Cyclone Dana: तबाही मचाने आ रहा चक्रवात दाना, ये 3 दिन लोगों पर पड़ेंगे भारी; पर्यटकों को जारी की गई चेतावनी
Odisha News ओडिशा और उसके आसपास के जिलों में चक्रवात दाना तबाही मचाने आ रहा है। जिसके 24-25 अक्टूबर को भीषण रूप में गुजरने की आशंका है। इससे समुंद्र अशांत रहेगा और भारी वर्षा होगी। तटीय जिलों में हवा की रफ्तार 100-120 किमी. प्रति घंटा रहेगी। सरकार और प्रशासन अलर्ट पर है और जगन्नाथ धाम पुरी में 23 अक्टूबर तक शहर को खाली करने की सलाह दी गई है।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। Cyclone Dana: चक्रवात दाना का ओडिशा में आना लगभग सुनिश्चित हो गया है।चक्रवात दाना 24 अक्टूबर की रात एवं 25 अक्टूबर की सुबह के दौरान भीषण रूप में ओडिशा से गुजरने की संभावना है। इस दौरान समुंद्र अशांत रहेगा,इसके लिए सभी बंदरगाहों में एक नंबर खतरे का निशान जारी कर दिया गया है।
इसके साथ ही आज से 25 अक्टूबर तक मछुआरों को समुद्र में ना जाने की हिदायत दी गई है। चक्रवात के प्रभाव से ओडिशा के कई जिलों में भारी से भारी वर्षा होगी और तटीय जिलों में हवा की रफ्तार 100 से 120 किमी. प्रति घंटा रहेगी।
सरकार एवं पूरा प्रशासन अलर्ट पर
ऐसे में इस चक्रवात से निपटने और जीरो कैजुएल्टी के लक्ष्य के साथ सरकार एवं पूरा प्रशासन अलर्ट पर है।जगन्नाथ धाम पुरी में प्रशासन ने 23 अक्टूबर यानी अगले 24 घंटे के अंदर पुरी शहर को खाली कर देने एवं राज्य तथा राज्य बाहर किसी भी श्रद्धालु, पर्यटक या भक्त को अगले तीन दिन तक पुरी की यात्रा ना करने की सलाह दी गई है।ओडिशा के राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को सलाह दी कि वे 23 अक्टूबर से पहले पुरी शहर को खाली कर दें। इसके साथ ही राज्य में संभावित चक्रवात दाना के दस्तक के मद्देनजर 24-25 अक्टूबर को तीर्थनगरी की यात्रा न करें।
मंत्री पुजारी ने कहा कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के पूर्वानुमान के अनुसार, पुरी उन कई जिलों में से एक है, जिसे चक्रवात दाना से ज्यादा प्रभावित होने की आशंका है।इसलिए, पर्यटकों और तीर्थयात्रियों को उनकी सुरक्षा के रूप में 23 अक्टूबर से पहले पुरी छोड़ने के लिए कहा गया है।हालांकि, जो लोग रहेंगे उन्हें सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित कर दिया जाएगा।
भुवनेश्वर मौसम विभाग ने क्या कहा?
भुवनेश्वर मौसम विभाग की निदेशिका मनोरमा महापात्र ने कहा है कि मंगलवार सुबह को वेल मार्कड लो प्रेसर दबाव में तब्दील हो गया है। वर्तमान में यह केन्द्रीय बंगोपसागर में सक्रिय है।यह अधिक सक्रिय होकर बुधवार को केन्द्रीय बंगोपसागर में चक्रवात का रूप धारण करेगा। इसके बाद यह चक्रवात उत्तर पश्चिम दिशा में गति करते हुए 24 अक्टूबर की सुबह तक चक्रवात दाना भीषण रूप धारण कर लेगा।
इसके प्रभाव से बुधवार शाम या रात से मौसम बदल जाएगा। उन्होंने कहा कि दबाव का क्षेत्र वर्तमान में पारादीप से 730 किमी. दक्षिणपूर्व, पश्चिम बंगाल सागर द्वीप से 779 किमी. दक्षिण-दक्षिण पूर्व एवं बांग्लादेश खेपुपरा तट से 740 किमी. दक्षिण-दक्षिण पूर्व दिशा गति कर अत्यधिक सक्रिय हो जाएगा।बुधवार को पूर्व केन्द्रीय बंगोपसागर यह चक्रवात का रूप धारण करेगा। यह सीवियर साइक्लोनिक स्टर्म या भीषण चक्रवात 24 अक्टूबर की रात एवं 25 अक्टूबर की सुबह तक उत्तर ओडिशा एवं पश्चिम बंगाल के तट के पुरी से सागर द्वीप के अंदर से तट को पार करेगा। तट को पार करते समय हवा की गति 100 से 110 किमी. होगी एवं झटका पवन की गति 120 किमी. रह सकती है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।मौसम विभाग का अनुमान
- 23 अक्टूबर को भद्रक, बालेश्वर, जगतसिंहपुर, केन्द्रापड़ा, जाजपुर, पुरी, गंजाम, खुर्दा जिले में कुछ जगहों पर भारी से भारी वर्षा होगी।
- 24 अक्टूबर को कुछ जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा होगी। इसके लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। रेड अलर्ट वाले जिलों में मयूरभंज, भद्रक, बालेश्वर, केन्द्रापड़ा, जगतसिंहपुर, जाजपुर, कटक जिला शामिल है। वहीं पुरी, गंजाम, खुर्दा, नयागड़, केन्दुझर, अनुगुल, ढेंकानाल जिले के लिए आरेंज चेतावनी जारी की गई है।
- 25 अक्टूबर को कुछ जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा होगी। इसके लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में केन्दुझर, मयूरभंज, कटक, जाजपुर, ढेंकानाल, अनुुगुल, देवगड़ एवं सुन्दरगड़ जिले के लिए आरेंज चेतावनी जारी की गई है।