Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

विश्व एड्स दिवस: ओडिशा में HIV पॉजिटिव मामले में गंजाम शीर्ष पर, 1988 से अब तक राज्य में पाए गए कुल 60,886 मरीज

विश्व एड्स दिवस एड्स एक गंभीर बीमारी है जिसे लेकर लोगों में जागरूकता की अब भी बहुत कमी है। हर साल 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है ताकि लोग इस बारे में अधिक से अधिक जान सके। विश्व एड्स दिवस 2023 का विषय है लेट कम्युनिटी लीड। ओडिशा में हर साल लगभग 3000 से 5000 एचआईवी पॉजिटिव मरीज पाए जा रहे हैं।

By Jagran NewsEdited By: Arijita SenUpdated: Fri, 01 Dec 2023 01:05 PM (IST)
Hero Image
विश्व एड्स दिवस: ओडिशा में एचआईवी पॉजिटिव मामले में गंजाम शीर्ष पर

संतोष कुमार पांडेय, अनुगुल, ओडिशा। हर साल 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है ताकि इस बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा सके और 2030 तक एड्स को समाप्त करने के लक्ष्यों को प्राप्त करने में आने वाली चुनौतियों पर विचार किया जा सके, साथ ही सभी को संयुक्त रूप से प्रयासों को दोगुना करने के लिए एकजुट किया जा सके ताकि सफलता सुनिश्चित की जा सके।

निम्न-विशेषाधिकार प्राप्त श्रेणी में ओडिशा

एचआईवी प्रतिक्रिया के साथ-साथ बड़े पैमाने पर वैश्विक स्वास्थ्य को आकार देने में समुदायों के महत्वपूर्ण प्रभाव को चिह्नित करने के लिए, विश्व एड्स दिवस 2023 का विषय है "लेट कम्युनिटी लीड"।

जहां तक ​​ओडिशा का सवाल है तो 1988 से अब तक राज्य में कुल 60,886 एचआईवी पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं। इनमें से 47390 मरीजों को एंटी-रेट्रोवायरस थेरेपी (एआरटी) के तहत पंजीकृत किया गया है।

जबकि ओडिशा अभी भी निम्न-विशेषाधिकार प्राप्त श्रेणी में है क्योंकि राज्य में रोगियों की संख्या 50,000 से कम है। वहीं महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश जैसे राज्य उच्च विशेषाधिकार प्राप्त राज्यों में से हैं।

राज्‍य में एचआईवी पॉजिटिव मामले में गंजाम शीर्ष पर

रिपोर्ट के मुताबिक, ओडिशा में हर साल लगभग 3,000 से 5,000 एचआईवी पॉजिटिव मरीज पाए जा रहे हैं। राज्य में गंजाम जिले में एचआईवी पॉजिटिव मामलों की संख्या सबसे अधिक है।

राज्य के कुल मरीजों में अकेले जिले का 33 प्रतिशत हिस्सा है। इसके बाद राज्य में एड्स पॉजिटिव मामले में दूसरे स्थान पर कटक है। एड्स जागरूकता अभियान मुख्य रूप से केंद्र सरकार द्वारा वित्त पोषित है।

हालांकि, ओडिशा राज्य एड्स जागरूकता नियंत्रण समिति नेशनल एड्स कंट्रोल आर्गेनाईजेशन ( नाको) की मदद से 2004 से राज्य में एड्स जागरूकता कार्यक्रम चला रही है, जिसमें राज्य सरकार के निदान केंद्रों (एनआईडीएएन) में मुफ्त रक्त परीक्षण किया जा रहा है और निरामय केंद्र अस्पतालों में मुफ्त दवाएं उपलब्ध करा रहे हैं।

WhatsApp पर हमसे जुड़ें. इस लिंक पर क्लिक करें.

इस वायरस से जूझ रहे हैं करीब 38 मिलियन लोग

ओएसएसीएस अधिकारियों ने कहा कि इसके अलावा, एआरटी के साथ पंजीकृत मरीजों को विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के तहत कवर किया जा रहा है।

विश्व एड्स दिवस एचआईवी और एड्स के खिलाफ लड़ाई में लोगों को एकजुट करने का एक वैश्विक आंदोलन है। वैश्विक स्तर पर अनुमानित 38 मिलियन लोग इस वायरस से जूझ रहे हैं।

सबसे विनाशकारी महामारियों से एक है HIV

रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 40 वर्षों में एचआईवी या एड्स से संबंधित बीमारियों से 35 मिलियन से अधिक लोग मारे गए हैं, जिससे यह इतिहास की सबसे विनाशकारी महामारियों में से एक बन गई है।

विश्व एड्स दिवस आज एचआईवी से पीड़ित लोगों के वास्तविक अनुभवों पर प्रकाश डालने के साथ-साथ सबसे अधिक प्रभावित समुदायों की ताकत, लचीलेपन और विविधता का जश्न मनाने के लिए मौजूद है।

यह एक ऐसा भविष्य बनाने के लिए आवश्यक नेतृत्व को प्रेरित करने का क्षण है, जहां एचआईवी किसी के जीवन को प्रभावित न कर सके। विश्व एड्स दिवस के मौके पर जागरूकता फैलाने को लेकर राजधानी समेत राज्य भर के सभी जिलों में रैली निकाली गई है।

यह भी पढ़ें: 'झरना को बुलाओ नहीं तो कूद जाऊंगा...' शोले का 'वीरू' बनकर टावर पर चढ़ा आशि‍क, घंटों चला हाई वोल्‍टेज ड्रामा

यह भी पढ़ें: पारादीप बंदरगाह के विकास में रोड़ा बनी है बीजद सरकार, केन्द्रीय मंत्री श्रीपद नायक ने जताई नाराजगी

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें