुल 55 सुरक्षाकर्मी होते हैं।
- इसमें 36 सुरक्षाकर्मी, इनमें 10 एनएसजी (National Security Guards) और SPG (Special Protection Group) कमांडो होते हैं, साथ ही कुछ पुलिस भी शामिल होती है।
- इसमें दो भारत-तिब्बत बॉर्डर पुलिस (Indo-Tibetan Border Police) और सीआरपीएफ (Central Reserve Police Force) के जवान भी सुरक्षा में तैनात रहते हैं।
- इस सुरक्षा में पहले घेरे की ज़िम्मेदारी एनएसजी की होती है जबकि दूसरी परत एसपीजी कमांडो की होती है।
- Z+ सुरक्षा में एस्कॉर्ट्स और पायलट वाहन भी दिए जाते हैं।
- उपराष्ट्रपति, पूर्व प्रधानमंत्री, सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट जज,राज्यपाल, मुख्यमंत्री, महत्वपूर्ण केंद्रीय मंत्री, प्रमुख नेता, प्रसिद्ध कलाकार, खिलाड़ी, देश का कोई प्रसिद्ध तथा महत्वपूर्ण नागरिकों को ये सुरक्षा मुहैया करवायी जाती है।
घर पर जेड प्लस श्रेणी सुरक्षा कवर
जेड प्लस सुरक्षा प्रणाली में दो सुरक्षा सेवा अधिकारी (पीएसओ) होते हैं, जो एक साथ वीवीआईपी को सुरक्षा कवर प्रदान करते हैं। घर में हर एंट्री पर सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं।
एक चौकीदार, एक स्क्रीनिंग स्टाफ और आगे और पीछे दो वाहन हैं। किसी व्यक्ति को दिए जाने वाले सुरक्षा कवर की इस श्रेणी में एक वाहन का पायलट के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। सुरक्षा के लिए मुहैया कराए गए वाहनों में आमतौर पर दिल्ली पुलिस की जिप्सी या कभी-कभी एंबेसडर या इनोवा कार होती है।
कितनी तरह की होती है सुरक्षा व्यवस्थासुरक्षा व्यवस्था को भारत में चार श्रेणियों में विभाजित किया गया है। (Z+), (उच्चतम स्तर); जेड (Z),वाई (Y)और एक्स (X) श्रेणी।सरकार इस बात का निर्णय ले सकती है कि इन चार श्रेणियों में किसे कौन से स्तर की सुरक्षा दी जानी है।सरकार सुरक्षा में खतरे के आधार पर वीआईपी सुरक्षा राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री, सांसद, विधायक, पार्षद, जज, पूर्व जज, बिजनेसमैन, नौकरशाह, पूर्व नौकरशाह, क्रिकेटर, फिल्मी कलाकार, साधु-संत या आम नागरिक किसी को भी दे सकती है।
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