मौसम वैज्ञानिक प्रो. डा. सुरेन्द्र नाथ पशुपालक के अनुसार ओडिशा समेत देश के पूर्व तटीय क्षेत्र में इस बार तापमान अधिक रहेगा। दिसंबर महीने में तटीय इलाके के साथ दक्षिण ओडिशा में सर्दी कम होगी। जनवरी और फरवरी में पूरे तटीय क्षेत्र में हल्की सर्दी अनुभूत की जाएगी।
By Jagran NewsEdited By: Babita KashyapUpdated: Wed, 26 Oct 2022 11:12 AM (IST)
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। ओडिशा में इस बार सर्दी कम पड़ेगी। शीत ऋतु में वैश्विक तापमान सामान्य से अधिक रहेगा। फरवरी महीने तक तापमान अधिक रहेगा। यह जानकारी मौसम वैज्ञानिक प्रो. डा. सुरेन्द्र नाथ पशुपालक ने दी है। उन्होंने कहा है कि ओडिशा समेत देश के पूर्व तटीय क्षेत्र में इस बार तापमान अधिक रहेगा ऐसे में इस बार ठंड से लोगों को राहत मिलने का पूर्वानुमान मौसम विभाग ने लगाया है।
नवंबर और जनवरी महीने में सामान्य से कम वर्षा
डा.पशुपालक ने कहा है कि राज्य में नवंबर महीने में तापमान सामान्य से अधिक रह सकता है। दिसंबर महीने में तटीय इलाके के साथ दक्षिण ओडिशा में सर्दी कम होगी। जनवरी और फरवरी में, पूरे तटीय क्षेत्र में हल्की सर्दी अनुभूत की जाएगी। डा. पशुपालक ने कहा है कि नवंबर और जनवरी महीने में सामान्य से कम वर्षा होगी।
सी-तरंग धीरे-धीरे कमजोर
उधर, बांग्लादेश के तट पर लैंडफॉल करने वाला चक्रवात सी-तरंग धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है। मंगलवार शाम तक इसे कमजोर हो जाने से गहरे दबाव में तब्दील होने की सम्भावना खत्म हो गई है। यह अब धीरे- धीरे कमजोर होकर कम दबाव में बदल जाएगा, यह जानकारी आईएमडी की तरफ से दी गई है।
23 अक्टूबर को ग्रीष्म मंडलीय प्रशांत महासागर एवं इसके ऊपरे वायुमंडल स्थित (इएनएसओ) से पता चला है कि पिछले तीन वर्षों से जारी रेड नीना 23 जनवरी तक जारी रहेगी। इसके बाद, यह तटस्थ स्थिति में वापस आ जाने की जानकारी डा. पशुपालक ने दी है।
बंगोपसागर में चक्रवात के लिए स्थिति अनुकूल
उन्होंने कहा कि पिछले जून महीने से भारत महासागर डाएपोल (आईओडी) सूचकांक नकारात्मक रह रहा है, यह दिसंबर तक जारी रहेगा। मेडेन जूलियन ओसिलेशन पश्चिमी प्रशांत महासागर में है। अगले 15 दिनों में यह पूर्व की दिशा में बढ़ते हुए और मजबूत हो सकता है।
एमजीओ और आईओडी के आकलन को देखें तो बंगोपसागर में चक्रवात के लिए स्थिति अनुकूल है। नवंबर महीने में दक्षिण चीन सागर में तूफान आने की संभावना है। इसका आखिरी हिस्सा थाईलैंड के रास्ते बंगाल की खाड़ी में प्रवेश कर सकता है।
मडेल का विश्लेषण करते हुए उन्होंने कहा कि अगर नवंबर में सिस्टम होता है, तो यह अंडमान को प्रभावित कर सकता है और बांग्लादेश के दक्षिणी तट पर जा सकता है। देश के पूर्वी तट पर कम वर्षा के कारण तूफान के ओडिशा में आने की संभावना कम रहने की जानकारी डा. पशुपालक ने पूर्वानुमान के तौर पर दी है।
ओडिशा के काश्मीर में महसूस की गई ठंड: पारा 15 डिसे के नीचे
ओडिशा में ठंड ने अब दस्तक दे दी है। खासकर ओडिशा में काश्मीर के रूप में परिचित कंधमाल जिले के फुलवाड़ी, दारिंगीबाड़ी इलाके में रहने वाले लोगों ने पिछली रात हल्की ठंड का अनुभव किया है। जिले में पारा सर्वनिम्न तापमान 15 डिसे के नीचे आ गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक सुबह के समय जिले के विभिन्न इलाके में हल्का कुहासा भी देखा गया है। ऐसे में सर्दी की पहली सुबह का नजारा यहां देखने लायक था। यहां प्रकृति का अनुपम सौंदर्य सुबह-शाम देखने के बाद मन मंत्रमुग्ध हो जा रहा है। कंधमाल जिले में सुबह के समय सर्द हवा के झोंके एक तरफ जहां पहली शीत का अनुभव करा रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ हल्के कुहासे प्रकृति के इस अनूठे क्षेत्र को मनमहोक रूप देने में लग गए हैं।
यहां उल्लेखनीय है कि आमतौरपर सर्दी के मौसम में सुबह होते ही फुलवाणी शहर कोहरे की सफेद चादर में ढक जाता है और शहर के लोग इसका लुत्फ उठाते ही हैं प्रदेश के विभिन्न हिस्से से भी लोग यहां पहुंचते हैं।
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